एक औरत 4 बच्चों को लेकर कैसे भागेगी...; दिल्ली भूकंप के बाद मोती बाग की महिला का छलका दर्द
- भूकंप से जुड़े सवाल पर महिला ने कहा कि एक औरत 4 बच्चों को लेकर कैसे भागेगी... इसके साथ ही जानिए महिला की अन्य से किस बात पर बहस हुई और उसने क्या आपबीती बताई।
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राजधानी दिल्ली में आज 4 की तीव्रता का भूकंप आया। सुबह सवेरे धरती डोलने से चारो तरफ अफरा तफरी का माहौल बन गया। मोती बाग के श्री राम जेजे कैंप में रहने वाली महिला का भूकंप के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान दर्द छलक गया। भूकंप से जुड़े सवाल पर महिला ने कहा कि एक औरत 4 बच्चों को लेकर कैसे भागेगी... इसके साथ ही जानिए महिला की अन्य से किस बात पर बहस हुई और उसने क्या आपबीती बताई।
परेशानी में कोई साथ नहीं है
महिला ने कहा कि भूकंप तो आया है, सबको डर है इसके लिए। मगर हमारे यहां छोटी-छोटी झोपड़ियां हैं। रास्ता घाट ऐसा है कि हमें भागने के लिए भी जगह नहीं है। महिला ने कहा कि हम लोग यहां इतने परेशान हैं कि परेशानी में कोई साथ नहीं है। हम सिर्फ एक मोहरा हैं। महिला बोली कि हम भागेंगे कहां से, हमारे यहां रास्ता ही नहीं है।
महिला को टोंका, फिर हुई बहस
हमारे यहां रास्ता ही ऐसा है कि एक बुढ़िया ही गिर गई... इतना कहते-कहते एक अन्य आवाज आई और उसने अपनी बात कहती महिला को टोंक दिया। दूसरे ने कहा कि रास्ता कौन घेरे है, हम लोग ही तो हैं जो रास्ता घेरे हैं। इस पर महिला ने कहा कि ये ऑब्जेक्शन पहले उठाना चाहिए था। पहले सबने इसको घेरा, मैंने भी घेरा। फिर महिला ने सवाल करते हुए कहा कि उस वक्त यहां के प्रधान और नेता लोग कहां थे...
एक औरत 4 बच्चों को लेकर कैसे भागेगी
महिला ने कहा कि आज अगर एक औरत 4 बच्चों को लेकर भागेगी, तो कैसे भागेगी आप मुझे बताइए। महिला ने कहा कि कोई रास्ता नहीं है। क्यों नहीं है, क्योंकि कुछ हमारी कमियां और कुछ आगे की कमियां। महिला ने जोर देकर कहा कि यह जरूरी नहीं है कि केवल मेरी कमियां हैं। यहां सबकी मिली-जुली कमियां हैं। महिला ने कहा बरसात आ जाए तो हम जिस जगह रहना नहीं चाहते, हम वहां रहते हैं। क्योंकि, हमारी मजबूरी है।