दिल्ली में सोमवार सुबह आया भूकंप प्लेट टेक्टोनिक्स की वजह से नहीं बल्कि भूगर्भीय विशेषताओं में प्राकृतिक रूप से होने वाले बदलाव का परिणाम है। एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने यह बात बताई।
नई दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह आए भूकंप के बाद धौलाकुआं इलाका एक बार फिर सुर्खियों में हैं, क्योंकि इस स्थान के आसपास बीते 32 साल में 446 बार धरती कांपी है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, ये सभी भूकंप 1.1 से 4.6 तीव्रता के रहे हैं।
आज सुबह दिल्ली-एनसीआर में जोरदार भूकंप महसूस हुआ जिससे कई लोग डर गए। ऐसे में ये जरूरी है कि अगली बार भूकंप आने पर आपको इसका अलर्ट तुरंत मिले। ऐसे करने के लिए आप अपने स्मार्टफोन का यूज कर सकते हैं। जानिए कैसे ओन करें Earthquake Alert फीचर:
भूकंप से जुड़े सवाल पर महिला ने कहा कि एक औरत 4 बच्चों को लेकर कैसे भागेगी... इसके साथ ही जानिए महिला की अन्य से किस बात पर बहस हुई और उसने क्या आपबीती बताई।
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने दिल्ली के लोगों से शांत रहने और सुरक्षा संबंधी सावधानी बरतने तथा भूकंप के बाद आने वाले झटकों के लिए तैयार रहने को कहा। जानिए पूरी बात।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के डायरेक्टर डॉ. ओपी मिश्रा ने सोमवार को दिल्लीवासियों को आश्वस्त किया कि चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि कम तीव्रता के झटके 'प्राकृतिक' हैं और सोमवार को सुबह दिल्ली में आए 4.0 तीव्रता के भूकंप से यह ठीक हो जाएगा।
दिल्ली में सोमवार सुबह भूकंप के तेज झटकों ने पूरे एनसीआर को हिला डाला। सुबह 5:36 पर आए इस भूकंप का केंद्र राजधानी दिल्ली में ही था।
दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह आवाज के साथ धरती हिलने से लोगों में डर और दहशत देखी गई। भूकंप के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुरंत सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर अभी लोगों शांत और अलर्ट रहने को कहा है।
दिल्ली में सोमवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। 5:36 बजे भूकंप का यह तेज झटका लगा। भूकंप का केंद्र नई दिल्ली इलाके में था।
Delhi Earthquake: दिल्ली-NCR में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। सुबह 5 बजकर 36 मिनट पर तेज झटका महसूस किया गया। भूकंप की तीव्रता मध्यम दर्जे की थी।