महादलित टोला में बाल विवाह रोक के लिए जागरूकता कार्यक्रम
महादलित टोला में बाल विवाह रोक के लिए जागरूकता कार्यक्रम

लखीसराय, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि सदर प्रखंड के महिसोना पंचायत अंतर्गत हसनपुर गांव के वार्ड संख्या दो महादलित टोला में मंगलवार को महिला एवं बाल विकास निगम से संबद्द संकल्प हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वीमेन कार्यालय के माध्यम से बाल विवाह रोकथाम के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अध्यक्षता करते हुए परियोजना प्रबंधक मनोज कुमार सिन्हा बाल विवाह पर अंकुश लगाने के लिए सभी समाज के लोगों से आगे आने का अनुरोध किया। कहा कि अगर मोहल्ला या आसपास बाल विवाह होता है तो इसकी सूचना आप अपने पंचायत या नजदीक के आंगनबाड़ी सेविका, वार्ड पार्षद या महिला हेल्पलाइन नंबर 181 को दे सकते हैं। पहचान एवं पूरी बात को गोपनीयता रखा जाएगा। बाल विवाह से ना परिवार का भला है और ना ही समाज का। इसलिए बाल विवाह में आप लोग भोज खाने, गीत गाने आदि का भी बहिष्कार कर गांधीगिरी से इस पर अंकुश लगा सकते हैं। इस तरह के बहिष्कार करते हैं तो एक न एक दिन बाल विवाह स्वत: बंद हो जाएगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना अंतर्गत चल रहे पालनाघर, अल्पावास, पुनर्वास, कौशल विकास प्रशिक्षण आदि के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दिया। संकल्प हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वीमेन के जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार ने बताया कि बाल विवाह रोकथाम के लिए बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 को लाया गया। ताकि बाल विवाह पर अंकुश लगाया जा सके। इसके बावजूद बाल विवाह होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। बाल विवाह रोकथाम के लिए बनाया गया कानून को लागू करने में हमसभी जन समुदाय के लोगों की भागदारी होनी चाहिए। कानून का पहल हमलोग नहीं करेंगे तो इसका अंजाम भी हम सभी को ही भुगतना पड़ेगा। इसलिए ऐसी नौबत ही ना आने दें। बेटी को बोझ न समझकर पढ़ाने पर बल दें ताकि वो भी अपने सपने को साकार कर सके। बाल विवाह किसी भी समाज के तरक्की में बाधा पहुंचाती है। इसलिए बाल विवाह रोके बिना स्वस्थ व विकसित समाज की कल्पना नहीं कर सकते हैं। इसलिए देश को आगे बढ़ाने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। बाल विवाह मुक्त समाज बनाने में अपनी भूमिका निभाए। उन्होंने मिशन शक्ति अंतर्गत योजनाएं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, संकल्प हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वीमेन, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, शक्ति सदन, सखी निवास व सखी वन स्टॉप सेंटर के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दिया। वित्तीय साक्षरता विशेषज्ञ अमित कुमार ने बताया कि बाल विवाह समाज के लिए एक अभिशाप है। जिसे बिना जनभागीदारी के सहयोग से दूर करना संभव नहीं है। बाल विवाह से सामाजिक, मानसिक और आर्थिक रूप से नुकसान होता है। जिसकी भरपाई कभी नहीं की जा सकती है। बाल विवाह होने से मातृ और शिशु मृत्यु दर में वृद्धि होती है। मौके पर लेखा सहायक सुमित कुमार, एमटीएस नवीन्द्र कुमार दास, आंगनबाड़ी सेविका मीरा कुमारी, सहायिका दानो कुमारी, बबीता देवी, आरती देवी, रेखा देवी, रोशनी देवी, काजल कुमारी, राखी देवी एवं प्रतिमा देवी सहित अन्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का समापन बाल विवाह के खिलाफ सामूहिक शपथ के साथ किया गया।
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