प्रखंड कार्यालय बना बिचौलियों का अड्डा
बिरौल प्रखंड कार्यालय में बिचौलियों की गतिविधियों से लोग परेशान हैं। एसडीओ को आवेदन देकर प्रखंड कार्यालय को बिचौलियों से मुक्त कराने की गुहार लगाई गई है। शिकायत में कहा गया है कि एक बिचौलिए ने...

बिरौल। अनुमंडल मुख्यालय स्थित बिरौल प्रखंड कार्यालय बिचौलियों का अड्डा बन गया है। बिचौलियों की करतूत से परेशान लोगों ने एसडीओ को आवेदन देकर प्रखंड कार्यालय को बिचौलियों से मुक्त कराने की गुहार लगायी है। कार्यालय काम से आए लोगों को बिचौलियों की जेब गर्म करने के बाद ही हरी झंडी दिखाने पर काम होने की लोगों ने शिकायत की है। आवेदन में हाटी गांव के शंभू झा, बिरौल के वार्ड सदस्य कुन्दन झा, रंजन कुमार, विद्यानन्द पासवान, पानो देवी, रीता देवी, मदन मोहन मंडल सहित एक दर्जन से अधिक लोगों ने शिकायत की है कि एक कथित बिचौलिया पिछले कई वर्षों से अधिकारियों व कर्मियों को मेल में लेकर लोगों से गलत तरीके से उगाही कर रहा है। वह प्रखंड कार्यालय से लेकर पंचायत स्तरीय सभी योजनाओं एवं अन्य कई महत्वपूर्ण अभिलेखों का संधारण करने, योजना में कमीशन तय कर वसूली करने, योजना के वाउचर सहित चेक से भुगतान कराने में मोटी रकम की वसूली कर रहा है। इसे लेकर कई दिन जनप्रतिनिधियों को भी उसे उलझना पड़ा है। इसको लेकर कई बार अधिकारी से शिकायत की गयी, इसके बाबजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे पूर्व चालू पंचवर्षीय के प्रथम पंचायत समिति सदस्य की प्रखंड मुख्यालय की बैठक में खुले मंच से उप प्रमुख अर्पणा कुमारी ने बिचौलिये का नाम लेकर उसकी करतूत की विस्तार से चर्चा कर उसे वहां से हटाने की मांग की थी, पर तत्कालीन अधिकारी ने भी उसे हटाना मुनासिब नहीं समझा। आलम यह है कि इसके बाद बिचौलिये ने अपनी जड़ें मजबूत कर ली। आलम यह है कि अब चाहे योजना का भुगतान कराने, योजना लेने, योजना की स्वीकृति हो या हिस्सेदारी, चुनाव कार्य में मेटेरियल हो या टेंट के रेट व भुगतान, सब में बिचौलिया हावी है। इस संबंध में पूछने पर बीडीओ प्रदीप कुमार झा ने आवेदन में लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि इसकी सूचना मुझे नहीं है। इस संदर्भ में कार्यालय पर नजर रखी जाएगी। इधर, इस बाबत एसडीओ उमेश कुमार भारती से मोबाइल फोन पर बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।
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