DM साहब या तो तुम गोली मार दो वरना हम मार देंगे, सहारनपुर में पुलिस प्रशासन से उलझे ग्रामीण
सहारनपुर में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से तीन मजदूरों की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने संचालकों पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए स्टेट हाईवे पर जाम लगा दिया। जिलाधिकारी और एसएसपी सहित तमाम अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने।

यूपी के सहारनपुर में मजदूरों की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने फैक्ट्री के तीन संचालकों पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए स्टेट हाईवे गागलहेड़ी-मुजफ्फरनगर पर एक मजदूर का शव रखकर जाम लगा दिया। जिलाधिकारी और एसएसपी सहित तमाम अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ग्रामीणों की नोकझोंक और हाथापाई हुई, जिसमें एक दरोगा की वर्दी फट गई। ग्रामीणों ने डीएम कहा कि आरोपियों को या तो वे गोली मार दें नहीं तो वह खुद ही मौत के घाट उतार देंगे। उधर, जाम की वजह से हाईवे पर सैंकड़ों वाहनों की कतार लग गई। गर्मी में राहगीरों परेशान होना पड़ा। दोपहर बाद ग्रामीण शांत हुए जाम खोला।
पटाखा फैक्टरी में विस्फोट की घटना से गुस्साए ग्राम जड़ौदाजट के ग्रामीण और परिजनों ने फैक्टरी पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने एक मृतक विकास के शव को फैक्टरी के निकट गागलहेड़ी-मुजफ्फरनगर हाईवे पर रखकर जाम लगा दिया। इससे पूर्व पुलिस तीन फैक्टरी संचालकों को पुलिस हिरासत में ले चुकी थी। ग्रामीणों ने फैक्टरी संचालकों पर हत्या का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों ने आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की मांग की। जिलाधिकारी मनीष बंसल, एसएसपी रोहित सजवाण और एसपी देहात सागर जैन सहित जिले भर के तमाम पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों को जाम खोलने के लिए कहा, लेकिन ग्रामीणों में भारी आक्रोश था। उन्होंने पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की एक न सुनी और पांच घंटे तक हाईवे पर जाम लगाकर हंगामा करते रहे। इसी बीच अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच नोकझोंक होती रही। ग्रामीण फैक्टरी संचालकों पर मजदूरों की हत्या करने का आरोप लगा रहे थे। करीब चार घंटे तक हंगामा चलता रहा। दोपहर बाद जिलाधिकारी मनीष बंसल और एसएसपी रोहित सजवाण ने मामले में उचित कार्रवाई और मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। इसके पश्चात ग्रामीणों ने जाम खोला और पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
राज्यमंत्री के गांव में घटना, राजनीतिक दलों के नेता पहुंचे
प्रदेश सरकार में पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री बृजेश सिंह के गांव जड़ौदाजट में हादसा होने के पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी और एसएसपी के अलावा अपर जिलाधिकारी प्रशासन अर्चना द्विवेदी, मुख्य विकास अधिकारी सुमित महाजन, शहर से सीओ प्रथम अशोक सिसौदिया, सीएफओ प्रताप सिंह सहित कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। इसके साथ ही पूर्व विधायक शशी बाला पुंडीर और सपा नेता कार्तिकेय राणा ने भी घटना स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। मृतकों के परिवारों को सांत्वना दी। नेताओं ने भी मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया।
डीएम साहब या तो तुम गोली मार दो, वरना हम उतारेंगे मौत के घाट
विस्फोट होने के बाद जान गंवाने वाले तीन मजदूरों के परिजनों और ग्रामीणों में भारी गुस्सा नजर आया। ग्रामीण और परिजन जिलाधिकारी मनीष बंसल से बोले कि विस्फोट में एक ही समुदाय के तीन लोग मरे हैं। यह सोची-समझी साजिश के तहत वारदात की गई है। आरोप लगाया कि फैक्टरी संचालकों ने हत्या कराई है। पुलिस ने तीन संचालकों को हिरासत में लिया है। आक्रोशित ग्रामीण और परिजन जिलाधिकारी से बोले कि डीएम साहब या तो तुम गोली मार दो, वरना हम आरोपियों को उतारेंगे मौत के घाट। इसके पश्चात जिलाधिकारी मनीष बंसल और एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, लेकिन ग्रामीण तत्काल प्रभाव से सजा देने की मांग करते रहे। किसी प्रकार पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने परिजनों और ग्रामीणों को शांत कराया है।