पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिजनों को मिले 5 करोड़ का मुआवजा, अखिलेश यादव ने सरकार से की मांग
अखिलेश यादव शनिवार को कुशीनगर पहुंचे। यहां उन्होंने केंद्र सरकार से पहलगाम हमले में मारे गए मृतकों को शहीद का दर्जा देने की मांग की। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5 करोड़ का मुआवजे की भी मांग की।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शनिवार को कुशीनगर पहुंचे। यहां उन्होंने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले में मारे गए मृतकों को शहीद का दर्जा मिले। साथ ही सभी के परिजनों को 5 करोड़ का मुआवजा मिले। साथ ही मृतक के एक आश्रित को सरकारी नौकरी भी मिले।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कुशीनगर में पूर्व विधायक पूर्णमासी देहाती के परिजनों से मिलने पहुंचे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए पहलगाम हमले पर सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, "शुभम ही नहीं बल्कि जो सभी शहीद हुए हैं, सरकार इतना ही ख्याल रखती है कि मैं क्या कह रहा हूं तो उन परिवारों को 5 करोड़ रुपये देना चाहिए। साथ ही परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी होनी चाहिए। जिस दिन ये पांच करोड़ और सरकारी नौकरी दे देंगे। उस दिन आप देखेंगे कि उनके घर के पास खड़े होकर के मैं दरवाजा खटखटा रहा हूंगा।"
अग्निवीर योजना को लेकर भी अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार ने अग्निवीर जैसी व्यवस्था लाकर के हमारे नौजवानों का मनोबल गिराया है। युवा पक्की नौकरी चाहते हैं। कुशीनगर जिले के कई युवा भागकर-दौड़कर सेना में जाना चाहते हैं। हमें उम्मीद है कि विपक्ष ने जो सरकार को सुझाव दिए गए हैं उन सभी पर सरकार अमल करेगी।
कुशीनगर के जगह गोरखपुर में उतरा अखिलेश का विमान
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत अखिलेश यादव का विशेष विमान को कुशीनगर एयरपोर्ट पर ही उतरना था। वहीं से वह पूर्व विधायक के आवास पर जाते। लेकिन शनिवार की सुबह कुछ तकनीकी कारणों से कुशीनगर एयरपोर्ट से क्लीयरेंस नहीं मिल सका। इस वजह से पूर्व मुख्यमंत्री के विशेष विमान को गोरखपुर एयरपोर्ट पर उतरना पड़ा। यहां से वह सड़क मार्ग से कुशीनगर गए। इसे लेकर के उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ। इससे पहले भी इस एयरपोर्ट पर उतरना चाहता था लेकिन नहीं उतरने दिया। अखिलेश ने साथ ही सवाल भी किया, “कुशीनगर एयरपोर्ट बनाने में सबसे ज्यादा बजट किस सरकार ने दिया जाकर इसे पता करें। एयरपोर्ट तो बिकना ही है। इसी बहाने कुशीनगर एयपोर्ट का ज्यादा प्रचार हो जाता।”