संभल से 12 साल पहले गायब उस्मान पाकिस्तानी जेल में मिला, अल कायदा से कनेक्शन; एजेंसियां अलर्ट
- पुलिस के मुताबिक फरार होने के बाद उस्मान ने अपने कुछ साथियों के साथ अल कायदा इंडियन सबकांटिनेंट (एक्यूआईएस) ज्वाइन कर लिया था। इसी का एक साथी दीपासराय निवासी मौलाना आसिम उमर 2019 में अमेरिकी ड्रोन स्ट्राइक में हेलमंड क्षेत्र में मारा गया था।
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वर्ष 2012 में गायब हुए संभल के दीपा सराय निवासी मोहम्मद उस्मान उर्फ अब्दुल रहमान को पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसी ने दिसंबर में समुद्र के रास्ते से पाकिस्तान में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। वह फिलहाल लाहौर सेंट्रल जेल में बंद है। बीते दिनों पाकिस्तान सरकार ने भारत सरकार को इसकी जानकारी दी तो सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं। शासन ने संभल पुलिस से उस्मान का सत्यापन कराया। पुलिस ने शनिवार को सत्यापन रिपोर्ट भेज दी। पुलिस के अनुसार फरार होने के बाद उस्मान ने अपने कुछ साथियों के साथ अल कायदा इंडियन सबकांटिनेंट (एक्यूआईएस) ज्वाइन कर लिया था। इसी का एक साथी दीपासराय निवासी मौलाना आसिम उमर 23 सितम्बर 2019 को अमेरिकी ड्रोन स्ट्राइक में हेलमंड क्षेत्र में मारा गया था।
दीपा सराय निवासी मोहम्मद उस्मान (46 वर्ष) 2012 में अचानक लापता हो गया था। हाल ही में पाकिस्तान सरकार ने भारत को सूचना दी कि दिसंबर 2024 में मोहम्मद उस्मान को समुद्र के रास्ते पाकिस्तान में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने इसकी जांच की तो पता चला कि वह 2012 में संभल से गायब हुआ था। मोहम्मद उस्मान के लापता होने के बाद उसके परिवार ने उसे काफी तलाशा, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। अब पाकिस्तान में गिरफ्तारी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने फिर से जांच तेज कर दी है।
उल्लेखनीय है कि उस्मान के खिलाफ 2015 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भी एक मामला दर्ज किया था। जिसमे मो उस्मान को 16 अन्य साथियों के साथ अभियुक्त बनाया गया था । इसे दिल्ली पुलिस द्वारा 2016 में भगोड़ा घोषित किया गया था। स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियां उसके परिवार और पुराने संपर्कों की जांच कर रही हैं। उसके पाकिस्तान जाने के पीछे की वजह और संभावित आतंकी कनेक्शन को लेकर भी पड़ताल की जा रही है। मोहम्मद उस्मान के पुराने रिकॉर्ड की जांच की जा रही है, हालांकि पुलिस को पुराने रिकॉर्ड के बारे में जानकारी हाथ नहीं लगी है।
सत्यापन कर पुलिस ने भेजी रिपोर्ट
एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि मोहम्मद उस्मान के सत्यापन की प्रक्रिया पूरी कर रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। उन्होंने कहा कि वह सबसे पहले 20 साल की उम्र में घर से चला गया था। कुछ वर्षों बाद वापस आ गया और फिर से गायब हो गया। वह कई बार घर से गायब हुआ। अंतिम बार 2012 में लापता हुआ था और उसके बाद कभी घर वापस नहीं लौटा। अब सुरक्षा एजेंसियां इस बात की तहकीकात कर रही हैं कि वह पाकिस्तान कैसे पहुंचा और वहां किन लोगों के संपर्क में था।