राम मंदिर से पहले माफियाओं का राम नाम सत्य, विधानसभा में योगी बोले- हम अपनी कोशिशों में हुए सफल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधानसभा में मुख्तार अंसारी का नाम लिए बगैर समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला। कहा कि राम मंदिर से पहले माफियाओं का राम नाम सत्य हो गया है। हम अपनी कोशिशों में सफल हुए हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधानसभा में एनसीआरबी की रिपोर्ट के हवाले से बताया कि किस तरह से यूपी में जघन्य अपराधों में कमी आई है। इस दौरान सामने बैठे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव का नाम पुकारते हुए कहा कि प्रदेश में अब फिरौती के लिए अपहरण में भी कमी आई है। सीएम योगी ने कहा कि हमारा प्रयास था कि राम मंदिर के निर्माण से पहले माफियाओं का राम नाम सत्य हो जाए। आज हम अपनी कोशिशों में सफल हुए हैं। सीएम योगी ने यह भी बताया कि किस तरह से हमने पुलिस को ज्यादा अधिकार और ट्रेनिंग देकर सशक्त बनाया है।
सीएम योगी ने पिछली सपा सरकार से तुलना करते हुए बताया कि लूट के मामलों में 77.43 प्रतिशत की कमी आई है। हत्या के मामलों में 41.01 प्रतिशत, बलबा के मामलों में 66.40 प्रतिशत की कमी आई है। फिरौती के लिए अपहरण का डाटा देते समय योगी ने कहा कि शिवपाल जी इसमें भी कमी आई है। फितौरी के लिए अपहरण में 54.72 प्रतिशत की कमी आई है।
शिवपाल की ओर ही इशारा करते हुए कहा कि अब वह प्रवृत्ति समाप्त हो गई है जो आप लोगों ने पैदा किया था। वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया आपने पैदा किया था। अब माफिया नहीं है। अब माफिया दूर की कौड़ी हो गए हैं। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने गोरखपुर का नाम लिया तो योगी ने कहा कि गोरखपुर के माफियाओं को पहले ही निपटा चुके थे। बाकि जो बचे खुचे थे, उनको भी उनकी गति को पहुंचा दिया है।
पहले अपराधी दौड़ाता था पुलिस भागती थी
सीएम योगी ने कहा कि हम लोगों का प्रयास था कि राम मंदिर बनने से पहले इन सभी माफियाओं का राम नाम सत्य हो जाए। लेकिन जो बचे थे, समय के अंतराल में सबकुछ हो गया है। यह सब करने में हम सफल हुए हैं। कहा कि पुलिस के रिफार्म जो हम लोगों ने किया है। पुलिस की सुविधाओं को बढ़ाया है। उनकी ट्रेनिंग को बेहतर किया है। यह वही प्रदेश है, जब पहले अपराधी दौड़ाता था और पुलिस भागती थी। माफिया के सामने सारे प्रोटोकॉल फेल हो जाते थे। पुलिस पहले माफिया को सैल्यूट करती थी।
माफिया की पैंट गिली हो गई थी
सीएम योगी ने बिना मुख्तार अंसारी का नाम लिए कहा कि आप लोगों ने वह दृश्य भी देखा होगा कि एक माफिया ने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के काफिले को रोक दिया था। जिस माफिया के लिए दस-दस जजेस ने कोर्ट में सुनवाई से इनकार कर दिया था। वही माफिया जब इस सरकार के समय पुलिस की गिरफ्त में आया तो उसकी पैंट गिली हो गई थी। आज वही धमक इस सरकार में दिखाई दे रही है। इसका परिणाम हम लोगों के सामने हैं।