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बरसत हरसत सब लखें... सीएम योगी ने रामचरितमानस के दोहे से समझाया कैसे दोगुनी हो गई प्रति व्यक्ति आय

यूपी विधानसभा में बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी ने रामचरितमानस के दोहे से बताया कि किस तरह से प्रदेश में टैक्स का कलेक्शन हो रहा है और विकास कार्यों में इस टैक्स का इस्तेमाल किया जा रहा है।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानTue, 4 March 2025 07:27 PM
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बरसत हरसत सब लखें... सीएम योगी ने रामचरितमानस के दोहे से समझाया कैसे दोगुनी हो गई प्रति व्यक्ति आय

यूपी विधानसभा में बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकारों में सूबे के विकास की रफ्तार सुस्त हो गई थी। भाजपा की सरकार आने के बाद प्रदेश में विकास का पहिया तेजी से घूमा है और देश की जीडीपी में प्रदेश की हिस्सेदारी 9.2 प्रतिशत हो चुकी है। सीएम योगी ने रामचरितमानस के दोहे बरसत हरसत सब लखे... का हवाला देते हुए बताया कि हमने टैक्स लेने और उस टैक्स का इस्तेमाल जनता के हित में किस प्रकार से किया है। प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय आठ सालों में दोगुनी हो गई है।

सीएम योगी ने कहा कि देश का सबसे बड़ा राज्य और सबसे अधिक संसाधन होने के बावजूद 1950 से 2017 तक प्रदेश की जीएसटीपी 12.75 लाख करोड़ तक पहुंच सकी जबकि 2017 में जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों पर विश्वास जताया और पिछले आठ वर्षों में प्रदेश की जीएसडीपी दोगुना से अधिक होकर 2024-25 में 27.51 लाख करोड़ होने जा रही है। देश की जीडीपी में 9.2 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ उत्तर प्रदेश अब देश के अंदर दूसरे स्थान पर है।

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सीएम योगी ने कहा कि बरसत हरसत सब लखें, करसत लखे न कोय, तुलसी प्रजा सुभाग से, भूप भानु सो होय। अर्थात श्रीराम जी भरत जी से कहते हैं कि हमें प्रजा से कर (टैक्स) ऐसे लेना चाहिए, जैसे सूर्य लेता है। जैसे सूर्य समुद्र, नदी, तालाब से पानी लेता है लेकिन किसी को पता नहीं चलता लेकिन जब वह बादलों के रूप में जरूरत की जगहों पर बरसता है तो सबको पता चलता है, खासकर जब जरूरत की जगह पर बरसता है तो सभी खुश हो जाते हैं। इसी प्रकार सरकार को कर इस तरह से लेना चाहिए कि किसी को पता न चले, पीड़ा न हो। लेकिन जब उसी टैक्स का इस्तेमाल जनता के हित में खर्च हो, जैसे हाइवे बनें, पुल बनें, स्कूल-कालेज बनें, हॉस्पिटल बनें तो सबको पता चले। हमारी सरकार यही भाव लेकर काम कर रही है।

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उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-2024 में देश की जीडीपी की वृद्धि दर 9.6 प्रतिशत है, जबकि उत्तर प्रदेश की वृद्धि दर 11.6 प्रतिशत रही है। 2016-2017 में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय मात्र 52,671 रुपये थी वर्ष 2023-2024 में 93,514 रुपये है। 2016-17 में कुल राजस्व प्राप्तियां 02 लाख 56 हजार रुपये हुईं थीं। चालू वित्तिय वर्ष के जनवरी माह तक ही 04 लाख 10 हजार करोड़ से अधिक का राजस्व प्राप्त हो चुका है। यह निरन्तर आगे बढ़ेगा।

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योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश प्रदेश रेवेन्यु सरप्लस स्टेट है। टैक्स चोरी को रोका गया है। रेवेन्यू लीकेज को समाप्त किया गया है। बीते आठ वर्ष में एक भी नया टैक्स नहीं लगाया। प्रदेश में डीजल-पेट्रोल की दरें देश में सबसे कम हैं, बावजूद इसके उत्तर प्रदेश रेवेन्यू सरप्लस स्टेट है। यह सफलता रामराज्य की अवधारणा ही है।

डिजिटल क्रांति का उदाहरण बना यूपी

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश डिजिटल क्रांति का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण बन कर उभरा है। 2017-18 में यूपी में जहां 122.84 करोड़ डिजिटल ट्रांजैक्शन हुए थे वहीं 2024-25 में दिसम्बर 2024 तक 1024.41 करोड़ डिजिटल ट्रांजैक्शन हो चुके हैं। यूपी डिजिटल लेनदेन अपनाने में नंबर एक है। आधे से अधिक लेन देन यूपीआई से हुए। इसकी वजह डिजिटल बैंकिंग की आसान पहुंच, गांवों तक इंटरनेट, वत्तिीय जागरूकता और उपकरणों की पर्याप्त संख्या है।

उन्होंने कहा कि बैंकों की 20416 शाखाओं, 4,00,932 बैंक मत्रि एवं बीसी सखी,18,747 एटीएम तथा 4,40,095 बैंकिंग केन्द्रों के माध्यम से बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। डीबीटी बजरंग बली की गदा है, जो भ्रष्टाचार और बेईमानी पर कठोर प्रहार कर रही है 11 विभागों की 207 योजनाओं की धनराशि डीबीटी के माध्यम से दी जा रही है। इसमें 113 केन्द्रीय योजनायें और 94 राज्य सेक्टर की योजनायें हैं। डीबीटी से 09 करोड़ 08 लाख से अधिक लोगों को 01 लाख 11 हजार 637 करोड़ रुपये से भुगतान किया गया। डीबीटी ट्रांजेक्शन के कारण 10 हजार करोड़ की बचत की है।

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