बिजली बिल के नाम पर ठगी? दूसरी कंपनी से आया बिल देख घबराए लोग
आगरा शहर में सभी के पास टोरंट पावर के नाम से घरों पर बिल भेजे जाते हैं। साथ ही ग्राहकों की मेल आईडी और मोबाइल पर मैसेज दिया जाता है। इस बिल में टोरंट कंपनी के अलावा यदि दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड का पिछला बकाया है तो उसका भी उल्लेख होता है।
आगरा में टोरंट के बिजली उपभोक्ताओं को गुजरात की एक दूसरी बिजली कंपनी की ओर से बिल को भेजा जा रहा है। लोग परेशान हैं कि जब वह उस कंपनी के ग्राहक ही नहीं हैं तो फिर कैसे बिल भेजे जा रहे हैं। मोबाइल पर मैसेज में ग्राहक संख्या और भुगतान की अंतिम तिथि भी लिखकर आ रही है। इससे साइबर ठगी का खतरा बन गया है। डर है कि कहीं मैसेज पर क्लिक करते ही उनके खाते से रकम न उड़ जाए।
आगरा शहर में सभी के पास टोरंट पावर के नाम से घरों पर बिल भेजे जाते हैं। साथ ही ग्राहकों की मेल आईडी और मोबाइल पर मैसेज दिया जाता है। इस बिल में टोरंट कंपनी के अलावा यदि दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड का पिछला बकाया है तो उसका भी उल्लेख (बिल की हार्ड कापी) होता है। दूसरी कोई बिजली कंपनी यहां नहीं है।
उसके बाद भी यहां के ग्राहकों के पास दक्षिण गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (डीजीवीसीएल) से मोबाइल पर ग्राहक संख्या और भुगतान की राशि भेजी जा रही है। शहर के कई लोगों ने ‘हिन्दुस्तान’ को फोन कर बताया कि इस तरह के मैसेज से उन्हें काफी परेशानी हो रही है। हर महीने मैसेज आ जाता है। हालांकि ये मैसेज 30 रुपये का ही है, लेकिन कहीं साइबर फ्राड न हो जाए , इसका डर लगा हुआ है।
क्या करें क्या न करें
- बिजली कंपनियां अपने ग्राहकों को बिजली बिल के बारे में जानकारी देने के लिए मैसेज भेजती हैं, लेकिन आजकल साइबर फ्रॉड के कारण कई लोग ऐसे फर्जी मैसेज से ठगे जा रहे हैं। इसलिए सावधान रहें और ऐसे किसी भी मैसेज पर जवाब देने से बचें।
- यदि आपको बिजली बिल के बारे में मैसेज किसी अज्ञात नंबर से आता है, तो वह फर्जी हो सकता है।
- यदि मैसेज में किसी विशेष नंबर पर संपर्क करने या पेमेंट करने के लिए लिंक दिया गया है, तो वह फर्जी हो सकता है।
- यदि आपको कोई संदेह है, तो मैसेज को तुरंत डिलीट कर दें और रिप्लाई न करें।
- बिजली की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन नंबर का ही उपयोग करें