डग्गमार वाहन भर रहे फर्राटा, यात्रियों संग राजस्व को लग रही चपत
Kushinagar News - पडरौना में यातायात के लिए स्थायी बस स्टैंड की कमी है। तीन तहसीलों में सरकारी बसों के लिए कोई स्टेशन नहीं है, जिससे डग्गामार वाहन चल रहे हैं। यात्रियों को मजबूरन इन अवैध वाहनों का सहारा लेना पड़ता है,...

पडरौना। जिले में आवागमन की सुविधा के लिए पडरौना, कसया में तो परिवहन विभाग ने स्थायी बस स्टैंड बनवा रखा है। साथ ही यात्रियों के लिए सुविधाएं भी है, लेकिन जिले की तीन अन्य तहसीलों में सरकारी बसों के लिए कोई स्थायी स्टेशन नहीं है। यही वजह कि इन जगहों पर खुलेआम डग्गामार वाहन चलते हैं। इन बसों को चलवाने वाले लोग जबरन यात्रियों को खींचकर बैठा लेते हैं और अगर सरकारी बस चालक-परिचालक इसका विरोध करते हैं तो वे मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। इसके चलते जहां एक ओर यात्रियों को मजबूर होकर डग्गमार वाहनों से ही सफर करना पड़ता है, वहीं राजस्व को भी चपत लग रही है। स्थायी बस स्टैंड न होने के कारण तमकुहीराज से गोरखपुर, तमकुहीराज से समउर, तमकुहीराज से गोपालगंज, तमकुहीराज से सेवरही आदि विभिन्न स्थानों पर जाने के लिए डग्गामार वाहनों के सहारे स्थानीय नागरिकों एवं राहगीरों को अपनी यात्रा पूरी करनी पड़ती है। इन अवैध स्टैंड पर होने वाली वसूली के कारण प्रतिमाह लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान होता है। वहीं अवैध स्टैंड चलाने वालों में वर्चस्व की जंग होते रहने से पुलिस प्रशासन एवं तहसील प्रशासन की कार्यप्रणाली हमेशा सवालों के घेरे में रहती है। वर्तमान समय में भी इन अवैध स्टैंड के सहारे ही तमकुहीराज से विभिन्न स्थानों के लिए जाने वाले राहगीरों की यात्राएं पूरी होती है। शेड एवं शुद्ध पेयजल व्यवस्था आदि न होने के कारण राहगीरों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है।
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