यूपी के इस जिले में मिला जमीनों का एक और बड़ा घोटाला, एसआईटी गठित
- उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में जमीनों का एक और बड़ा घोटाला मिला है। इस मामले में एसआईटी गठित कर डीएम ने रिपोर्ट मांगी है। गाटाओं के आगे डॉट, सेमी कोलन आदि स्पेशल करेक्टर चिन्ह के जरिए यह घपला किया गया।

मुरादाबाद में जमीनों के मामले में एक और बड़ा घोटाला सामने आया है। इस मामले में एसआईटी गठित कर डीएम ने रिपोर्ट मांगी है। लाकड़ी फाजलपुर गांव के गाटाओं में डाट और सेमी कॉलन जैसे चिन्हों का इस्तेमाल कर आठ गुने गाटा कर दिए गए। रियल टाइम खतौनी देखी गई तो उसमें सभी विभाजित गाटा मिलाकर 40088 गाटे प्रदर्शित हो रहे हैं। जिनके रकबों का कुल योग 5879.501 हेक्टेयर आ रहा है। खतौनी के मूल गाटे 5811 हैं और रकबा 802.5243 हेक्टेयर है। रियल टाइम खतौनी में देखने में आया है कि इस ग्राम के गाटाओं के आगे डॉट, सेमी कोलन आदि स्पेशल करेक्टर चिन्ह के जरिए यह घपला किया गया। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने नगर मजिस्ट्रेट, उप जिलाधिकारी सदर, बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी और नायब तहसीलदार भोजपुर की विशेष जांच कमेटी बना कर एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है।
मुरादाबाद में जमीन के घोटालों की परतें खुलीं तो एक नया घोटाला सामने आया। जिससे साबित हो गया है कि शहर से सटे लाकड़ी फाजलपुर में सोची समझी रणनीति के तहत तहसील स्टाफ ने मिल कर अरबों की जमीन में खेल किया। इसमें कुछ तत्कालीन अफसरों की गर्दन भी फंस सकती है। एसआईटी यह भी चिन्हित करेगी कि गड़बड़ी के दौरान किस अफसर या कर्मचारी की तैनाती रही है।
कुछ दिन पहले लाकड़ी समेत, मनोहरपुर, मंगूपुरा और डिडौरी में जिलाधिकारी ने जमीन की सीमा बदलने, सीलिंग की जमीन खुर्द बुर्द करने में जांच करवाई थी। इसके साथ ही उन्होंने रेत, नदी, बंजर समेत कई अलग किस्मों की जमीन जो निजी गाटाओं में दर्ज नहीं की जा सकती है उसमें गड़बड़ी पाई थी तो इसकी खरीद बिक्री पर रोक लगा दी थी। इसी के बीच में लाकड़ी फाजलपुर में यह नया घोटाला मिला जिसमें जमीन के गाटाओं को खतौनी मे अलग अलग दर्ज करने के लिए स्पेशल चिन्ह को सहारा बनाया गया। किसी गाटा के आगे पर दो डाट लगा दिए तो किसी के आगे सेमी कोलन तो कहीं डबल कोलन लगा कर गाटा अलग करके जमीनों में अलग नाम चढ़ा दिए। आठ गुना गाटा संख्या जब रियल टाइम खतौनी में दिखाई दिया तो सही खतौनी से मिलान में आया कि जो गाटा 5811 होने चाहिए उनकी संख्या रियल टाइम खतौनी में 40088 और जो रकबा 802.5243 हेक्टेयर होना चाहिए वह 5879.501 हेक्टेयर दिख रहा है।
मुरादाबाद में जमीनों के मामले में एक और बड़ा घोटाला सामने आया है। इस मामले में एसआईटी गठित कर डीएम ने रिपोर्ट मांगी है। लाकड़ी फाजलपुर गांव के गाटाओं में डाट और सेमी कॉलन जैसे चिन्हों का इस्तेमाल कर आठ गुने गाटा कर दिए गए। रियल टाइम खतौनी देखी गई तो उसमें सभी विभाजित गाटा मिलाकर 40088 गाटे प्रदर्शित हो रहे हैं। जिनके रकबों का कुल योग 5879.501 हेक्टेयर आ रहा है। खतौनी के मूल गाटे 5811 हैं और रकबा 802.5243 हेक्टेयर है। रियल टाइम खतौनी में देखने में आया है कि इस ग्राम के गाटाओं के आगे डॉट, सेमी कोलन आदि स्पेशल करेक्टर चिन्ह के जरिए यह घपला किया गया। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने नगर मजिस्ट्रेट, उप जिलाधिकारी सदर, बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी और नायब तहसीलदार भोजपुर की विशेष जांच कमेटी बना कर एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है।
मुरादाबाद में जमीन के घोटालों की परतें खुलीं तो एक नया घोटाला सामने आया। जिससे साबित हो गया है कि शहर से सटे लाकड़ी फाजलपुर में सोची समझी रणनीति के तहत तहसील स्टाफ ने मिल कर अरबों की जमीन में खेल किया। इसमें कुछ तत्कालीन अफसरों की गर्दन भी फंस सकती है। एसआईटी यह भी चिन्हित करेगी कि गड़बड़ी के दौरान किस अफसर या कर्मचारी की तैनाती रही है।
कुछ दिन पहले लाकड़ी समेत, मनोहरपुर, मंगूपुरा और डिडौरी में जिलाधिकारी ने जमीन की सीमा बदलने, सीलिंग की जमीन खुर्द बुर्द करने में जांच करवाई थी। इसके साथ ही उन्होंने रेत, नदी, बंजर समेत कई अलग किस्मों की जमीन जो निजी गाटाओं में दर्ज नहीं की जा सकती है उसमें गड़बड़ी पाई थी तो इसकी खरीद बिक्री पर रोक लगा दी थी। इसी के बीच में लाकड़ी फाजलपुर में यह नया घोटाला मिला जिसमें जमीन के गाटाओं को खतौनी मे अलग अलग दर्ज करने के लिए स्पेशल चिन्ह को सहारा बनाया गया। किसी गाटा के आगे पर दो डाट लगा दिए तो किसी के आगे सेमी कोलन तो कहीं डबल कोलन लगा कर गाटा अलग करके जमीनों में अलग नाम चढ़ा दिए। आठ गुना गाटा संख्या जब रियल टाइम खतौनी में दिखाई दिया तो सही खतौनी से मिलान में आया कि जो गाटा 5811 होने चाहिए उनकी संख्या रियल टाइम खतौनी में 40088 और जो रकबा 802.5243 हेक्टेयर होना चाहिए वह 5879.501 हेक्टेयर दिख रहा है।
|#+|
गुरैठा की जमीन जल्द सरकारी अभिलेखों में दर्ज होगी
गुरैठा में मिली सीलिंग की जीमन के मामले में फाइनल आदेश पर मामला पहुंच गया है। एडीएम फाइनेंस की कोर्ट से इस मामले में फाइनल आदेश होने के बाद इसे मूल अभिलेखों में सीलिंग दर्ज कर दिया जाएगा। नोटिस के बाद की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जमीन का एक बड़ा हिस्सा अभिलेखों मे दर्ज होगा।
213 गाटों की खरीद बिक्री पर लगाई गई रोक
लाकड़ी फाजलपुर में 96 गाटा और मनोहरपुर में 117 गाटाओं की जमीन की बैनामा रजिस्ट्री पर जिलाधिकारी ने चार फरवरी को रोक लगा दी थी। प्राधिकरण और नगर निगम को भी लिस्ट भेजी गई है जिससे निजी व्यक्ति इस जमीन का फायदा नहीं उठा सकें। पूर्व में 3807 गाटाके साथ कई पर रोक लगाई जा चुकी है।
स्पेशल इन्वेस्टेगेटिंग कमेटी में यह अधिकारी
● सिटी मजिस्ट्रेट
● एसडीएम सदर
● बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी
● नायब तहसीलदार भोजपुर