ग्रामीण इलाके में घरेलू उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिल गई है। हर महीने 50 यूनिट से अधिक खपत करने वाले ग्रामीण घरेलू और बीपीएल श्रेणी (कुटीर ज्योति) के सवा करोड़ उपभोक्ताओं को अब 40 पैसे यूनिट सस्ती बिजली मिलेगी। जिससे सवा करोड़ उपभोक्ताओं को फायदा होगा।
यूपी में बिजली उपभोक्ता को बड़ी राहत मिली है। तीन दिन पहले महंगी हुई बिजली को सस्ता किया जाएगा। मई महीने में दो प्रतिशत सरचार्ज कम किया जाएगा। राज्य विद्युत नियामक आयोग ने इसको लेकर आदेश जारी कर दिया है।
यूपी में अप्रैल से बिजली बिल में अधिभार जोड़ने की तैयारी है। ऐसे में लोगों को बिजली महंगी मिलने वाली है। इस महंगी बिजली से राहत देने के लिए उपभोक्ता परिषद ने नियामक आयोग में याचिका दायर की है।
यूपी में बिजली विभाग ने लोगों को महंगाई का झटका दिया है। अप्रैल में लोगों की जेब ढीली कर दी है। विभाग ने बिल में ईंधन और समायोजन अधिभार भी जोड़ दिया है।
बिहार में बिजली और सस्ती होने वाली है। अगले 5 सालों में 43 फीसदी बिजली गैर परम्परागत ऊर्जा से आपूर्ति की जाएगी। जो ताप घरों की बिजली से सस्ती होती है। ऐसे में बिजली की खरीदारी करने पर कंपनी को कम पैसे खर्च करने होंगे और इसका लाभ आम लोगों को मिलेगा।
एक तरफ पूर्वांचल विद्युत वितरण के क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को 500 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास करेंगे तो दूसरी तरफ निजीकरण की प्रक्रिया चल रही है। इसे लेकर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने सवाल उठाया है। पूछा है कि जब निजीकरण करना है तो नई योजना क्यों शुरू हो रही।
यूपी में बिजली कंपनियों के निजीकरण की प्रक्रिया के बीच पावर कॉरपोरेशन और अलग-अलग बिजली कंपनियों में 17 डायरेक्टरों की नियुक्ति कर दी गई है। इन कंपनियों में पूर्वांचल और और दक्षिणांचल विद्युत वितरण कंपनियां भी हैं जिनका निजीकरण सबसे पहले होना है।
बीमार मरीजों की एक जांच एमआरआई मशीन से डॉक्टर करवाते हैं। यूपी में बिजली विभाग भी एक एमआरआई मशीन ले आई है जो बिजली की चोरी और मीटर रीडिंग से छेड़छाड़ को फटाक से पकड़ लेती है। नई मशीन से हड़कंप मचा है।
निजीकरण के खिलाफ लखनऊ में बिजली कर्मचारियों ने बुधवार को रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया। रैली में कई राज्यों के बिजली कर्मचारी संगठनों ने नेताओं का जमावड़ा हुआ। बिजली कर्मचारियों की मांगों का समर्थन करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने निजीकरण के बहाने आरक्षण छीनने की कोशिश का आरोप लगाया है।
यूपी में बिजली बिल भरना अब और आसान हो गया है। घर बैठे एप से ऑनलाइन भुगतान अब जिले और कनेक्शन नंबर से किया जा सकेगा। इसके लिए अब डिस्कॉम यानी बिजली कंपनी का चुनाव नहीं करना होगा।