आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी, कांग्रेस का महागठबंधन बिना मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किए ही मैदान में उतर सकता है। इसके पीछे कई वजहें बताई जा रही हैं। कहा ये भी जा रहा है कि तेजस्वी यादव को कोऑर्डिनेशन कमिटी की कमान सौंपकर महागठबंधन ने अनौपचारिक रूप से सब स्पष्ट कर दिया है।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। इससे बिहार का सियासी पारा गर्मा गया है। लोजपा-रामविलास के नेता और कार्यकर्ता भी उनसे बिहार चुनाव लड़ने की अपील कर चुके हैं।
चुनावी साल में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे की तैयारी की जा रही है। पीएम मोदी आगामी मई महीने में दो बार बिहार आ सकते हैं। मगध (पटना) और शाहाबाद में उनका कार्यक्रम संभावित है।
महागठबंधन की दूसरी बैठक में बिहार चुनाव को लेकर चार नई कमिटी गठित की गई है। आरजेडी, कांग्रेस समेत सभी घटक दलों के नेताओं से इन समितियों के सदस्यों के लिए नाम मांगे गए हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन की दूसरी बैठक के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सीएम फेस के सवाल पर कहा कि यह तो पिछली मीटिंग में ही स्पष्ट हो गया था, होशियार लोग समझ गए।
पटना स्थित कांग्रेस दफ्तर में गुरुवार को महागठबंधन की दूसरी बैठक आयोजित की गई। इसमें तेजस्वी यादव, कृष्णा अल्लावरु, मुकेश सहनी समेत आरजेडी, कांग्रेस और वाम दलों के नेताओं ने कई अहम फैसले लिए।
लोजपा-रामविलास के सांसद अरुण भारती के बयान, ‘बड़ी जिम्मेदारी मिलने पर चिराग पासवान इसी साल बिहार विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं’, पर अटकलों का दौर शुरू हो गया है।
बिहार चुनाव पर महागठबंधन की दूसरी बैठक 24 अप्रैल को पटना में होगी। तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में बनाई गई महागठबंधन की कोऑर्डिनेशन कमिटी के सभी सदस्य इस बैठक में शामिल होंगे।
आरजेडी के प्रवक्ता मनोज कुमार झा ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री का चेहरा हैं, यही सत्य है।
महागठबंधन की बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने सीएम कैंडिडेट के सवाल पर कहा कि सभी बातें अभी नहीं बताई जा सकती हैं। थोड़ा इंतजार का मजा लीजिए।