दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से कहा है कि उन्हें मायूस होने की जरूरत नहीं है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने पहली बार पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमने बड़ी शिद्दत और स्ट्रेटजी के साथ चुनाव लड़ा है। हमने कोई कसर नहीं छोड़ी। हमें अपने आप को बधाई देना है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की करारी हार के बाद पंजाब में भी सियासी घटनाक्रम तेज हो गए हैं। पंजाब की सरकार ने मंत्री धालीवाल से एक अहम जिम्मा छीन लिया है। वहीं कई अधिकारियों के ट्रांसफर कर दिए गए हैं।
अन्ना हजारे ने कहा कि अरविंद केजरीवाल पहले अच्छे मुख्यमंत्री थे, लेकिन शराब की दुकानों को खोलने के बाद लोगों का गुस्सा झेलना पड़ा। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को समाज के सामने एक उदाहरण पेश करना चाहिए...
अन्ना जारे ने संवाददाताओं से कहा कि एक महिला का राष्ट्रीय राजधानी की नयी मुख्यमंत्री बनना गर्व की बात है। उन्होंने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का जिक्र करते हुए कहा कि लोगों ने उनके ‘शुद्ध विचारों और कामों’ के कारण उन्हें वोट दिया।
दिल्ली की नवगठित भाजपा सरकार ने 24 तारीख से 3 दिन का विशेष सत्र बुलाया है। इसमें सभी विधायक शपथ तो लेंगे ही साथ ही 5 साल से लंबित कैग की 14 रिपोर्ट को भी पेश किया जाएगा।
आज भाजपा की रेखा गुप्ता ने दिल्ली की सीएम पद की शपथ ली। इसके साथ ही जानेंगे दिल्ली के मुख्यमंत्रियों का सफर। इसमें पहले सीएम ब्रह्म प्रकाश से लेकर रेखा गुप्ता तक की बात करेंगे।
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर उनसे दिल्ली विधानसभा में किसी दलित को नेता विपक्ष (एलओपी) बनाने का आग्रह किया है।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव की हार के बाद आम आदमी पार्टी को पहले छत्तीसगढ़ और अब गुजरात से खुशखबरी मिली है। गुजरात में हुए निकाय चुनाव में अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने कई सीटों पर जीत हासिल की है।
वीरेंद्र सचदेवा आतिशी के उन आरोपों का जवाब दे रहे थे जिनमें उन्होंने कहा था कि 10 दिन बीच जाने के हाद भी बीजेपी को दिल्ली का मुख्यमंत्री नहीं मिल पाया है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 48 विधायकों में से किसी पर विश्वास नहीं रख पा रहे हैं।