कई बार जाने-अनजाने घर में कुछ ऐसी चीजें जमा होने लगती है, जो लंबे समय में सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं। ये ऐसी चीजें होती हैं, जिन्हें पहला मौका मिलते ही तुरंत घर से बाहर फेंक देना चाहिए। ऐसा ना करने पर व्यक्ति को सेहत से जुड़े कई बड़े नुकसान झेलने पड़ सकते हैं। आइए जानते हैं कौन सी हैं ये 7 चीजें। Pic Credit: Shutterstock
हो सकता है आपके कमरे की अलमारी में भी एक्सपायर हो चुकी दवाइयों का ढेर लगा हुआ हो। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अनुसार, एक्सपायर हो चुकी दवाइयां कई बार ना सिर्फ बेअसर हो जाती है बल्कि उसमें होने वाले रासायनिक परिवर्तनों की वजह से खतरनाक भी हो सकती हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन ड्रग एब्यूज के अनुसार ऐसी खराब दवाएं खासकर बच्चों और किशोरों में कई बार घर पर आकस्मिक विषाक्तता और दुरुपयोग के जोखिम का खतरा बढ़ा देती हैं। Pic Credit: Shutterstock
कई रसोई घरों की अलमारियों में आज भी प्लास्टिक के डिब्बे भरे हुए दिखाई दे जाएंगे। इन डिब्बों में कई तो ऐसे होंगे, जिनमें बिस्फेनॉल ए (बीपीए) नामक रसायन हो सकता है, जो हार्मोन असंतुलन के साथ कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा भी बढ़ा सकता है। Pic Credit: Shutterstock
ज्यादातर लोग अकसर टीवी-एसी के रिमोट का सेल बदलकर उसे बेड की बगल में रखी दराज में डालते जाते हैं। बिना इसके खतरों को समझे ऐसा ना करें। पर्यावरण संरक्षण एजेंसी ने 2023 की रिपोर्ट में यह चेतावनी दी है कि यूज की हुई खराब बैटरियां कई बार हानिकारक रसायनों का रिसाव करके घर को दूषित कर सकती हैं। जिससे कई बार घर में आग लगने का खतरा भी पैदा हो सकता है। Pic Credit: Shutterstock
कुछ सालों पहले तक नेफथलीन बॉल्स कपड़ों की अलमारी से लेकर स्टोर रूम तक में चीजों को खराब होने से बचाने के लिए यूज की जाती थी। लेकिन आधुनिक विज्ञान आज घरों में इनका इस्तेमाल करने की पैरवी नहीं करता है।साल 2024 में, सी.डी.सी. ने दोहराया कि नेफथलीन बॉल्स के संपर्क में आने से खासतौर पर सांस के जरिए सिरदर्द, मतली और यहां तक कि गुर्दे की समस्या भी हो सकती है। Pic Credit: Shutterstock
भारतीय परिवारों में तकियों को जल्दी बदलने का ख्याल शायद ही किसी के मन में आता होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं लंबे समय तक एक ही तकिया यूज करने पर उसमें धूल के कण, बैक्टीरिया और फफूंद के लिए प्रजनन स्थल बन जाता है। अस्थमा और एलर्जी फाउंडेशन ऑफ अमेरिका का कहना है कि तकियों को हर एक या दो साल में बदलते रहना चाहिए। बावजूद इसके साल 2024 में किए गए सर्वेक्षणों में पता चला कि ज्यादातर लोग अपने बिस्तर के तकिए को 5 या उससे भी ज्यादा साल तक यूज करते रहते हैं। समय के साथ, तकिए में जमा मृत त्वचा कोशिकाएं और पसीना, एलर्जी का कारण भी बन सकता है। जो कई बार श्वसन संबंधी स्थितियों को खराब कर सकता है। Pic Credit: Shutterstock
अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए)की चेतावनी को मानें तो एक्सपायरड कॉस्मेटिक्स बैक्टीरिया और फंगस के लिए प्रजनन स्थल बनकर त्वचा में जलन या आंखों में संक्रमण का कारण बन सकते हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कॉस्मेटिक साइंस में साल 2023 में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि एक्सपायरी डेट के बाद 60 प्रतिशत से अधिक इस्तेमाल किए गए मेकअप उत्पादों में हानिकारक रोगाणु पाए गए। अगर अब तक आपने भी महंगे होने की वजह से एक्सपायरड कॉस्मेटिक्स संभालकर रखे हुए हैं तो उसे पहला मौका मिलते ही घर से बाहर फेंक दें। Pic Credit: Shutterstock