मुंबई एक्सप्रेसवे के किनारे अवैध कॉलोनियों पर बुलडोजर चला
गुरुग्राम में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के किनारे सांचौली, किरंकी और दौहला गांवों में अवैध कॉलोनियों पर बुलडोजर चलाया गया। कुल 18 एकड़ जमीन पर बनी छह कॉलोनियां ध्वस्त की गईं। जमीन मालिकों के खिलाफ...

गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के किनारे गांव सांचौली में अवैध रूप से पनप रहीं कॉलोनियों पर बुधवार को बुलडोजर चलाया। इसके साथ-साथ गांव किरंकी और गांव दौहला में अवैध रूप से पनप रही कॉलोनियों को मलबे में मिलाया गया। डीटीपीई अमित मधोलिया के नेतृत्व में तोड़फोड़ दस्ता सबसे पहले गांव किरंकी में पहुंच गया। इस गांव में करीब एक एकड़ में अवैध रूप से एक नई कॉलोनी काटी जा रही थी। एक महीने पहले इस जमीन के मालिक को कारण बताओ नोटिस दिया था। जमीन मालिक ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इसके बाद रिस्टोरेशन आदेश जारी कर जमीन मालिक को एक सप्ताह के अंदर अवैध निर्माण तोड़ने के आदेश जारी हुए।
ऐसा नहीं होने पर तोड़फोड़ दस्ता इस गांव में पहुंच गया। बुलडोजर की मदद से सात मकानों का निर्माण करने के लिए बनाई गई डीपीसी को मलबे में मिला दिया। इसके अलावा सड़क को उखाड़ दिया गया। इसके बाद तोड़फोड़ दस्ता गांव सांचौली में पहुंच गया। यह गांव दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के समीप है। इस गांव में अवैध रूप से चार कॉलोनियां काटी जा रही थीं। ये कॉलोनियां करीब 11 एकड़ जमीन पर बन रही थीं। इनमें एक कॉलोनी में अवैध रूप से फार्म हाउस तैयार किए जा रहे थे। डीटीपीई का आदेश मिलने के बाद तोड़फोड़ दस्ते ने तीन निर्माणाधीन मकानों को तोड़ दिया। नौ मकान तैयार करने के लिए डाली गई चारदीवारी को मलबे में मिलाया गया। इसके अलावा सड़क को उखाड़ दिया। इसके पश्चात तोड़फोड़ दस्ते ने गांव दौहला में अवैध रूप से पनप रही कॉलोनी के खिलाफ कार्रवाई की। इस गांव में करीब एक एकड़ में एक कॉलोनी काटी जा रही थी। इस कॉलोनी में अभी 100 मीटर की चारदीवारी हुई थी। इसे तोड़ दिया गया और सड़क को उखाड़ दिया गया। इन तीनों गांवों में 18 एकड़ जमीन पर अवैध रूप से छह कॉलोनियां काटी जा रही थीं। जमीन मालिकों पर एफआईआर होगी डीटीपीई ने बताया कि जिन जमीन मालिकों की जमीन पर अवैध रूप से कॉलोनी काटी जा रही थी, उनके खिलाफ एफआईआर होगी। तोड़फोड़ में आए खर्च को इनसे वसूल किया जाएगा। प्रॉपर्टी माफिया की पहचान की जा रही है। उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना पड़ेगा इन तीनों गांवों में अवैध रूप से पनप रहीं कॉलोनियों की जानकारी तहसीलदार से साझा की जाएगी। उन्हें पत्र के माध्यम से बोला जाएगा कि इन गांवों में खेतिहर जमीन की टुकड़ों में रजिस्ट्री करने से पहले डीटीपीई कार्यालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया जाए। गांवों के निरीक्षण के निर्देश डीटीपीई ने सोहना के कनिष्ठ अभियंता को आदेश जारी किए हैं कि वह इन तीनों गांवों में पनप रहीं इन कॉलोनियों पर नजर रखें। हर सप्ताह इन गांवों का निरीक्षण किया जाए। यदि कॉलोनी पनपती है तो उसे बिना किसी देरी के मलबे में मिलाया जाए। कनिष्ठ अभियंता को चेतावनी भी दी कि यदि कॉलोनी पनप जाती है तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। 15 दिन में 22 कॉलोनियों पर बुलडोजर चलेगा डीटीपीई कार्यालय में अगले 15 दिन में 22 कॉलोनियों पर बुलडोजर चलाने का लक्ष्य रखा है। ये कॉलोनियां सोहना, फर्रुखनगर, पटौदी, पचगांव, भोंडसी में विकसित हो रही हैं। जमीन मालिकों को नोटिस जारी किया जा चुका है। इन स्थानों पर विशेष नजर अवैध कॉलोनियों को लेकर डीटीपीई कार्यालय की मुख्य नजर फर्रुखनगर के गांव सैदपुर, सुल्तानपुर, खुर्मपुर, सोहना के गांव अलीपुर, भोंडसी, घामडौज, सहजावास, गुरुग्राम के गांव कादरपुर, बादशाहपुर, दरबारीपुर, टीकरी और फाजिलपुर झाड़सा पर है। पटौदी ब्लॉक में भी कई कॉलोनियों पर डीटीपीई कार्यालय की नजर है। लोगों से अपील है कि अवैध रूप से खेतिहर जमीन पर इन कॉलोनियों को काटा जा रहा है। सस्ते में प्लॉट मुहैया करवाने के प्रॉपर्टी माफिया के लालच में न आएं। ये कॉलोनियां कभी भी टूट सकती हैं। बिजली, पानी, सीवर, पार्क आदि बुनियादी सुविधाएं इन कॉलोनियों में नहीं मिलती हैं। अपनी जिंदगी की जमापूंजी इनमें न लगाएं। - अमित मधोलिया, डीटीपीई, नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग
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