अब दिल्ली से कश्मीर पहुंचने में कितने घंटे लगेंगे? एक जगह बदलनी पड़ेगी ट्रेन, पूरा रूट समझिए
दिल्ली से कश्मीर तक की ट्रेन यात्रा अब अधिक तेज हो गई है। जहां पहले 15-24 घंटे लगते थे, अब 11-13 घंटे में श्रीनगर पहुंचा जा सकता है, बशर्ते कटरा में ट्रेन बदलने का समय अच्छे से प्लान किया जाए।

धरती का स्वर्ग कहा जाने वाला हमारा कश्मीर अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांति के लिए हमेशा से यात्रियों को आकर्षित करता रहा है। दिल्ली से कश्मीर तक की ट्रेन यात्रा न केवल एक सुगम विकल्प है, बल्कि यह यात्रियों को भारत की विविधता और खूबसूरती का अनुभव भी कराती है। हालांकि दिल्ली से कश्मीर के लिए कोई सीधी ट्रेन नहीं है लेकिन अब यह यात्रा पहले से कहीं ज्यादा आसान होने वाली है। जी हां, प्रधानमंत्री मोदी ने 6 जून को कटरा-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई, जो घाटी को शेष भारत से जोड़ने वाली पहली ट्रेन है।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में चिनाब रेलवे पुल का शुक्रवार को उद्घाटन किया जो दुनिया का सबसे ऊंचा मेहराब वाला रेलवे पुल (आर्च ब्रिज) है। प्रधानमंत्री मोदी चिनाब रेलवे पुल पर तिरंगा लेकर चले। चिनाब पुल के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर में अंजी नदी पर बने भारत के पहले ‘केबल-स्टेड’ रेलवे पुल का उद्घाटन किया। आइए, दिल्ली से कश्मीर तक की ट्रेन यात्रा के समय, रूट, ट्रेन बदलने की आवश्यकता और पहले के समय की तुलना करते हुए विस्तार से समझते हैं।
अब दिल्ली से कश्मीर तक की यात्रा का समय और रूट
7 जून, 2025 यानी कल से कटरा-श्रीनगर वंदे भारत ट्रेन शुरू हो रही है। आज पीएम मोदी ने ट्रेन को हरी झंडी दिखा दी। अब आपको केवल एक ट्रेन बदलनी पड़ेगी और आप सीधे दिल्ली से कश्मीर (श्रीनगर) ट्रेन के जरिए पहुंच जाएंगे। बता दें कि अभी तक कोई भी ट्रेन नई दिल्ली से सीधे श्रीनगर तक नहीं चलती है। अब ट्रेन से यात्रा का मुख्य पड़ाव श्री माता वैष्णो देवी कटरा (SVDK) है, जहां से श्रीनगर के लिए दूसरी ट्रेन लेनी होगी।
दिल्ली से यात्रा का समय
दिल्ली से कटरा: दिल्ली से श्री माता वैष्णो देवी कटरा तक की यात्रा में लगभग 8 से 10 घंटे तक का समय लगता है, जो ट्रेन के प्रकार पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, जम्मू राजधानी (12425) और वंदे भारत एक्सप्रेस (22439) सबसे तेज ट्रेनें हैं।
कटरा से श्रीनगर: कटरा से श्रीनगर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग 3 घंटे में पहुंचाएगी।
कुल समय: ट्रेन बदलने और स्टेशन पर प्रतीक्षा समय (लगभग 1-2 घंटे) को मिलाकर दिल्ली से श्रीनगर तक की यात्रा में कुल 11 से 13 घंटे लग सकते हैं।
पूरा रूट समझ लीजिए
दिल्ली से श्रीनगर तक का रूट दो हिस्सों में बंटा है:
पहला हिस्सा- दिल्ली से कटरा: नई दिल्ली (NDLS), सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र जंक्शन, अंबाला कैंट, लुधियाना, जालंधर कैंट, पठानकोट कैंट, जम्मू तवी, और श्री माता वैष्णो देवी कटरा (SVDK)।
इस रूट पर चलने वाली प्रमुख ट्रेनें हैं:
जम्मू राजधानी (12425): नई दिल्ली से रात 8:40 बजे चलती है और अगले दिन सुबह 5:00 बजे कटरा पहुंचती है। यह ट्रेन रोज चलती है।
वंदे भारत एक्सप्रेस (22439): नई दिल्ली से सुबह 6:00 बजे चलती है और दोपहर 2:00 बजे कटरा पहुंचती है। यह बुधवार को छोड़कर रोज चलती है।
मालवा एक्सप्रेस (12919): नई दिल्ली से सुबह 4:30 बजे चलती है और दोपहर 2:30 बजे कटरा पहुंचती है।
उत्तर संपर्क क्रांति (12445): नई दिल्ली से रात 8:30 बजे चलती है और सुबह 5:20 बजे कटरा पहुंचती है।
दूसरा हिस्सा- कटरा से श्रीनगर: श्री माता वैष्णो देवी कटरा, बनिहाल, और श्रीनगर।
इस रूट पर अभी केवल दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चल रही हैं।
कटरा से श्रीनगर: ट्रेन नंबर 26401
प्रस्थान: सुबह 8:10 बजे (श्री माता वैष्णो देवी कटरा स्टेशन)
बनिहाल स्टेशन पर ठहराव: सुबह 9:56 बजे (2 मिनट का स्टॉप)
आगमन: सुबह 11:08 बजे (श्रीनगर स्टेशन)
दूसरी ट्रेन: ट्रेन नंबर 26403
प्रस्थान: दोपहर 2:55 बजे (कटरा)
बनिहाल स्टेशन पर ठहराव: शाम 4:40 बजे (2 मिनट का स्टॉप)
आगमन: शाम 5:53 बजे (श्रीनगर)

कहां बदलनी पड़ेगी ट्रेन?:
जैसा कि ऊपर बताया गया है, यात्रियों को श्री माता वैष्णो देवी कटरा स्टेशन पर ट्रेन बदलनी पड़ेगी। नई दिल्ली से कटरा तक की यात्रा के बाद, कटरा स्टेशन पर कुछ घंटों का इंतजार करना पड़ सकता है, जो ट्रेनों के समय पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, यदि आप जम्मू राजधानी से सुबह 5:00 बजे कटरा पहुंचते हैं, तो वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए आपको सुबह 8:10 तक इंतजार करना होगा।
सुझाव: टिकट बुक करते समय ट्रेनों का समय देखकर ऐसा शेड्यूल चुनें, जिसमें प्रतीक्षा समय कम हो।
पहले कैसे और कितने समय में पहुंचते थे?
पहले जम्मू-श्रीनगर रेल लिंक पूरा नहीं हुआ था, इसलिए दिल्ली से कश्मीर तक की यात्रा पूरी तरह से ट्रेन के माध्यम से संभव नहीं थी। यात्रियों को जम्मू तवी या उधमपुर तक ट्रेन से जाना पड़ता था, और फिर वहां से श्रीनगर तक सड़क मार्ग (बस या टैक्सी) से यात्रा करनी पड़ती थी। एक दूसरा विकल्प ये था कि कटरा, जम्मू तवी या फिर उधमपुर से सड़क के रास्ते बनिहाल तक जाएं और फिर वहां से श्रीनगर तक की ट्रेन लें। ये विस्टाडोम ट्रेनें पहले ज्यादा समय लेती थीं।
पहले का समय और रूट
दिल्ली से जम्मू तवी/उधमपुर: दिल्ली से जम्मू तवी तक की यात्रा में 9 से 16 घंटे लगते थे, जो ट्रेन पर निर्भर करता था। उदाहरण के लिए:
जम्मू राजधानी (12425): लगभग 9 घंटे में जम्मू तवी पहुंचती थी।
झेलम एक्सप्रेस (11077): 14-16 घंटे का समय लेती थी।
जम्मू तवी/उधमपुर से श्रीनगर: सड़क मार्ग से श्रीनगर पहुंचने में 6-8 घंटे और लगते थे, क्योंकि जम्मू से श्रीनगर की दूरी लगभग 270 किलोमीटर है। इस तरह, कुल यात्रा में 15 से 24 घंटे लग जाते थे।
रूट: दिल्ली से जम्मू तवी/उधमपुर तक का रेल रूट वही था, जो आज है (नई दिल्ली, अंबाला, लुधियाना, जालंधर, पठानकोट), लेकिन इसके बाद यात्रियों को सड़क मार्ग से बनिहाल, अनंतनाग, और श्रीनगर की ओर जाना पड़ता था। यह रास्ता मौसम और सड़क की स्थिति पर निर्भर करता था, जिसके कारण यात्रा में देरी भी हो सकती थी।
पहले और अब में अंतर
पहले की तुलना में अब यात्रा का समय 15-24 घंटों से घटकर 11-13 घंटों में सिमट गया है। वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरूआत और जम्मू-श्रीनगर रेल लिंक के पूरा होने से यह संभव हुआ है। पहले सड़क मार्ग की यात्रा थकाऊ और अनिश्चित होती थी, खासकर खराब मौसम में। बारिश के समय जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर अक्सर लैंडस्लाइड होती रहती हैं जिसके कारण उसे काफी समय तक बंद भी रहना पड़ता है। अब पूरी यात्रा रेल मार्ग से हो सकती है, जो सुरक्षित और आरामदायक है। वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी हाई-स्पीड ट्रेनों ने यात्रा को न केवल तेज, बल्कि अधिक आरामदायक भी बनाया है। इसमें वाई-फाई, आरामदायक सीटें, और बेहतर खानपान जैसी सुविधाएं हैं।