अकीदत और उल्लास से मनी बकरीद
जमशेदपुर में बकरीद का त्योहार अकीदत और उल्लास के साथ मनाया गया। लोग नए कपड़े पहनकर मस्जिद गए और नमाज अदा की। मुफ्ती अब्दुल मलिक ने कुर्बानी की अहमियत बताई। सामूहिक दुआ में शांति और भाईचारे की कामना की...

जमशेदपुर।शहर में शनिवार को बकरीद का त्योहार अकीदत, उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। सुबह से ही शहर की गलियों और मोहल्लों में रौनक नजर आई। लोगों ने नए कपड़े पहनकर मस्जिद और ईदगाह का रुख किया और अल्लाह के हुजूर सजदे में झुककर अमन-चैन और इंसानियत की दुआ मांगी।आजादनगर ईदगाह मैदान में सबसे बड़ी नमाज अदा की गई, जहां हजारों की संख्या में नमाजी एकत्रित हुए। मुफ्ती अब्दुल मलिक मिसबाही ने नमाज अदा कराई और खुतबा (इस्लामी संदेश) सुनाया। उन्होंने अपने संदेश में कुर्बानी की अहमियत को रेखांकित करते हुए कहा कि यह पर्व त्याग, समर्पण और ईश्वर भक्ति का प्रतीक है, जो हमें खुदा की राह में अपनी सबसे प्यारी चीज भी अर्पित करने की प्रेरणा देता है।
नमाज के बाद सामूहिक दुआ-ए-खास की गई, जिसमें देश-दुनिया में शांति, भाईचारा, आपसी सौहार्द और समृद्धि की कामना की गई। लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर मुबारकबाद दी और मिठास से भरे रिश्तों को फिर से संजोया। ईद-उल-अजहा पर कुर्बानी का सिलसिला भी आरंभ हो गया है, जो तीन दिन तक चलेगा। शहर के विभिन्न इलाकों में लोग श्रद्धा और नियमों के साथ कुर्बानी की परंपरा निभा रहे हैं। इस दौरान स्वच्छता, शांति और सामंजस्य बनाए रखने के लिए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए गए। धार्मिक उत्साह के साथ सामाजिक सौहार्द का दृश्य देखने को मिला, जिसने जमशेदपुर को एक बार फिर गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल बना दिया।
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