बोले बुलंदशहर : सुविधाएं मिले तो चमकेगा धमैड़ा रोड का बाजार
Bulandsehar News - धमैड़ा रोड बाजार में जाम, पार्किंग, और शौचालयों की कमी जैसी समस्याएं व्यापारीयों के लिए मुसीबत बन गई हैं। बरसात में जलभराव और अव्यवस्था के कारण व्यापार प्रभावित हो रहा है। व्यापारी जिला प्रशासन से...
धमैड़ा रोड बाजार में अवस्थाओं का बोल बाला है। जाम, पार्किंग और शौचालयों जैसे मूलभूत समस्याएं भी बाजार को घेरे हुए है। इसके अलावा यहां न तो सफाई की कोई व्यवस्था है न पथ प्रकाश के लिए स्ट्रीट लाइट। ऐसे में यहां बीमारियों और आपराधिक घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। व्यापारियों ने इन समस्याओं के निस्तारण के लिए जिला प्रशासन से कई बार मांग उठाई, लेकिन हर बार उनकी गुहार को अनसुना कर दिया गया। नगर के काली नदी रोड पुल पार धमैड़ा रोड पर करीब दो हजार से अधिक व्यापारी विभिन्न प्रकार का कारोबार करते हैं। इसे बुलंदशहर का ग्रामीण अंचल को जोड़ने वाला व्यापारिक क्षेत्र भी माना जाता है।
वर्तमान में यह बाजार सुविधाओं के अभाव और प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार है। एक ओर जहां यह बाजार कभी व्यापारिक गतिविधियों का मुख्य केंद्र था, वहीं अब इसकी पहचान अव्यवस्था, जलभराव और अराजकता बनती जा रही है। बरसात में गलियों और दुकानों में पानी भर जाना आम बात हो गई है, जिससे न सिर्फ व्यापार प्रभावित होता है, बल्कि ग्राहकों की आवाजाही भी बाधित होती है। स्ट्रीट लाइटों की भारी कमी के कारण शाम ढलते ही यह आजार अंधेरे में डूब जाती है, जिससे सुरक्षा संबंधी गंभीर चिंताएं उत्पन्न होती हैं। सड़क के सहारे खड़े डग्गेमार वाहन जाम का कारण बनते हैं, जिनके खिलाफ थाना पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं करती है। महंगी पार्किंग, ई-रिक्शा की अव्यवस्थित आवाजाही और अतिक्रमण ने बाजार की गतिशीलता को और बाधित कर दिया है। बैठने के स्थानों का अभाव और शौचालयों की कम संख्या ग्राहकों के लिए असुविधा पैदा करती है। इसके अलावा, पहले से ही व्यापार प्रभावित था, अब बढ़ती गर्मी ने भी हालात बदतर कर दिए हैं। इस बाजार के कई व्यापारी ऐसे हैं जो कपड़ा आदि माल का व्यापार करते हैं जो दिल्ली और गाजियाबाद से आता है। बाजार में अतिक्रमण होने की वजह से यहां के दुकानदारों को भी काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही, बढ़ती गर्मी ने ग्राहकों को घर में ही रहने पर मजबूर कर दिया है। भीषण गर्मी में न तो ग्राहक मार्केट आना चाहते हैं और न ही दुकानदारों को ठीक से व्यापार करने में सुविधा मिलती है। व्यापारियों को प्रशिक्षण, नई मार्केटिंग रणनीति और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर व्यापार की सुविधा दी जानी चाहिए, ताकि ऐसे बाहरी प्रभावों से उनका व्यापार सुरक्षित रह सके। ----- बरसात के दिनों में होता है जलभराव धमैड़ा रोड के व्यापारियों ने बताया कि इस बाजार में सबसे बड़ी दिक्कत बरसात के दिनों में आती है। क्योंकि बरसात के दिनों में बाजार में जलभराव हो जाता है। इस वजह से व्यापारियों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। काफी बार नगर पालिका के अधिकारियों से इस समस्या से निजात की गुहार लगाई जा चुकी है। उसके बाद अभी तक कोई समस्या का हल नहीं हो पाया है। बाजार के व्यापारियों को इस समस्या से जल्द से जल्द निजात मिलनी चाहिए। क्योंकि बाजार में हर समय ग्राहकों का आना-जाना लगा रहता है। बरसात के दिनों में पानी भरने की वजह से व्यापार पर काफी असर पड़ता है। ----- बाजार में शौचालय तक नहीं धमैड़ा रोड के बाजार में शौचालय की व्यवस्था नहीं है। लोगों को दिक्कत होती है तो उनको पास ही थोड़ी दूर पर खुली सड़क और कांप्लेक्स में जाना पड़ता है। सबसे ज्यादा दिक्कत इस बाजार में आने वाली महिलाओं और बच्चियों को होती है। दुकानदारों का कहना है कि जब ऐसी कोई स्थिति होती है तो महिलाओं को पास के घरों में भेज देते हैं। यहां मार्केट में अभी कोई व्यवस्था नहीं है। इससे सभी लोगों को परेशानी होती है। ------ ई-रिक्शा से मार्केट में लग रहा जाम ई-रिक्शा ने एक ओर जहां आवाजाही को सुलभ बनाया है, वहीं दूसरी ओर यह अब जाम का बड़ा कारण बन गया है। यह वाहन बिना किसी नियम के बाजार में प्रवेश करते हैं और जहां-तहां खड़े रहते हैं। इससे मार्ग अवरुद्ध हो जाते हैं और पैदल चलना भी कठिन हो जाता है। नगर पालिका को ई-रिक्शा के लिए तय मार्ग और स्टॉप निर्धारित करने चाहिए। साथ ही, इन चालकों को प्रशिक्षण और पहचान-पत्र देना भी जरूरी है। ------ अतिक्रमण की वजह से लगता है जाम दुकानदारों ने बताया कि बाजार में काफी अतिक्रमण रहता है। दुकान के बाहर व्यापारी अपने वाहन नहीं खड़े कर पाते। इलाके में खरीदारी करने वाले लोग भी दुकानों के बाहर अपने दोपहिया वाहन खड़े कर देते हैं। इस कारण समस्या होती है। तकरीबन यह स्थिति हर दिन की है। भीड़ के चलते अपने ही दोपहिया वाहन में टूट-फूट हो जाती है। बाइक के इंडीकेटर तो आए दिन टूट जाते हैं। कई बार लोगों से बहस भी होती है। लेकिन इस समस्या से निजात नहीं मिल रही है। --------- पार्किंग की समस्या से परेशान हैं व्यापारी इस बाजार के व्यापारी अवैध पार्किंग के चलते काफी परेशान हैं। अवैध पार्किंग की वजह से जाम लग जाता है। इससे हादसे होने के साथ-साथ जाम की स्थिति भी बनी रहती है। बाजार में कोई पार्किंग स्थल न होने के कारण बाजारों में आने-जाने के लिए लोगों को सड़क पर ही वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। जाम होने के कारण ग्राहक व दुकानदार परेशान रहते हैं। बाजार में अवैध वाहन सड़कों पर खड़े होने के कारण निकलने का रास्ता बहुत कम रह जाता है, इस कारण हादसा होने का डर बना रहता है। ------- दुकानदारों का दर्द जानें धमैड़ा रोड बाजार में अवस्थाओं का बोल बाला है। नगर पालिका के अधिकारियों को व्यवस्था में सुधार करना चाहिए। बाजार में कुछ भी सुविधा नहीं है। -धीरज चौधरी दुकानदार सुबह 10 बजे दुकान खोलने आते हैं तभी सफाईकर्मी नाली से गंदगी निकालने लगते हैं। जिससे बदबू फैल जाती है। जिस कारण ग्राहक भी नही आते हैं। -सुरेश चौधरी बाजार में सबसे बड़ी दिक्कत अतिक्रमण की है। इस समस्या का समाधान होना चाहिए। कई बार नगर पालिका के अधिकारियों को लिखित शिकायत दी जा चुकी है। -बबलू कुमार सफाईकर्मियों के गंदगी उठा लेने के बाद भी सूखा कूड़ा फेंका जाता है। यह क्रम दिनभर चलता रहता है। इस ओर किसी अधिकारी का कोई ध्यान नही है। -प्रवेश कुमार सब्जी-फल बेचने वाले सुबह से फुटवियर दुकानों के सामने डट जाते हैं। ठेला हटाने के लिए कहने पर झगड़ा करते हैं। पुलिस भी इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नही करती है। -जयप्रकाश शर्मा भीड़ के हिसाब से पुलिसकर्मियों की तैनाती नहीं के बराबर है। इसके चलते लोग मनमानी करते रहते हैं। कई बार छोटी-छोटी घटनाएं बडा रूप ले लेती हैं। -शशि देवी अव्यवस्थाओं के चलते दुकानदारी पर 60 फीसदी से ज्यादा असर पड़ रहा है। कर्मचारियों को पगार देनी मुश्किल हो रही है। जिम्मेदारों को इस ओर ध्यान देना चाहिए। -सुनीता देवी ट्रांसपोर्ट से दुकान तक सामान पहुंचने में कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है। कई बार रास्ते में रोकटोक की जाती है। जाम भी लग जाता है। -अंजली शर्मा पार्किंग न होने से वाहन मनमाने ढंग से खड़े कर दिए जाते हैं। ग्राहकों को दूर वाहन खड़ा कर पैदल आना पड़ता है। शिकायत के बाबजूद समाधान नही हो पाया है। -भारत शर्मा बिजली के जर्जर पोल और तारों के जाल से खतरे की आशंका रहती है। कई पोल अभी खतरा बने हुए हैं। इन समस्याओं से पता नही कभी निजात मिलेगी। -उमेश वर्मा लोग दुकानदारी के लिए मुख्य चौक आते हैं और दुकानों के आगे बाइक खड़ी कर चले जाते हैं। हम अपनी बाइक नहीं खड़ी कर पाते। -केशव कुमार बाजार में जिस प्रकार की समस्याएं हैं उनका त्वरित निस्तारण होना चाहिए। इसके लिए जगह-जगह पर विद्युत पोल लगने चाहिए। -प्रभात कुमार ------ शिकायत- 1-धमैड़ा रोड बाजार में महिलाओं के लिए बाजार में कोई शौचालय नहीं है। 2- बाजार की मुख्य सड़क पर अतिक्रमण हो चुका है। जिससे लोग परेशान होते हैं। 3- बाजार से कूड़ा उठाने की व्यवस्था बहुत ही खराब है। इसका कोई समाधान नहीं हुआ। 4- बाजार के मुख्य मार्ग पर ई-रिक्शा के आवागमन के कारण बाजार में जाम लग जाता है। 5- मार्केट में पीने के पानी के लिए एक हैंडपंप पर निर्भर रहना पड़ता है। सुझाव- 1- ई-रिक्शा को बाजार में प्रतिबंधित किया जाए जिससे दिक्कत न हो। 2- मार्केट में हादसे से बचाव के लिए फायर सिस्टम नहीं, इसे लगाया जाए। 3- इस मार्केट में महिलाओं के लिए शौचालय का निर्माण कराया जाए। 4- सब्जी मंडी बाजार से कूड़े की साफ-सफाई नियमित होनी चाहिए। 5- बाजार की मुख्य सड़क पर अतिक्रमण को हटाया जाना चाहिए। --------- कोट:: धमैड़ा रोड के बाजार के व्यापारियों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया है जाएगा। इस संबंध में जिला प्रशासन के अधिकारियों से वार्ता की जाएगी। - प्रदीप चौधरी, विधायक सदर।
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