छत्तीसगढ़ के स्कूल में 5 बच्चों ने मिलकर किया था ब्लास्ट, महिला टीचर को निशाना बनाने रखा था 'बम'
- पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि पांचों छात्र अपनी शिक्षिका से नाराज थे और उन्होंने टीचर को निशाना बनाने के लिए ऑनलाइन वीडियो देखने के बाद विस्फोट करने की योजना बनाई थी।
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छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में पिछले सप्ताह एक निजी स्कूल के शौचालय में हुए विस्फोट के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस का कहना है कि बम विस्फोट की इस साजिश को आठवीं कक्षा के पांच स्टूडेंट्स ने मिलकर अंजाम दिया था, जिसमें से तीन छात्राएं हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी छात्र-छात्राएं इस विस्फोट के जरिए अपनी एक शिक्षिका को निशाना बनाना चाहते थे। जिससे वे नाराज चल रहे थे, हालांकि उनकी ये साजिश सफल नहीं हुई और विस्फोट में चौथी क्लास की एक बच्ची झुलस गई थी।
पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि शहर के मंगला क्षेत्र के निजी स्कूल में हुई इस वारदात के सिलसिले में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले चार छात्र-छात्राओं को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी छात्र-छात्राओं ने सोडियम धातु का इस्तेमाल करते हुए इस वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी छात्रों ने इसके लिए कथित तौर पर ऑनलाइन सोडियम की खरीद की थी।
मामले को लेकर बिलासपुर जिले के पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने बताया कि पूछताछ और स्कूल के सीसीटीवी फुटेज की जांच के दौरान आठवीं कक्षा की तीन लड़कियों सहित पांच छात्रों की मिलीभगत सामने आई, जिसके बाद रविवार (23 फरवरी) को उनमें से चार को हिरासत में ले लिया गया। सिंह ने बताया कि एक अन्य छात्रा अपने रिश्तेदार के घर गई थी और उसे अभी हिरासत में लिया जाना है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चला है कि पांचों छात्र अपनी शिक्षिका से नाराज थे, जिसके बाद उन्होंने टीचर को निशाना बनाने के लिए ऑनलाइन वीडियो देखने के बाद विस्फोट करने की योजना बनाई थी। पूछताछ में आरोपी छात्र-छात्राओं ने बताया कि उस वीडियो में सोडियम धातु के पानी के संपर्क में आने से विस्फोट होने के बारे में बताया गया था। जिसके बाद उन्होंने इस बारे में साजिश की।
अधिकारी ने बताया कि आरोपी छात्र-छात्राओं में से एक ने अपने रिश्तेदार की आईडी का उपयोग करके ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से सोडियम धातु खरीदी थी। वे सोडियम धातु को स्कूल में लाए और इसे वॉशरूम में टंकी के आउटलेट में रख दिया।
पुलिस ने बताया कि हालांकि उनकी साजिश का शिकार चौथी कक्षा की वह बच्ची बन गई जो कि उनके निशाने पर नहीं थी, लेकिन शौचालय में गई थी। फ्लश का इस्तेमाल करने पर विस्फोट हो गया और वह घायल हो गई।
सिंह ने बताया कि विस्फोट की आवाज सुनकर, परीक्षाओं में ड्यूटी कर रहे टीचर्स वॉशरूम में पहुंचे और उसका दरवाजा तोड़कर देखा तो वहां बच्ची को घायल अवस्था में फर्श पर पड़ा पाया। उन्होंने बताया कि हिरासत में लिए गए चार छात्रों को किशोर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया गया।
पुलिस की मानें तो आरोपी छात्र-छात्रा स्कूल की एक महिला शिक्षिका से नाराज थे और इस विस्फोट के जरिए वे अपनी उस शिक्षिका को निशाना बनाना चाहते थे। बता दें कि 21 फरवरी को शहर के एक निजी स्कूल के शौचालय के भीतर हुए विस्फोट में चौथी कक्षा की एक बच्ची झुलस गई थी जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी।
सिंह ने बताया कि मामले की जांच चल रही है, साथ ही अपराध में शामिल एक अन्य लड़की को जल्द ही हिरासत में लिया जाएगा।
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