उपेंद्र कुशवाहा ने बिहटा एयरपोर्ट का नाम बदलने की उठाई मांग; नया नाम बताया, सियासी दलों से की ये अपील
रालोमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने निर्माणाधीन बिहटा एयरपोर्ट का नाम बदलने की मांग उठाई है। उन्होने कहा कि भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के नाम पर हवाई अड्डा का नाम रखा जाए। इससे पहले दरभंगा एयरपोर्ट का नाम जेडीयू सांसद संजय झा ने बदलने की डिमांड की थी।
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राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने पटना के पास निर्माणाधीन बिहटा एयरपोर्ट का नाम भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा करने की मांग की। सोमवार को पार्टी कार्यालय में जननायक कर्पूरी ठाकुर की 37वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू से मिलकर हवाई अड्डे के नामकरण की मांग रखूंगा।
उन्होंने बिहार के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अपील किया कि दलगत भावना से ऊपर उठकर इस सुझाव का समर्थन करें, ताकि जननायक कर्पूरी ठाकुर के व्यक्तित्व की जानकारी पूरे विश्व तक पहुंचे। आपको बता दें इससे पहले जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद संजय कुमार झा ने राज्यसभा में दरभंगा हवाई अड्डे का नाम बदलने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि बिहार के दरभंगा हवाई अड्डे का नाम मध्यकाल के प्रसिद्ध मैथिल कवि विद्यापति के नाम पर 'कवि कोकिल विद्यापति हवाई अड्डा' रखा जाना चाहिए।
आपको बता दें बिहटा में अंतरराष्ट्रीय विमानों की आवाजाही के लिए एयरपोर्ट के निर्माण को मंजूरी मिल गई है। शनिवार को रूस की एक कंपनी को इसके निर्माण का वर्क ऑर्डर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) की ओर से जारी कर दिया गया है। बिहार में हवाई संपर्कता (कनेक्टिविटी) के विस्तार में इसे बड़ा कदम बताया जा रहा है।
बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण की लागत 459.99 करोड़ रुपये तय की गई है जो अनुमानित लागत से 665.85 करोड़ से 30 प्रतिशत कम है। इस एयरपोर्ट का निर्माण इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन मोड में पूरा किया जाएगा। निर्माण कंपनी को टर्मिनल भवन के साथ-साथ आईटी सिस्टम को भी तैयार करने का जिम्मा दिया गया है।
बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण से पटना एयरपोर्ट पर यात्री दबाव घटेगा। इस नए टर्मिनल बिल्डिंग के बनने से पटना और इसके आसपास में हवाई कनेक्टिविटी को मजबूती मिलेगी। इससे क्षेत्र की आर्थिक और औद्योगिक प्रगति को बल मिलेगा। इस टर्मिनल बिल्डिंग में एक समय में 3000 यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी। यहां दस विमानों की पार्किंग हो सकेगी। इससे ए 321, बी 737, ए 320 जैसे विमानों को खड़ा किया जा सकेगा।