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मोदी जी से समर्थन के बदले 10-20 लाख नौकरी मांग लेते; नीतीश कुमार पर बरसे सचिन पायलट

  • सचिन पायलट ने कहा कि बिहार के नौजवानों को पलायन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है उस पर रोक लगना चाहिए। बिहार के लोग गरीबी, लाचारी और अविश्ववास के कारण रोजी रोटी के जुगाड़ में दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं।

Sudhir Kumar लाइव हिन्दुस्तान, पटनाFri, 11 April 2025 12:38 PM
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मोदी जी से समर्थन के बदले 10-20 लाख नौकरी मांग लेते; नीतीश कुमार पर बरसे सचिन पायलट

कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की पलायन रोको नौकरी दो पदयात्रा आज पटना में समाप्त हो रही है। अंतिम दिन मुख्यमंत्री आवास मार्च का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय महाचसिव सचिन पायलट भी शामिल हैं। पदयात्रा पर निकलने से पहले कांग्रेस नेताओं ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया जिसमें बिहार में बेरोजगारी और पलायन के लिए नीतीश कुमार और बीजपी की सरकार को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि बिहार के नौजवान प्रतिभा होने के बावजूद मजबूरी में पलायन करते हैं। नीतीश कुमार अगर समर्थन देकर केंद्र मोदी की सरकार बनवाने की शर्त पर बिहार के नौजवानों के लिए दस बीस लाख नौकरी मांग लेते तो तो हमे बुरा नहीं लगता और नौजवानों का बला हो जाता।

सचिन पायलट ने कहा कि बिहार के नौजवानों को पलायन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है उस पर रोक लगना चाहिए। बिहार के लोग गरीबी, लाचारी और अविश्ववास के कारण रोजी रोटी के जुगाड़ में दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं। यहां के लोग सरकार पर विश्वासन नहीं करते। बीए एमए करने के बाद भी बिहार के युवाओं को यह विश्वास नहीं रहता कि उन्हें राज्य में दो जून की रोटी मिलेगी। इस वजह से बाहर जाकर परिवार के भरण पोषण और बच्चों की पढ़ाई के लिए मेहनत करते हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों से भी पलायन होता है मगर बेहतर अवसर के लिए लोग बाहर जाते हैं। लेकिन बिहार के लोग मजबूरी में प्रदेश छोड़कर पयालन करते हैं।

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पूरे देश में बिहार के लोग मजदूरी और छोटे-छोटे रोजगार करते हैं क्योंकि बिहार के शासकों ने सालों साल तक उनकी अनदेखी की। दो पीढ़ियां निकल गईं लेकिन बिहार के नौजवान अपना भविष्य अंधकार में देखते हैं। बिहार हिन्दुस्तान के सबसे युवा राज्यों में से एक है। यहां के युवाओं में जो प्रतिभा और क्षमता है उसे निखारने के बजाए उनसे मुंह मोड़ा जाता है। नीतीश कुमार कितने सालों से सीएम हैं। इनके समर्थन से ही दिल्ली में सरकार बनी है लेकिन समर्थन देने के बदले नीतीश कुमार ने बिहार के नौजवानों के लिए दस बीस लाख नौकरी मांग लेते तो हमे बुरा नहीं लगता। अगर समर्थन की कीम बिहार के नौजवानों का भविष्य होता तो हम लोग कुछ नहीं बोलते।

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पायलट ने कहा कि दिल्ली और पटना की सरकारों ने नौजवानों को जगह नहीं दी। नौकरी प्रक्रिया चयन में उनका विश्वास नहीं है क्योंकि यहां पेपर लीक आम बात है। एनएसयूआई बिहार के नौजवानों को जगाने का काम किया है। उम्मीद है कि मुख्यमंत्री आज हमारी बात सुनेंगे। नौजवानों के भविष्य चिंता कांग्रेस पार्टी का मुद्दा है।

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