बिहार में 25 गुना बढ़ गए ठगी के मामले, सबसे ज्यादा डिजिटल अरेस्ट के केस
- अगर 50 लाख रुपये या इससे अधिक राशि की ठगी से जुड़े मामलों को समेकित तौर पर देखे, तो 2022 से 2025 तक 66 शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें 72 करोड़ 65 लाख 37 हजार रुपये की ठगी की गई, जिनमें 8 करोड़ 11 लाख 47 हजार रुपये को ठगी के चंगुल में जाने से बचा लिया गया।
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साइबर ठग अब राज्य में ठगी की बड़ी घटनाओं को अंजाम देने की जुगत में अधिक रहते हैं। पिछले तीन वर्षों में 50 लाख इससे अधिक राशि की ठगी की घटनाओं में 25 गुना की बढ़ोतरी इसका तस्दीक कर रही हैं। 2022 में बिहार में 50 लाख या इससे अधिक की ठगी के महज दो मामले ही दर्ज हुए थे, लेकिन 2024 में इनकी संख्या बढ़कर 49 हो गई है।
डिजिटल अरेस्ट, ऑनलाइन गेमिंग, एजेंसी या कंपनी से जुड़ी कोई बड़ी डील कराने का झांसा देने जैसे कई ऑनलाइन ठगी के अलग-अलग आयामों के आने के बाद बड़ी ठगी का चलन तेजी से बढ़ा है। सबसे ज्यादा डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से ठगी की गई है।
2024 में डिजिटल अरेस्ट की 300 शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिनमें 10 करोड़ रुपये ठगी की गई है। इनमें 1.50 करोड़ रुपये से अधिक होल्ड कराए गए हैं। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) में इससे संबंधित दर्ज मामलों के अनुसार, 2022 में दो, 2023 में 12, 2024 में 49 तथा 2025 में तीन मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
पहले प्रोफाइल चेक करते हैं, फिर झांसे में लेते हैं ठग
बड़ी ठगी की घटनाओं को अंजाम देने से पहले साइबर ठग लोगों के फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम समेत अन्य सभी सोशल मीडिया एकाउंट की गहन पड़ताल करते हैं। तमाम बातों को एकत्र करने के बाद ये लोग पैसे वाले सॉफ्ट टारगेट को फोकस करके उन पर डिजिटल अरेस्ट समेत अन्य हथकंडों को अपना कर ठगी का काम करते हैं।
बड़ी ठगी के 4 वर्ष में 66 मामले दर्ज किए गए
अगर 50 लाख रुपये या इससे अधिक राशि की ठगी से जुड़े मामलों को समेकित तौर पर देखे, तो 2022 से 2025 तक 66 शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें 72 करोड़ 65 लाख 37 हजार रुपये की ठगी की गई, जिनमें 8 करोड़ 11 लाख 47 हजार रुपये को ठगी के चंगुल में जाने से बचा लिया गया। 2022 में जो दो मामले सामने आए थे, उसमें एक जहानाबाद और एक सुपौल से जुड़ा है।
2023 में दर्ज हुए 12 मामलों में पटना से सबसे ज्यादा तीन मामले, 2024 में दर्ज 49 मामलों में सर्वाधिक संख्या पटना जिले से 23, मुजफ्फरपुर से पांच, गया से चार, पूर्णिया से तीन के अलावा अन्य अलग-अलग जिलों से मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें बड़ी ठगी के शिकार पटना, वैशाली, नवगछिया (पुलिस जिला), पूर्णिया, समस्तीपुर जिलों के लोग हुए हैं। इनसे एक करोड़ रुपये या इससे अधिक की राशि भी ठगी गई है।
पटना स्थित साइबर थाने में पिछले दो माह के दौरान इससे जुड़े चार से पांच मामले दर्ज हो चुके हैं। इनमें बड़ी ठगी के मामले शामिल हैं। कुछ दिनों पहले एक सेवानिवृत्त महिला प्रोफेसर से करीब तीन करोड़ रुपये की ठगी की गई है। एसबीआई के एक अधिकारी से 45 लाख रुपये, एक अन्य सेवानिवृत्त प्रोफेसर से 13 लाख रुपये, गया के एक डॉक्टर से चार करोड़ रुपये की ठगी डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से कर ली गई है। इन सभी मामलों को संबंधित साइबर थाने में दर्ज कर जांच चल रही है। अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।