रिहायशी इलाका में कचरा डंप कर रहे नगर परिषद के कर्मी
कैमूर स्तंभ से सोनहन बस पड़ाव जानेवाली सड़क में कचरे का ढेर लगा है, जिससे आसपास के लोगों को दुर्गंध और स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। नगर परिषद के सफाईकर्मी लगातार कचरा डंप कर रहे हैं,...

कैमूर स्तंभ से सोनहन बस पड़ाव जानेवाली सड़क में लगा है कचरे का ढेर कूड़ा से निकलनेवाली दुर्गंध से आसपास के लोगों को झेलनी पड़ती है परेशानी (बोले भभुआ) भभुआ, कार्यालय संवाददाता। नगर परिषद के कर्मी शहर के रिहायशी इलाका में कचरा डंप कर रहे हैं। इससे न सिर्फ स्थानीय लोगों बल्कि कचरा वाले पथ से गुजरनेवाले लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जब इस कूड़े के ढेर से दुर्गंध निकलती है या जलती बीड़ी-सिगरेट फेंकने से आग लगने पर धुआं फैलता है तब परेशानी बढ़ जाती है। ऐसे में सांस, दमा, यक्षमा, फेफड़ा के मरीजों को परेशानी होती है।
मरीजों को सांस लेने में परेशानी होती है। खांसी होने लगती है। शहर के कैमूर स्तंभ से सोनहन बस पड़ाव जानेवाले बाईपास पथ में जगह-जगह कचरे का ढेर लगा है। इस इलाके में नई बस्तियां बस रही हैं। यहां के लोगों पंकज पटेल, मंटू सिंह, संतोष सिंह, पप्पू गोंड, विपिन सिंह का कहना है कि हमलोग तो इस समस्या से परेशान हैं ही, दूर दरागत से शादी समारोह में शामिल लोगों को भी दिक्कत हो रही है। जहां कचरा फेंका जाता है, वहां पास में विवाह मंडप है। उसमें अक्सर शादी समारोह आयोजित होता है। जब हवा चलती है और दुर्गंध उन तक पहुंचती है, तो भी यहां की व्यवस्था को कोसते हैं। उक्त लोगों का कहना है कि सोनहन बाईपास रोड से गंवई जाने वाले रास्ते के मुहाने के पास नगर परिषद के सफाईकर्मी कचरा जमा कर रहे हैं। इसमें से निकलनेवाली सड़ांध बदबू न सिर्फ आसपास के लोगों को परेशान करती है, बल्कि राहगीर भी त्रस्त रह रहे हैं। हमलोगों की परेशानी तब और बढ़ जाती है जब कचरा के ढेर को किसी के द्वारा जला दिया जाता है। सबसे ज्यादा परेशानी परिवार के बीमार सदस्यों को झेलनी पड़ रही है। इन इलाकों में भी फेंकते हैं कचरा नगर परिषद के सफाईकर्मी सोनहन बाईपास रोड के अलावा सुवरा नहर के उसपार, भगवानपुर-भभुआ पथ, कस्तूरबा चौक से सीवों, हवाई अड्डा के पास आदि जगहों पर कचरा फेंक रहे हैं। इन कचरों में कई तरह की घातक चीजें होती हैं, जिसे जलाए जाने पर उसमें से निकलनेवाले रसायन स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। हालांकि नगर परिषद पिछले चार वर्षों से सेनेटरी लैंडफिल विकसित करने की दिशा में कोशिश कर रही है, पर अभी तक कुछ नहीं हो सका है। जिला प्रशासन द्वारा भगवानपुर के नहर पथ में जमीन उपलब्ध कराई गई थी। लेकिन, स्थानीय लोगों के विरोध के कारण वहां नहीं बन सका। किसानों से लीज पर जमीन लेने का भी प्रयास किया गया। इन कचरों में घरेलू, संस्थागत, वाणिज्यिक, खानपान, बाजार, अन्य गैरआवासीय, गाद, मलबा, कूड़ा, बागवानी आदि अपशिष्ट शामिल रहते हैं। फोटो- 14 मई भभुआ- 2 कैप्शन- शहर के बाईपास रोड में बुधवार को ट्रैक्टर से कचरा गिराता नगर परिषद का सफाई कर्मी।
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