जिले में 6.65 लाख पशुओं का लगाया जाएगा टीका
26 तक चलेगा टीकाकरण अभियान, 265 निजी टीकाकर्मियों को नियुक्त किया गया है जो घर-घर जाकर पशुओं को टीका लगा रहे

औरंगाबाद, हिन्दुस्तान संवाददाता। राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत औरंगाबाद जिले में पशुओं को खुरहा और मुंह की बीमारी से बचाने के लिए मुफ्त टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। यह टीकाकरण पशुओं को सुरक्षा प्रदान करेगा। जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. श्याम किशोर ने बताया कि एफएमडी एक विषाणु जनित संक्रामक रोग है, जो गाय, भैंस, भेड़, बकरी, सूअर जैसे पालतू पशुओं के साथ-साथ जंगली हिरण जैसे जानवरों को भी प्रभावित करता है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी से पशुओं के खुरों में जख्म, बुखार, मुंह, तालु और जीभ में फोड़े, भूख में कमी और कमजोरी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
दुधारू पशुओं में दूध उत्पादन में भारी कमी आती है। यह रोग किसी भी मौसम और उम्र के पशुओं को हो सकता है। इसका कोई इलाज नहीं है, इसलिए टीकाकरण ही इसका प्रमुख बचाव उपाय है। केंद्र सरकार की योजना के तहत जिले में छह लाख 65 हजार नौ सौ पशुओं के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है जिसे 26 मई तक पूरा करना है। इसके लिए 265 निजी टीकाकर्मियों को नियुक्त किया गया है जो घर-घर जाकर पशुओं को टीका लगा रहे हैं। टीकाकरण के बाद 24 से 48 घंटे तक दूध उत्पादन में कमी हो सकती है, जो बाद में सामान्य हो जाता है। पशुपालकों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने पशुपालकों से अपील की कि वे जागरूक होकर अपने पशुओं का टीकाकरण अवश्य करवाएं। जिन क्षेत्रों में टीकाकर्मी नहीं पहुंच पा रहे हैं, वहां के पशुपालक अपने नजदीकी प्रखंड या जिला पशु अस्पताल से संपर्क कर सकते हैं। यह अभियान पशुओं को बीमारी से बचाने और पशुपालकों की आजीविका को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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