शामली एनकाउंटर में यूपी STF के इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शहीद, मारे गए थे चार बदमाश
यूपी के शामली में एक साथ चार बदमाशों को ठोकने के दौरान घायल हुए एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद हो गए हैं। सोमवार की रात बदमाशों के साथ इंस्पेक्टर का एनकाउंटर हुआ था। गंभीर रूप से घायल इंस्पेक्टर को गुरुग्राम के मेदांता में भर्ती कराया गया था। जहां बुधवार की दोपहर उनकी सांसें थम गईं।

यूपी के शामली में एक साथ चार बदमाशों को ठोकने के दौरान घायल हुए एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद हो गए हैं। सोमवार की रात बदमाशों के साथ इंस्पेक्टर का एनकाउंटर हुआ था। गंभीर रूप से घायल इंस्पेक्टर को गुरुग्राम के मेदांता में भर्ती कराया गया था। जहां बुधवार की दोपहर उनकी सांसें थम गईं। सुनील को पेट में तीन गोलियां लगी थीं। इससे उनकी बड़ी आंत बुरी तरह से डैमेज हो गई थी। इंस्पेक्टर ने ही सबसे पहले बदमाशों को देखने के बाद अपने एके-47 से उन पर गोलियां चलाई थीं।
सुनील कुमार एक सिंतबर 1990 में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। इसके बाद 1997 में हरियाणा में कमांडो कोर्स किया था। 2009 में उन्हें एसटीएफ में शामिल कर लिया गया था। इसके बाद उन्होंने डकैतों और बदमाशों को मार गिराया था। 13 मार्च 2008 को फतेहपुर में हुए एनकाउंटर में ओमप्रकाश उर्फ उमर केवट को मार गिराया था। 2008 में पांच लाख के इनामी अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया के एनकाउंटर में भी वह शामिल थे। 2012-13 में डॉन सुशील मूंछ, बदन सिंह बद्दो और भूपेंद्र बाफर की गिरफ्तारी के ऑपरेशन में भी वह शामिल रहे हैं।
गोली लगने के बावजूद बदमाशों से लोहा लेते रहे जाबांज इंस्पेक्टर
बदमाशों से मुठभेड़ में शहीद एसटीएफ निरीक्षक सुनील कुमार साहस को पूरा पुलिस महका सलाम कर रहा। मुठभेड़ में जब बदमाश गोलियां बरसा रहे थे, तब भी इंसपेक्टर सुनील के कदम पीछे नहीं हटे। साथी पुलिसकर्मियों के मुताबिक गोली लगने के बावजूद घायल सुनील बदमाशों से लोहा लेते रहे। यह उन्हीं के साहस का परिणाम है कि मुठभेड़ में चारों बदमाश मारे गए।
झिंझाना थाने पर एसटीएफ के उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार द्वारा दर्ज एफआईआर के अनुसार मुठभेड़ के दौरान बदमाश ब्रेजा कार में थे। उनके पास कारबाइन, विदेशी पिस्टल, देसी राइफल व तमंचे आदि थे। उक्त हथियार घटना के बाद बरामद भी हुए। मुठभेड़ होते ही बदमाशों ने सीधे टीम पर फायरिंग की। इसके जवाब में एसटीएफ ने भी फायरिंग की। इससे दोनों के वाहनों पर गोलियां लगी और शीशे आदि टूट गए। इसमें आगे बैठे एक बदमाश को गोली लगी। बाद में पीछे बैठे बदमाश को लगी।
इसी बीच इंस्पेक्टर सुनील को भी बदमाशों की गोलियां लगी थीं। टीम में निरीक्षक सुनील कुमार ने बदमाशों पर एके-47 से फायर किया। उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार ने पिस्टल से तीन फायर किये। वहीं, उपनिरीक्षक जयवीर सिंह ने पिस्टल से दो फायर, हैड कांस्टेबल विवेक, जोशी राणा, विकास धामा, रोमिस तोमर, आकाशदीप, अंकित कुमार की पिस्टल से 1-1 फायर हुआ। इन सबके चलते चारों बदमाश गोली लगने से ढेर हो गए।
गौरतलब है कि सोमवार की देर रात शामली के शामली के झिंझाना में चार बदमाशों के साथ एसटीएफ का एनकाउंटर हुआ था। आमने-सामने की गोलीबारी में एक लाख के इनामी अरशद समेत चार बदमाश मुठभेड़ में ढेर हो गए थे। गोलीबारी में एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार को भी गोलियाां लगी थीं। गंभीर रूप से घाायल इंस्पेक्टर को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मुस्तफा उर्फ कग्गा गैंग के सरगना एक लाख के इनामी अरशद और उसके साथियों के सोमवार देर रात शामली पहुंचने की सूचना एसटीएफ को मिली थी। इसके बाद एसटीएफ मेरठ यूनिट ने घेराबंदी कर दी। शामली के झिंझाना में देररात करीब साढ़े 11 एसटीएफ ने हरियाणा की ओर बिडौली-चौसाना चौराहे के पास संदिग्ध ब्रेजा कार को घेर लिया। कार सवार बदमाशों ने एसटीएफ टीम पर फायरिंग कर दी। एसटीएफ टीम ने भी जवाबी कार्रवाई की। फायरिंग में एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार को गोली लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
वहीं, इंस्पेक्टर ने घायल होने के बाद भी अपनी एके-47 से कार सवार चारों बदमाश पर गोलियां बरसा दी थी। चारों बदमाशों को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक बदमाशों की पहचान एक लाख के इनामी अरशद निवासी गंगोह सहारनपुर, मंजीत, सतीश और मनबीर निवासी हरियाणा के रूप में हुई। बदमाशों से एक कारबाइन, दो पिस्टल, एक पौनिया, तमंचे और कारतूस बरामद किए गए।