Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP Prayagraj Mahakumbh Ram name Bank Open with more than one crore ram name submitted

महाकुंभ में खुले इस बैंक में रुपये नहीं जमा हो रहे राम नाम, लोन पर देते हैं भगवान राम का नाम

  • महाकुंभ में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के साथ मनोकामना की पूर्ति के लिए राम नाम लिखकर जीवन को सफल बना रहे हैं। मेला क्षेत्र के सेक्टर छह कैलाशपुरी नगर में ग्रह नक्षत्रम संस्थान की ओर से संचालित राम नाम बैंक में श्रद्धालु श्रद्धा से राम नाम लिख रहे हैं।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान, संवाददाता, प्रयागराजFri, 21 Feb 2025 08:09 AM
share Share
Follow Us on
महाकुंभ में खुले इस बैंक में रुपये नहीं जमा हो रहे राम नाम, लोन पर देते हैं भगवान राम का नाम

महाकुंभ में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के साथ मनोकामना की पूर्ति के लिए राम नाम लिखकर जीवन को सफल बना रहे हैं। मेला क्षेत्र के सेक्टर छह कैलाशपुरी नगर में ग्रह नक्षत्रम संस्थान की ओर से संचालित राम नाम बैंक में श्रद्धालु श्रद्धा से राम नाम लिख रहे हैं। शिविर में राम नाम लिखने के साथ साधक प्रयाग प्रसाद के रूप में अपने साथ राम नाम लिखी हुईं कॉपियां भी घर ले जा रहे हैं।संस्थान के प्रमुख ज्योतिषाचार्य आशुतोष वाष्र्णेय के अनुसार महाकुम्भ के पुण्य योग के निमित्त राम नाम बैंक में 1.44 करोड़ राम नाम महाकुम्भ शाखा में जमा हो चुके हैं।

राम नाम बैंक में साधक अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए लगभग 10 लाख राम नाम का ऋण भी प्राप्त कर चुके हैं। ऋण प्राप्त करने वाले साधक की मनोकामना पूरी होने पर राम नाम लिखकर कॉपी बैंक में वापस जमा करनी होगी। ऋण प्राप्त करने वाले साधक अपनी राम नाम लिखी कॉपियों को डाक के माध्यम से भी भेज सकते हैं। वार्ष्णेय के अनुसार राम नाम बैंक में खाता खोलने के लिए साधक को पहले 30 पेज की एक कॉपी दी जाती है, जिसमें हर पेज पर 108 बार राम नाम लिखना होता है। राम नाम लिखने से अनिष्ट ग्रहों से मुक्ति मिलती है।

ये भी पढ़ें:महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व शिवरात्रि के पहले प्रयागराज में गंगा में बढ़ाया जल

सिस्टम कैसे काम करता है

भक्त भरी हुई पुस्तिकाएं बैंक को लौटाते हैं, जिनका उपयोग बाद में दूसरों को ऋण देने के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए, यदि कोई भक्त 1.5 लाख राम नाम का ऋण लेता है, तो वे उसे उतनी ही संख्या लिखकर, जमा करके चुकाते हैं। आज तक, 25 से अधिक व्यक्तियों ने करोड़ों राम नाम लिखने के लिए ऋण लिया है और अंतिम डेटा महाकुंभ के समापन के बाद जारी होने की उम्मीद है।

बैंक हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू और बंगाली सहित कई भाषाओं में प्रविष्टियां स्वीकार करता है। छह से 80 वर्ष की आयु का कोई भी व्यक्ति ऋण ले सकता है, लेकिन कुछ शर्तें हैं - ऋण लेने वालों को अपना ऋण पूरा करते समय मांस, शराब, लहसुन और प्याज का सेवन करने से बचना चाहिए। कुंभ शाखा के एक बैंक प्रमोटर राजकुमार ने कहा, पहचान के लिए एकमात्र आवश्यकता एक तस्वीर है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें