यूपी में नर्सों का ओहदा और सम्मान बढ़ा, अब कहलाएंगी अधिकारी; क्वालिफ़िकेशन भी बदली
- स्टाफ नर्स का पदनाम अब नर्सिंग अधिकारी होगा जबकि नर्सिंग सिस्टर या नर्सिंग वार्ड मास्टर को अब सीनियर नर्सिंग अधिकारी कहा जाएगा। वहीं उनकी अर्हता में भी बदलाव किया गया है। इसके लिए जल्द ही सेवा नियमावली में संशोधन भी किया जाएगा। इस संबंध में शासन ने आदेश जारी कर दिया है।
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Nurse designation and qualification changed: यूपी में नर्सिंग संवर्ग का ओहदा बढ़ गया है। नर्स भी अब अधिकारी कहलाएंगी। प्रदेश सरकार ने उनकी बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा कर दिया है। स्टाफ नर्स का पदनाम अब नर्सिंग अधिकारी होगा जबकि नर्सिंग सिस्टर या नर्सिंग वार्ड मास्टर को अब सीनियर नर्सिंग अधिकारी कहा जाएगा। वहीं उनकी अर्हता में भी बदलाव किया गया है। इसके लिए जल्द सेवा नियमावली में संशोधन भी किया जाएगा। इस संबंध में शासन ने आदेश जारी कर दिया है।
नर्सिंग संवर्ग को चिकित्सा व्यवस्था की रीढ़ माना जाता है। दरअसल काफी समय से स्टाफ नर्स का पदनाम नर्सिंग अधिकारी किए जाने की मांग हो रही थी। वेतन समिति (2016) के द्वितीय प्रतिवेदन के दूसरे भाग में राजकीय विभागों के नर्सिंग संवर्ग के संबंध में कुछ संस्तुतियां की गई थीं। राज्य सरकार ने इन संस्तुतियों को मान लिया है।
अब नर्सिंग संवर्ग में नर्सिंग अधिकारी, सीनियर नर्सिंग अधिकारी, सहायक नर्सिंग अधीक्षक, उप नर्सिंग अधीक्षक, नर्सिंग अधीक्षक व मुख्य नर्सिंग अधिकारी पदनाम होंगे। इस संबंध में चिकित्सा शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव मनोज कुमार सिंह ने महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण को पत्र भेजकर शासन के फैसले से अवगत कराया है।
नर्सिंग संवर्ग में नर्सिंग अधिकारी के पद पर भर्ती के लिए नर्सिंग में बीएससी (ऑनर्स) के साथ छह माह का अनुभव या नर्सिंग में डिप्लोमा के साथ ढाई वर्ष के अनुभव की अर्हता निर्धारित करने को कहा गया है। इस शासनादेश की व्यवस्था का समावेश सेवा नियमावली में जल्द कराकर संशोधित सेवा नियावली जारी की जाएगी।