Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Saharanpur villages to have CCTV covergae to capture criminal activities and government employees attendance performance

सहारनपुर के 884 पंचायतों में ऑपरेशन त्रिनेत्र; निशाने पर बदमाश, आफत में कर्मचारी

  • उत्तर प्रदेश में अपराध पर रोकथाम के लिए ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत कई जिलों में गांव-गांव सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। सहारनपुर में भी ऐसे 884 ग्राम पंचायत चिह्नित किए गए हैं।

Ritesh Verma हिन्दुस्तान टीम, संवाददाता, सहारनपुरTue, 28 Jan 2025 07:34 PM
share Share
Follow Us on
सहारनपुर के 884 पंचायतों में ऑपरेशन त्रिनेत्र; निशाने पर बदमाश, आफत में कर्मचारी

उत्तर प्रदेश सरकार आपराधिक वारदातों पर लगाम लगाने के लिए आपरेशन त्रिनेत्र के तहत कई जिलों में गांव-गांव सीसीटीवी कैमरे लगवा रही है। सीसीटीवी कैमरा लगेगा तो ये तो साफ ही है कि इससे अपराधी और आपराधिक गतिविधियों पर कैमरे की नजर रहेगी। सहारनपुर जिले की 884 पंचायतों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं लेकिन क्रिमिनल से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों पर आफत टूटने जा रही है। सरकार की योजना है कि ग्राम पंचायत सचिवालय में ड्यूटी पर नहीं आने वाले या फिर दफ्तर में बैठकर काम ना करने वालों पर भी इसके जरिए नजर रखी जाएगी और गड़बड़ी मिलने पर संबंधित लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।

ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत सहारनपुर के 884 गांवों और कस्बों में सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। खासकर संवदेनशील और अति संवदेनशील इलाकों को पूरी तरह कैमरों से लैस किया जाएगा। जिन जगहों पर कैमरे लगने हैं, उसकी लिस्ट बनाने के लिए जिला पंचायत राज विभाग का सर्वे शुरू है। शहर में स्मार्ट सिटी के तहत मुख्य बाजार, प्रमुख चौराहों, संवदेनशील और अति संवदेनशील एरिया को सीसीटीवी से कवर कर लिया गया था। इनका कंट्रोल रूम नगर निगम में बना है।

ये भी पढ़ें:सड़क दुर्घटना को रोकनेके लिए पंजाबमें रेड जोन पर सीसीटीवीसे नजर रखेगीसड़क
ये भी पढ़ें:पुलिस ने खंगाले 500 सीसीटीवी कैमरे, जूतों की वजह से पकड़ा गया शहजाद

कैमरे लगने से जहां सुरक्षा व्यवस्था मजबूत हुई वहीं यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर चालान में भी आसानी हो गई। जनपद के 11 ब्लॉक के अंतर्गत 884 ग्राम पंचायतें हैं। कुल 1357 गांव हैं। ग्रामीणों की सुविधा और सुरक्षा के लिए सीसीटीवी लगाने की कार्य योजना तैयार हो गई है। कैमरों का कंट्रोल रूम मिनी ग्राम सचिवालयों में बनेगा जबकि मुख्य कंट्रोल रूम विकास भवन में स्थापित होगा।

मिनी ग्राम सचिवालयों में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

दो वर्ष पहले ग्राम पंचायतों में मिनी ग्राम सचिवालय बनाए गए थे। इनमें ग्राम पंचायतों से जुड़े सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारियों के बैठने की व्यवस्था है। सचिवालयों के जरिए ही ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करने की कोशिश हो रही है। बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांगजनों के पेंशन सहित कई योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए ऑनलाइन फार्म भरवाने की व्यवस्था यहीं की गई है। लेकिन ग्राम सचिवालयों में कई बार कर्मचारी ड्यूटी से नदारद मिलते हैं। अब कोई कर्मचारी लापता न रहे, इसके लिए सचिवालयों को कैमरों से पूरी तरह कवर किया जाएगा।

कैमरे लगने से ये होंगे फायदे

- ग्राम पंचायतों में सफाई व्यवस्था के बारे में जानकारी आसानी से मिल सकेगी

- लापरवाही बरतने वाले सफाई कर्मचारियों पर कार्रवाई करने में आसानी होगी

- लूट, चोरी, डकैती, ड्रग्स तस्करों को पकड़ने में मदद मिलेगी

- माहौल खराब करने वाले शरारती तत्वों पर शिकंजा कसना आसान होगा

- ड्यूटी से नदारद कर्मचारियों पर कार्रवाई में मदद मिलेगी

जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक शर्मा ने बताया कि सीसीटीवी लगाने के लिए जगह चिन्हित करने को सर्वे शुरू हो गया है। सर्वे पूरा होते ही कैमरे लगाने का काम शुरू हो जाएगा।

अगला लेखऐप पर पढ़ें