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महाशिवरात्रि से पहले काशी में श्रद्धालुओं का सैलाब, विश्वनाथ मंदिर के आसपास की गलियां भी चोक

महाशिवरात्रि से पहले काशी में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। सड़कों के साथ ही काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास की गलियां भी चोक हो गई हैं। अचानक भीड़ बढ़ने से शहर के कई प्रमुख इलाकों में दिन भर जाम लगा रहा। बाबा धाम की तरफ जाने वाले हर रास्ते पर पैदल चलना मुश्किल रहा।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानMon, 24 Feb 2025 11:56 PM
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महाशिवरात्रि से पहले काशी में श्रद्धालुओं का सैलाब, विश्वनाथ मंदिर के आसपास की गलियां भी चोक

महाशिवरात्रि के दो दिन पहले ही सोमवार को शिवनगरी काशी में आस्थावानों को रेला उमड़ा रहा। प्रयागराज से आने और जाने वाले श्रद्धालुओं से शहर पटा रहा। सभी बाबा की एक झलक पाने का जुनून था। बसों, ट्रेनों ओर अनेक निजी वाहनों से पहुंचे लाखों लोगों ने विश्वनाथ धाम की ओर रुख किया। बहुतेरे लोगों ने गंगा स्नान के बाद तो काफी लोग सीधे मंदिर जाने वाली कई किमी लंबी कतार के हिस्से बन गए। इससे शहर की सड़के ही नही काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास की गलियां भी चोक रहीं। श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी थी कि विभिन्न घाटों की ओर जाने वाले सभी मार्ग ठसाठस थे।

गोदौलिया चौराहे से मैदागिन की ओर पैदल जाना भी सहज नहीं था। एक छोर से दूसरे छोर तक सिर्फ लोग ही लोग दिख रहे थे। इनमें महिलाओं की तादाद भी खासी थी। बहुतेरे लोग छोटे बच्चों को भी साथ लिये थे। बच्चे थक रहे थे उन्हें कंधे पर बैठा ले रहे थे। भीड़ को बांटने के लिए पुलिस ने गिरजाघर-दशाश्वमेध मार्ग बंद कर दिया था। नई सड़क, बेनिया, लक्सा, लहुरबीर की तरफ से आने वाले यात्रियों को पुलिस गिरजाघर से गोदौलिया की ओर नहीं जाने दे रही थी। पूरी भीड़ को रामापुरा की तरफ भेज दिया जा रहा था। लोग गलियों से होते हुए जगमबाड़ी के पास पहुंच रहे थे। यहां भी तैनात पुलिस लोगों को जगमबाड़ी मठ के बगल में बनी गली में प्रवेश कराकर घाट की तरफ भेज रहे थे। इससे पूरी गली चोक हो गई थी और परेशानी का सामना करना पड़ा।

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कालभैरव मंदिर में भी अपार भीड़

काशी के कोतवाल की मान्यता के कारण बाबा कालभैरव के दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ी रही। मैदागिन से कालभैरव मंदिर मार्ग पर बेतहाशा भीड़ थी। यहां भी मंदिर पहुंचने के लिए लंबी लाइन थी। पुलिस दर्शनार्थियों को सेवा चौधरी गली, बीबीहटिया होते चौंखभा के रास्ते मंदिर भेज रही थी। इससे संकरी गली में भी जाम की स्थिति पूरे दिन बनी रही।

रास्तों पर लगा रहा जाम

शहर की प्रमुख सड़कों के साथ हाईवे पर भी सुबह से ही जाम की स्थिति बनी रही। सोनारपुरा-गोदौलिया मार्ग पर पैदल यात्रियों की भीड़ रही। यही हाल गिरजाघर-लक्सा मार्ग, नई सड़क-बेनियाबाग मार्ग तथा मैदागिन-बाबा धाम मार्ग पर रही। स्थिति यह हो गई थी कि दोपहर बाद दो पहिया वाहनों के आने-जाने पर भी रोक लगा दी गई थी। मलदहिया-नदेसर मार्ग और सिगरा मार्ग पर भयानक जाम रहा। घंटों बाद स्थिति सामान्य हुई।

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विश्वनाथ मंदिर में पांचों द्वारों से होगा प्रवेश-निकास

महाशिवरात्रि पर 26 फरवरी को बाबा के भक्तों के सुगमता पूर्वक दर्शन कराने के लिए मंदिर प्रशासन ने धाम में पांचों प्रवेश द्वारों से श्रद्धालुओं का प्रवेश एवं निकास सुनिश्चित किया गया है। पांचों प्रवेश द्वार क्रमशः ढुंढिराज गणेश द्वार, गंगा द्वार, सरस्वती द्वार, विश्वनाथ द्वार एवं नंदूफारिया रैम्प से सुनिश्चित किया गया है। समस्त प्रवेश द्वारों पर बैरिकेडिंग कराई गई है जिससे किसी भी दर्शनार्थी को असुविधा का सामना न करना पड़े।

धाम के इन मार्गों से पहुंचेंगे बाबा तक

1. नंदूफेरिया प्रवेश मार्ग से आने वाले दर्शनार्थी यात्री सुविधा केंद्र-1 से जिग जैग में प्रवेश करते मंदिर परिसर के डी गेट से प्रवेश कर गर्भगृह के पश्चिम द्वार से दर्शन करते हुए पुनः डी गेट से बाहर निकल कर नंदूफरिया गली से बाहर जाएंगे।

2. विश्वनाथ द्वार (गेट नं 04) से आने वाले दर्शनार्थी बैरिकेडिंग में कतारबद्ध होते हुए शंकराचार्य चौक जिग जैग से मंदिर परिसर के सी गेट से प्रवेश करेंगे तथा गर्भगृह के उत्तरी द्वार से झांकी दर्शन करते हुए परिसर के ए गेट से वापस शंकराचार्य चौक की तरफ प्रस्थान करेंगे।

3. सरस्वती द्वार से प्रवेश करने वाले दर्शनार्थी बैरकेडिंग में होते हुए सुविधा केंद्र-2 से चेकिंग के उपरांत जीग-जैग में प्रवेश करेंगे तथा मंदिर परिसर के ‘बी गेट’ से प्रवेश कर गर्भगृह के दक्षिणी द्वार से दर्शन कर पुनः बी गेट से बाहर निकल कर शनिदेव चैनल से बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे।

4.ललिता घाट से प्रवेश करने वाले दर्शनार्थी रैम्प से चेकिंग के बाद बैरिकेडिंग में लगते हुए जलपान केंद्र के पास से कतारबद्ध हो कर रैंप में प्रवेश कर शंकराचार्य चौक जिग-जैग में प्रवेश कर मंदिर परिसर के पूर्वी द्वार से होते गर्भगृह के पूर्वी द्वार से झांकी दर्शन कर पुनः पूर्वी द्वार से बाहर की ओर (शंकराचार्य चौक) प्रस्थान करेंगे।

5. ढुंढिराज प्रवेश मार्ग से आने वाले दर्शनार्थी बैरिकेडिंग से चेकिंग के बाद मंदिर परिसर के डी गेट से प्रवेश कर गर्भगृह के पश्चिमी द्वार से झांकी दर्शन कर पुनः डी गेट से बाहर शृंगार गौरी मार्ग से होते नंदूफारिया मार्ग से बाहर प्रस्थान करेंगे।

जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की

जिला प्रशासन ने भी महाशिवरात्रि को लेकर एडवाइजरी जारी की है। निम्न बातें कही गई हैं।

-दूर-दराज के क्षेत्रों से वाराणसी की तरफ आने वाले लोग महाशिवरात्रि के दिन अन्य शिव मंदिरों में दर्शन प्राप्त करें

-अथवा घर पर रहकर काशी विश्वनाथ का ऑनलाइन दर्शन श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सोशल मीडिया हैंडल्स, यूट्यूब, टाटा स्काई आदि पर प्राप्त कर सकते हैं

-विश्वनाथ धाम द्वार सं0-4 (गोदौलिया द्वार) से सामान्य जन का प्रवेश बाधित रहेगा

-25 से 27 फरवरी तक विशिष्ट अनुरोध अथवा दर्शन व्यवस्था पूरी तरह से बन्द रहेगी

-दर्शन में अत्यधिक समय लगने की सम्भावना है ऐसे में खाली पेट रहने से स्वास्थ्य के लिए समस्या उत्पन्न हो सकती है

-श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में मोबाइल लॉकर इत्यादि की सुविधा उपलब्ध नहीं रहेगी

-एकल दिशा मूवमेंट प्लान के कारण किसी दुकान इत्यादि में रखे सामान को लेने के लिए अतिरिक्त असुविधा होगी

-जन सामान्य मंदिर में प्रतिबंधित सामान यथा मोबाइल, पर्स, स्मार्ट वॉच, चाभी, इयरफोन, इलेक्ट्रानिक्स व धातु आदि का सामान इत्यादि अपने घर या होटल में ही छोड़कर आएं

-समूह में आने वाले दर्शनार्थी अपने वापस पहुंचने का स्थल घर या होटल ही तय करके आएं तथा कतार या मंदिर में अलग हो जाने पर एक-दूसरे की प्रतीक्षा में अनावश्यक न रूकें

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