फर्जी कॉल सेंटर खोल एयरलाइंस कंपनियों में नौकरी लगवाने का दे रहे थे झांसा, पुलिस की रेड में 9 अरेस्ट
राजधानी लखनऊ में फर्जी कॉल सेंटर खोल एयरलाइंस कंपनियों में नौकरी लगवाने का झांसा दे रहे थे। पुलिस ने छापेमारी कर नौ लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपित 100 से अधिक लोगों से लाखों रुपए ऐंठ चुके हैं।

लखनऊ में बंथर और सरोजनीनगर पुलिस ने मंगलवार को फर्जी कॉल सेंटर पर छापेमारी कर नौ लोगों को गिरफ्तार किया। एक कमरे में खोले गए कॉल सेंटर में बैठ कर आरोपित नामी एयरलाइंस कंपनियों में नियुक्ति कराने का झांसा देकर धोखाधड़ी कर रहे थे। आरोपित 100 से अधिक लोगों से लाखों रुपए ऐंठ चुके हैं। पुलिस ने कॉल सेंटर संचालक को गिरफ्तार किया है। वहीं, आरोपित का भाई फरार है। जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।
चचेरे भाई चला रहे फर्जी कॉल सेंटर
डीसीपी दक्षिण निपुण अग्रवाल ने बताया कि सराजनीनगर के दरोगा खेड़ा से कुलदीप, प्रियंका, शालू और आंचल शर्मा को गिरफ्तार किया गया। आरोपित एक कमरे में बैठ कर एयरलांइस में नौकरी लगवाने का झांसा देकर रुपए ऐंठ रहे थे। इसी तरह बंथरा पुलिस ने बिहार वैशाली निवासी सरगना संतोष कुमार, रायबरेली निवासी अजय प्रताप सिंह, बंथरा निवासी अमित सिंह, सरोजनीनगर निवासी ब्रशाली सिंह औरर आरती सिंह को पकड़ा गया। पूछताछ में सरगना संतोष ने बताया कि चचेरा भाई संदीप सिंह भी उसके साथ फर्जी कॉल सेंटर चलाने में शामिल है। आरोपितों के पास से पुलिस को 18 मोबाइल, लैपटॉप और कार मिली है।
आठ हजार की सैलरी के साथ देते हैं कमीशन
कॉल सेंटर संचालकों ने युवक-युवतियों को नौकरी पर रखा था। जिन्हें प्रतिमाह करीब आठ हजार रुपये सैलरी मिली है। इसके साथ ही नौकरी के इच्छुक लोगों से रुपए ऐंठने पर कमीशन मिलता था। आरोपितों के पास से एयर इंडिया, टाटा मोटर्स, टीसीएस और विस्तारा एयरलाइन में नौकरी दिलाने के फर्जी नियुक्ति पत्र मिले हैं।
लखनऊ में बंथर और सरोजनीनगर पुलिस ने मंगलवार को फर्जी कॉल सेंटर पर छापेमारी कर नौ लोगों को गिरफ्तार किया। एक कमरे में खोले गए कॉल सेंटर में बैठ कर आरोपित नामी एयरलाइंस कंपनियों में नियुक्ति कराने का झांसा देकर धोखाधड़ी कर रहे थे। आरोपित 100 से अधिक लोगों से लाखों रुपए ऐंठ चुके हैं। पुलिस ने कॉल सेंटर संचालक को गिरफ्तार किया है। वहीं, आरोपित का भाई फरार है। जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।
चचेरे भाई चला रहे फर्जी कॉल सेंटर
डीसीपी दक्षिण निपुण अग्रवाल ने बताया कि सराजनीनगर के दरोगा खेड़ा से कुलदीप, प्रियंका, शालू और आंचल शर्मा को गिरफ्तार किया गया। आरोपित एक कमरे में बैठ कर एयरलांइस में नौकरी लगवाने का झांसा देकर रुपए ऐंठ रहे थे। इसी तरह बंथरा पुलिस ने बिहार वैशाली निवासी सरगना संतोष कुमार, रायबरेली निवासी अजय प्रताप सिंह, बंथरा निवासी अमित सिंह, सरोजनीनगर निवासी ब्रशाली सिंह औरर आरती सिंह को पकड़ा गया। पूछताछ में सरगना संतोष ने बताया कि चचेरा भाई संदीप सिंह भी उसके साथ फर्जी कॉल सेंटर चलाने में शामिल है। आरोपितों के पास से पुलिस को 18 मोबाइल, लैपटॉप और कार मिली है।
आठ हजार की सैलरी के साथ देते हैं कमीशन
कॉल सेंटर संचालकों ने युवक-युवतियों को नौकरी पर रखा था। जिन्हें प्रतिमाह करीब आठ हजार रुपये सैलरी मिली है। इसके साथ ही नौकरी के इच्छुक लोगों से रुपए ऐंठने पर कमीशन मिलता था। आरोपितों के पास से एयर इंडिया, टाटा मोटर्स, टीसीएस और विस्तारा एयरलाइन में नौकरी दिलाने के फर्जी नियुक्ति पत्र मिले हैं।
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साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत से धरे गए
नौकरी का झांसा देकर रुपये ऐंठने के लिए मोबाइल का प्रयोग किया जाता है। एक पीड़ित ने नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर धोखाधड़ी करने वाले नम्बर की शिकायत की थी। वहीं, पुलिस भी संदिग्ध नम्बरों को सर्विलांस पर लिए थे। इस दौरान ही एक नम्बर ऑन हुआ। जिसकी लोकेशन को ट्रैक करते हुए गिरोह से जुड़े सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
फरार आरोपी की मसूरी में लोकेशन
संतोष कुमार के साथ उसका चचेरा भाई संदीप सिंह भी कॉल सेंटर चलाता है। इंस्पेक्टर के मुताबिक आरोपित संदीप की तलाश की जा रही है। उसकी लोकेशन मसूरी में मिली है। इस आधार पर आरोपित की तलाश की जा रही है।