यूपी के इस शहर में फिर गरजा बुलडोजर, चंद घंटों में 2 मंजिला कॉम्प्लेक्स जमींदोज
अवैध रूप से बने 2 मंजिला कॉम्प्लेक्स को 5 बुलडोजर और 1 पोकलेन लगाकर जमींदोज कर दिया गया। भवन में 17 दुकानें और ऊपर कॉमर्शियल रूम थे, जिनको महज कुछ घंटों में ध्वस्त कर दिया गया। यह मार्केट करीब 40 साल पुरानी बताई गई।

यूपी के बरेली के थाना इज्जतनगर क्षेत्र स्थित गुलजार मार्केट रुद्र शक्ति भवन के नाम से अवैध रूप से बने दो मंजिले कॉम्प्लेक्स को बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने पांच बुलडोजर और एक पोकलेन लगाकर जमींदोज कर दिया। भवन में 17 दुकानें और ऊपर कॉमर्शियल रूम थे, जिनको महज कुछ घंटों में ध्वस्त कर दिया गया। यह मार्केट करीब 40 साल पुरानी बताई गई।
शनिवार की दोपहर को बीडीए के नये कार्यालय में तमाम व्यापारी और दुकानदार अपनी समस्या को लेकर पहुंचे थे। वहां हंगामा करते हुए विरोध-प्रदर्शन किया। बीडीए अधिकारियों से नोकझोंक तक कर डाली। व्यापारियों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद बीडीए की टीम बुलडोजर लेकर इज्जतनगर पहुंच गई। आईवीआरआई रोड स्थित कॉम्प्लेक्स पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी। इस दौरान व्यापारियों ने आरोप लगाया कि दुकान से सामान निकालने तक का मौका नहीं दिया गया। कार्रवाई से व्यापारियों में खलबली मच गई। मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई।
दुकानों के सामने खड़े हो गए बुलडोजर, सामान समेटते रहे दुकानदार
बीडीए की टीम जैसे ही भवन पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करने पहुंची और मार्केट के दोनों साइड पांच बुलडोजर लगा दिए तो तमाम दुकानदार, उनके परिजन भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद कुछ देर के लिए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की गई तो तभी दुकानदारों ने आननफानन अपनी-अपनी दुकानों से सामान बाहर निकालना शुरू कर दिया। शाम छह बजे के बाद तक बीडीए ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जारी रही।
दुकानदारों ने सुनाया अपना दर्द
दुकानदारों ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता हरिशंकर गंगवार ने पूरा मार्केट खरीदा है। उनके ही इशारे पर मार्केट को तोड़ा गया है। दुकानदारों ने बताया कि उन्हें इतना भी समय नहीं दिया कि वो दुकानों से सामान निकाल लें। जो सामान था उसको सड़क पर ऐसे ही निकाला गया। व्यापारियों का कहना है कि हमको सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया गया। हमलोग बर्बाद हो गए। उनका कहना है कि उनकी दुकानें बीडीए से नक्शा पास होने के बावजूद तोड़ी गई हैं। इस मामले को लेकर कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है।
26 दिसंबर को जारी किया गया था नोटिस, 24 अप्रैल को किया ध्वस्त
भाजपा के शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश सहसंयोजक हरिशंकर गंगवार ने आईवीआरआई रोड पर स्थित गुलजार मेंशन नाम से बनी मार्केट को दो साल पहले कुतुबखाना के एक व्यापारी से खरीदा था। इस कॉम्प्लेक्स को किसी ने अवैध बताकर बीडीए में शिकायत कर दी। बीडीए ने भवन स्वामी को 26 दिसंबर 2024 को नोटिस जारी किया, जिसमें सात लोगों को सुनवाई का मौका दिया।
प्राधिकरण के मुताबिक भवन अवैध रूप से बना था, इसलिए नियमानुसार तोड़ दिया गया। नोटिस के बाद दुकानदारों ने उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के पदाधिकारियों से मदद मांगी। इसके बाद शनिवार को व्यापार संगठन के लोग बीडीए कार्यालय पहुंचकर हंगामा करने लगे थे। मौके पर सीओ पंकज श्रीवास्तव और बिथरी चैनपुर थाना पुलिस ने पहुंच कर स्थिति को नियंत्रण में कर बातचीत कराई। कुछ ही देर बाद बीडीए का अमला पुलिस बल और बुलडोजर लेकर गुलजार मेंशन मार्केट पर पहुंच गया। मार्केट को ध्वस्त करने की कारवाई शुरू कर दी। इससे व्यापारियों में खलबली मच गई। मार्केट में ऊपर नीचे मिलाकर 30 दुकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई।
व्यापारियों ने किया जमकर विरोध
व्यापारी नेता शोभित अग्रवाल ने आरोप है कि गुलजार मेंशन मार्केट के बीडीए ने ध्वस्तीकरण का आदेश दिया जो गलत है। हमने व्यापारियों की बात को बीडीए अधिकारियों के सामने रखी थी। सीओ से हुई बातचीत के बाद व्यापारियों ने अपना धरना खत्म कर दिया था। व्यापारियों का कहना है कि हम सभी लोग यहां पर करीब 40 वर्षों से व्यापार कर रहे है। हमारी दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया तो हम लोग बर्बाद हो जाएंगे। लेकिन इसके बाद भी बीडीए ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कर दी।
मार्केट ध्वस्तीकरण के चलते रोड हुआ जाम, फंसे राहगीर
आईवीआरआई रोड पर अवैध मार्केट बीडीए द्वारा तोड़ी जाने के चलते लोगों को जाम में जूझना पड़ा। आईवीआरआई रोड पूरी तरह से पुलिस फोर्स द्वारा बैरियर लगाकर बंद कर दी गई। जिसके चलते लोगों को शास्त्रीनगर,राजेंद्रनगर, कुदेशिया फाटक होकर निकलना पड़ा। त्रिवटी मंदिर मार्ग, धर्मकांटा, शील चौराहा, एकतानगर, डीडीपुरम तक लोग घंटों जाम में फंसे। आईवीआरआई और कुदेशिया पुल पर भीषण जाम लगा। अवैध मार्केट ध्वस्तीकरण के चलते राहगीरों की सुरक्षा के दृष्टिगत रूट डायवर्ट कराया गया। मार्केट तोड़े जाने के चलते करीब तीन से चार घंटा लोग परेशान हुए।
कार्रवाई के दौरान छावनी बना इलाका, बाजार भी हो गया बंद
अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण के दौरान पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने आसपास की दुकानें बंद करा दीं और वहां पर आवागमन भी रोक दिया। सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव, और उपसचिव एसके गौतम, एक्सईएन एपीएन सिंह, एई, सुनील कुमार, रमन आदि के साथ कई थानों की पुलिस पूरे समय वहां मौजूद रहीं।
गलियों में एहतियातन तैनात रही पुलिस
कॉम्प्लेक्स के आसपास की गलियों में पुलिस तैनात कर लोगों की आवाजाही रोक दी। कार्रवाई शुरू होने से पहले ही वहां की दुकानें बंद करा दी गईं और छतों पर भी पुलिस तैनात कर दी गई। इसके अलावा प्रवर्तन दल भी मौजूद रहा।
क्या बोले नेता
भाजपा के शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश सहसंयोजक हरिशंकर गंगवार ने कहा कि इस भवन को हमने खरीद लिया था। आठ से 10 लोग रूम खाली करके चले गए। किसी ने इसकी शिकायत बीडीए में कर दी। बीडीए ने हमको तीन नोटिस दिए। एक साल पहले ध्वस्तीकरण का नोटिस दिया गया। भवन जर्जर हो चुका था।
बीडीए के उपाध्यक्ष मनिकंडन ए, ने कहा कि कॉम्प्लेक्स स्वामी को 2024 में नोटिस जारी किया गया था। ध्वस्तीकरण से पहले भवन स्वामी को पूरा समय दिया गया। नियमानुसार ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है। अवैध निर्माण पर कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।