बोले बलिया: मार्निंग वॉकरों को बेहतर पार्क और पाथ-वे की बड़ी दरकार
Balia News - बलिया में मार्निंग वॉकरों को पार्कों और पाथ-वे की कमी से परेशानी हो रही है। स्टेडियम और चंद्रशेखर उद्यान में भीड़ के कारण उनकी एक्सरसाइज अधूरी रह जाती है। वे सुविधाओं में सुधार चाहते हैं, जैसे...
बलिया। शहर में पार्कों और पाथ-वे की कमी से मार्निंग वॉकरों को दिक्कत होती है। स्टेडियम, चंद्रशेखर उद्यान, कलक्ट्रेट परिसर और ओवरब्रिज के पास सुबह-सबेरे उनकी भीड़ जुटती जरूर है लेकिन पर्याप्त संसाधन न होने से उनकी ‘एक्सरसाइज अधूरी रह जाती है। वे चाहते हैं कि व्यवस्था ऐसी हो कि अलसुबह घर से निकलने का मकसद पूरा हो। ताजी हवा, प्राणायाम से काम नहीं चलेगा...दिल मांगे मोर ! स्पोर्ट्स स्टेडियम और चंद्रशेखर पार्क में ‘हिन्दुस्तान ने अलग-अलग आयुवर्ग के मार्निंग वॉकरों से मुलाकात की। पीजी कॉलेज के रिटायर प्राचार्य डॉ. गणेश पाठक के लिए मार्निंग वॉक जरूरत है। कहते हैं- ‘भागदौड़ और तनाव के दौर में सुबह टहलना शौक से कहीं ज्यादा जरूरत बन चुका है। शुगर, ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल समेत कई व्याधियों से छुट्टी पाई जा सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी नियमित रूप से टहलने की सलाह देते हैं। उनका कहना है कि टहलने के साथ व्यायाम करने के लिए पर्याप्त संसाधन मिलने से सेहत बेहतर होगी। स्पोर्ट्स स्टेडियम को छोड़ ऐसी कोई जगह नहीं है जहां खुली हवा में मार्निंग वॉक और एक्सरसाइज हो सके। अब स्टेडियम में इतनी अधिक भीड़ हो जाती है कि टहलने, न टहलने का मतलब नहीं रहता है। कलक्ट्रेट परिसर विकल्प है लेकिन मार्निंग वॉकरों की संख्या के मद्देनजर वह पर्याप्त नहीं है। ओवरब्रिज पर टहलना सुरक्षित नहीं है। कॉलानियों के पार्क-बगीचे बदहाल हैं। उन्हें ठीक कराने से महिलाओं-बच्चों को भटकना नहीं पड़ेगा।
चंदन सिंह मानते हैं कि मार्निंग वॉकरों की संख्या के मुकाबले स्थान और संसाधन बेहद सीमित हैं। चंद्रशेखर उद्यान में ओपेन जिम है। यह बात और है कि वहां एक्सरसाइज के लिए पर्याप्त उपकरण नहीं है। इसके खुलने की समय सीमा बढ़ाई जानी चाहिए। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था चौकस की जाए।
बुजुर्ग मार्निंग वॉकरों के लिए बने पाथ-वे : छत्रपति पांडेय ने कहा कि बुजुर्ग मार्निंग वॉकरों के सुरक्षित पाथ-वे बनाया जाए। चूंकि वे सेहत के लिए फिक्रमंद होते हैं इसलिए अलसुबह घरों से निकल पड़ते हैं। पाथ-वे नहीं होने के कारण उन्हें सड़कों पर टहलना पड़ता है। यह उनके लिए खतरनाक होता है। तेज रफ्तार वाहनों से उनकी जान का खतरा रहता है। धूल-धुएं से उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
ओवरब्रिज का फुटपाथ बदहाल होने से मार्निंग वॉकर बेहाल ं
करीब एक दशक से नियमित मार्निंग वॉक करने वाले कामेश्वर श्रीवास्तव कहते हैं कि मार्निंग वॉकरों की संख्या तेजी से बढ़ी है। स्पोर्ट्स स्टेडियम और चंद्रशेखर उद्यान में सुबह-सबेरे तिल रखने की जगह नहीं होती है। मजबूरन लोग ओवरब्रिज पर टहलने जाते हैं जो बेहद खतरनाक है। उसका फुटपाथ इस लायक नहीं है कि लोग मार्निंग वॉक कर सकें।
मार्निंग वॉकरों ने अफसरों से कई बार मरम्मत कराने की मांग की। अब तक ठोस पहल नहीं हुई। उनका कहना है कि फुटपाथ की मरम्मत तथा लाइटें दुरुस्त होने से राहत मिलेगी। शैलेश कुमार तिवारी ने कहा कि ओवरब्रिज के फुटपाथ पर जगह-जगह ईंट के टुकड़े पड़े रहने से मार्निंग वॉकरों को दिक्कत होती है। कभी-कभी वे गिरकर चोटिल हो जाते हैं।
छुट्टी के दिन भी खुले चंद्रशेखर पार्क
मार्निंग वॉकर राजेंद्र सिंह ने कहा कि स्पोर्ट्स स्टेडियम और चंद्रशेखर पार्क रविवार एवं छुट्टी के दिन बंद रहता है। लगातार दो-तीन दिन छुट्टी पड़ गई तो दोनों जगह ताले लटके रहते हैं। तब मार्निंग वॉकरों को बहुत असुविधा होती है। वे सड़क किनारे और कलक्ट्रेट परिसर में टहलते हैं। महिलाओं-बच्चों को परेशानी होती है। छुट्टी के दिन बच्चे चाहकर भी यहां नहीं आ पाते हैं।
शहीद पार्क का पाथ-वे बदहाल: मार्निंग वॉकर सरिता ने बताया कि चौक में शहीद पार्क खुलता तो है लेकिन उसका पाथ-वे बदहाल है। ईंटें उखड़ी हुई हैं। टहलने वाले रास्ते पर पानी गिरने से फिसलन रहती है। पार्क में जगह-जगह गड्ढे होने से दिक्कत होती है। झूले और अन्य उपकरण टूटे पड़े हैं। पार्क की मरम्मत करा दी जाय तो बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के लिए यह जगह सुरक्षित होगी।
कटहल नाले के सुंदरीकरण की उठी मांग
स्टेडियम में नियमित टहलने वाले पर्यावरणविद डॉक्टर गणेश पाठक ने कहा कि शहर के बीचोबीच कटहल नाला बहता है। इसकी लंबाई बहुत अधिक है। इसका सुंदरीकरण कर दोनों ओर पाथ-वे बनाने से मार्निंग वॉकरों को फायदा होगा। नाले के दोनो ओर पर्याप्त जगह है। उसका उपयोग बेंच और पेड़-पौधे लगाने में किया जाए। ओपेन जिम भी खोला जा सकता है।
कंपनी बाग का गेट बंद होने से लोगों को दिक्कत
संजय कुमार वर्मा ने कहा कि चंद्रशेखर पार्क का कैंपस छोटा है। पास ही कंपनी बाग (चंद्रशेखर उद्यान) भी है। दोनों के बीच गेट भी है। सुबह अगर उसे खोल दिया जाए तो मॉर्निंग वॉकरों को सहूलियत होगी। महिलाओ-बच्चों और बुजुर्गों को सबसे राहत मिलेगी। अगर देखा जाए तो महिलाओं और बच्चों के पास बहुत ही कम समय होता है। ऐसे में कंपनी बाग खुलने से वे रिक्रिएशन कर सकेंगे।
विकसित किए जाएं पार्क और पाथ-वे का निर्माण हो
संजय कुमार वर्मा और कृष्ण विजय पांडेय ने नगर में मार्निग वॉकरों के लिए पाथ-वे नहीं होने पर चिंता जताई। कहा कि सड़क किनारे पाथ-वे बनाये जाने से उन्हें सहूलियत होगी। चंद्रशेखर उद्यान में पर्याप्त जगह नहीं होने से दिक्कत होती है। सड़क पर टहलना खतरनाक होता है। उन्होंने पार्क विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने पार्कों में ओपेन जिम खोलने की वकालत की।
सुझाव और शिकायतें
1. कॉलोनियों में बने पार्क ठीक कराए जाएं। पाथ-वे बनाने के साथ ओपेन जिम लगाए जाएं। नियमित सफाई होनी चाहिए।
2. स्टेडियम में टहलने वालों के लिए अस्थायी चिह्नांकन कर ट्रैक निर्धारित किया जाए।
3. ओवरब्रिज के क्षतिग्रस्त पाथ-वे की मरम्मत प्राथमिकता से होनी चाहिए। गर्मी में भीड़ बढ़ती है।
4. शहर की सड़कों के किनारे पाथ-वे बनाया जाय। कटहल नाले का सुंदरीकरण हो।
5. चंद्रशेखर पार्क के खुलने का समय एक घंटे बढ़ाना चाहिए।
1. शहर की कॉलोनियों के पार्क-उद्यान बदहाल हैं। उनकी नियमित सफाई भी नहीं होती।
2. स्पोर्ट्स स्टेडियम में टहलने वालों के लिए अलग लेन नहीं है। युवाओं और खिलाड़ियों के बीच टहलना पड़ता है।
3. ओवरब्रिज का पाथ-वे क्षतिग्रस्त है। रोशनी भी पर्याप्त नहीं होने से लोगों को परेशानी होती है।
4. शहर में सड़कों के किनारे पाथ-वे नहीं हैं। इससे वहां टहलना सुरक्षित नहीं रहता।
5. चंद्रशेखर पार्क के खुलने का समय बहुत कम है।
सेहत की फिक्र
सुबह टहलने के लिए कहीं भी पाथ-वे नहीं है। सड़क पर टहलना सुरक्षित नहीं है।
चंदन सिंह
चंद्रशेखर पार्क और अन्य स्थानों पर संसाधन नहीं हैं। कुछ जगह सुंदरीकरण हुआ है।
संजय वर्मा
मार्निंग वॉकरों और खिलाड़ियों के लिए अलग ट्रैक न होने से टकराने का खतरा रहता है।
राकेश पांडेय
स्टेडियम में अलसुबह और देर शाम टहलने वालों के लिए अंधेरा बड़ी चुनौती है। दिक्कत होती है।
शैलेश तिवारी
पाथ-वे के अभाव में लोग सड़क पर टहलने के लिए मजबूर हैं। पाथ-वे बनवाया जाए।
कामेश्वर श्रीवास्तव
चंद्रशेखर पार्क में प्रकाश व्यवस्था को बढ़ाने की जरूरत है। सुबह टहलने में सुविधा होगी। फायदा होगा।
बृजेश सिंह
कॉलोनियों के पार्कों का सुंदरीकरण हो जाए तो लोगों को घर के पास टहलने की जगह मिलेगी।
संजय सिंह
नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ जगह व्यायाम के लिए मशीनें लगी हैं, ज्यादातर खराब हैं।
कृष्ण विजय पांडेय
वीर लोरिक स्टेडियम के शौचालय में न तो पानी है न ही सफाई। यह दिक्कत दूर हो। लोगों को राहत होगी।
राजेंद्र सिंह
स्टेडियम के एक ट्रैक पर मार्निंग वॉकरों और खिलाड़ियों के टकराने की आशंका रहती है।
डॉ. गणेश पाठक
कॉलोनियों के पार्क विकसित किए जाएं। शहीद पार्क का पाथ-वे ठीक कराने की जरूरत है।
अनिता पांडेय
बिजली कटने या स्ट्रीट लाइट न होने से महिलाओं को सुबह टहलने में दिक्कत होती है।
सरिता
बोले जिम्मेदार
पाथ-वे का निर्माण होगा, सड़क किनारे बनाया जाएगा ग्रीन बेल्ट
मार्निंग वॉकरों की सहूलियत के लिए पाथ-वे निर्माण कराया जाएगा। कलक्ट्रेट से कुंवर सिंह चौराहा, स्टेडियम, मिड्ढी चौराहा होते हुए वापस कलक्ट्रेट तक सर्किल होगा ताकि मार्निंग वॉक में बाधा न हो। इस सड़क पर पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था होगी। सड़क किनारे पौधरोपण कर ग्रीन बेल्ट बनाया जाएगा ताकि उन्हें सेहतमंद माहौल मिल सके। कटहल नाले का सुंदरीकरण कराने का कार्य प्रस्तावित है। यह जल्द शुरू कराया जाएगा।
त्रिभुवन, निकाय प्रभारी/सीआरओ, बलिया
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