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परिवार समेत हिंदू बनना चाहता था अरशद, बस्ती के लोग कर रहे थे विरोध, वायरल शिकायती पत्र में कई खुलासे

  • लखनऊ के होटल में हुई मां और चार बेटियों की हत्या के मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर अब हत्यारोपी अरशद के पिता का शिकायती पत्र वायरल हो रहा है। शिकायती पत्र 23 दिसंबर का है।

Dinesh Rathour लाइव हिन्दुस्तान, आगराWed, 1 Jan 2025 06:34 PM
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परिवार समेत हिंदू बनना चाहता था अरशद, बस्ती के लोग कर रहे थे विरोध, वायरल शिकायती पत्र में कई खुलासे

लखनऊ के होटल में हुई मां और चार बेटियों की हत्या के मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर अब हत्यारोपी अरशद के पिता का शिकायती पत्र वायरल हो रहा है। शिकायती पत्र 23 दिसंबर का है। इसी दिन मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायती की गई थी। शिकायती पत्र में पड़ोसियों पर आरोप लगाए गए हैं। पत्र में लिखा है कि पड़ोसी से विवाद के बाद पिता-पुत्र परिवार सहित हिंदू बनना चाहते थे। इतना ही नहीं अपने घर में बनी दुकान में श्रीराम मंदिर बनाना चाहते हैं। परिवार को कुछ हो जाता है तो उनकी संपत्ति मंदिर ट्रस्ट की होगी। प्रार्थनापत्र में यह लिखा था।

इस्लाम नगर, टेढ़ी बगिया (थाना ट्रांसयमुना) निवासी मोहम्मद बदर ने मुख्यमंत्री पोर्टल और अल्प संख्यक आयोग में शिकायत भेजी थी। मोहम्मद बदर ने अपने प्रार्थना पत्र में अपना दुख व्यक्त किया था। लिखा था कि 16 दिसंबर को झगड़े के बाद पुलिस ने समझौता करा दिया। 18 दिसंबर को पड़ोसी आफताब अहमद उसके भाई अजहर, आफिस आदि ने घर पर धावा बोला। पथराव किया। जान से मारने की धमकी दी। सूचना देकर पुलिस को बुलाया। पुलिस मौके पर आई। उल्टा उन्हें ही धमकाकर चली गई। उसकी और उसके परिवार की जान को खतरा है। अपनी और परिवार की सुरक्षा के लिए वह परिवार सहित हिंदू धर्म अपनाना चाहता है। उसके घर में एक दुकान है। उसमें श्रीराम मंदिर बनाया जाए। उसे और उसके परिवार को कुछ हो जाए तो उसकी जायदाद मंदिर ट्रस्ट की होगी।

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मोहम्मद बदर ने अपने प्रार्थनापत्र में लिखा था कि घर में ही उसकी छोटी सी परचून की दुकान है। पड़ोसी आफताब की भी परचून की दुकान है। वह उससे रंजिश मानता है। आफताब के बस्ती में कई रिश्तेदार रहते हैं। वे उन्हें धमकाते हैं। 16 दिसंबर की शाम करीब पांच बजे आफताब के रिश्तेदार ने जानकर उनकी दुकान में ऑटो से टक्कर मारी थी। उसकी नौ वर्षीय बेटी आलिया जख्मी हो गई। पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की। समझौत करा दिया। समझौत होने के बावजूद 18 दिसंबर की सुबह आठ बजे विपक्षियों ने बस्ती के लोगों के साथ एकजुट होकर उसके घर पर धावा बोला। पथराव किया। बेटियों के साथ अभद्रता की। उन्हें जान से मारने की धमकी दी। उसके परिवार की जान को खतरा है। थानाध्यक्ष ट्रांसयमुना को मुकदमा दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए निर्देशित करें।

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पुलिस बोली मामूली विवाद हुआ था

थाना ट्रांसयमुना पुलिस का कहना है कि मामूली विवाद था। पूरी बस्ती एक तरफ थी। पिता-पुत्र के खिलाफ बोल रही थी। आफताब के रिश्तेदार आए थे। ऑटो की टक्कर से काउंटर पर रखा कोई डिब्बा गिर गया था। इसी बात कहासुनी हुई थी। आरोप यह था कि बंदर मिर्च का डिब्बा लेकर छत पर चढ़ गया था। उसे लोगों ने रोका था। 18 दिसंबर को आफताब की दुकान के सामने ही उसका गोदाम है। वहां बदर की साइकिल रखी थी। साइकिल हटाने की कहने पर मामूली कहासुनी हुई थी। 112 की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। उस समय थाने में बदर ने प्रार्थनापत्र दिया था। जिसमें लिखा था कि वह परिवार सहित हिंदू बनना चाहता है। बस्ती के लोग इसका विरोध करते हैं।

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