बसंत पंचमी स्नान पर महाकुंभ में व्यवस्था ऐसी, करोड़ों श्रद्धालुओं के बावजूद नहीं दिख रही भीड़
- बसंत पंचमी पर 5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान है। श्रद्धालुओं की इतनी बड़ी संख्या के बावजूद महाकुंभ में इस बार कहीं एक साथ भीड़ नहीं दिख रही है। मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ से सबक लेते हुए इस बार महाकुंभ मेला प्रशासन ने सुरक्षा के व्याप्क इंतजाम किए हैं।

Mahakumbh Basant Panchami Amrit Snan: बसंत पंचमी पर महाकुंभ में तीसरा और आखिरी अमृत स्नान जारी है। ब्रह्म मुहूर्त में 4 बजे तक ही 16.58 लाख से अधिक श्रद्धालु त्रिवेणी संगम की पवित्र डुबकी लगा चुके थे। बसंत पंचमी से एक दिन पहले यानी रविवार को ही सवा करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम स्नान किया। बसंत पंचमी पर 5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान है। श्रद्धालुओं की इतनी बड़ी संख्या के बावजूद महाकुंभ में इस बार कहीं एक साथ भीड़ नहीं दिख रही है। दरअसल, मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ से सबक लेते हुए इस बार महाकुंभ मेला प्रशासन ने सुरक्षा के व्याप्क इंतजाम किए हैं। ऑपरेशन-11 लागू किया गया है। कहा जा रहा है कि प्रशासन के बेहतर प्रबंधन के चलते की ऐसी व्यवस्था की वजह से ही करोड़ों श्रद्धालुओं के आने के बावजूद कहीं एक साथ भीड़ नहीं दिख रही है।
दो दिन पहले महाकुंभ पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों सख्त निर्देश दिया था कि इस बार कहीं कोई चूक नहीं होनी चाहिए। सोमवार को बसंत पंचमी के मौके पर भोर से ही सीएम योगी खुद लखनऊ में वॉर रूम से महाकुंभ की निगरानी कर रहे हैं। सीएम के निर्देश पर महाकुंभ के आखिरी अमृत स्नान पर्व बसंत पंचमी पर भीड़ प्रबंधन का स्पेशल प्लान ऑपरेशन इलेवन लागू किया गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर वन-वे रूट तैयार किया गया है। इसके अलावा पांटून पुलों पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न आने पाए, इसका भी विशेष इंतजाम किया गया है। विशेषकर त्रिवेणी के घाटों पर अत्यधिक दबाव रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल लगाए गए हैं। रेलवे, बस मूवमेंट पर भी प्रशासन का फोकस है। कहीं भी भीड़ जुटने नहीं दी जा रही है।
महाकुंभ में तैनात सभी अफसरों को उनकी जिम्मेदारी देने के साथ उनकी जवाबदेही भी तय की गई है। पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अफसर ने मेला क्षेत्र का लगातार भ्रमण कर रहे हैं। इस बीच प्रदेश सरकार की ओर से संतों और श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से 25 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा भी की गई है। वहीं अखाड़ों के संतों ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि पूरा प्रयागराज ही त्रिवेणी क्षेत्र हैं इसलिए जहां घाट मिले वहीं स्नान कर लें।
अलग-अलग पीपा पुल से आवागमन
मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं को आने-जाने के लिए जानकारी साझा की है। अरैल से झूंसी जाने के लिए पुल नंबर 28 खुला है। संगम से झूंसी जाने के लिए पुल नंबर 2, 4, 8, 11, 13, 15, 17, 20, 22, 23 व 25 खुले हैं। वहीं, झूंसी से संगम जाने के लिए श्रद्धालु पुल नंबर 16, 18, 21 और 24 का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं, झूंसी से अरैल जाने के लिए पुल नंबर 27 और 29 खुले हैं। श्रद्धालु इन रास्तों से आसानी से आवागमन कर पा रहे हैं। दावा और सहसों चौराहे पर अतिरिक्त पुलिस और यातायात पुलिस की तैनाती की गई है। यहां नौ मोटरसाइकिल दस्ते लगातार निगरानी कर रहे हैं।