महिला DPRO के बाद इस जिले में कर्मचारी घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार, जेई फरार, विभाग में मची खलबली
- यूपी में मथुरा की महिला DPRO की गिरफ्तारी के बाद गोंडा जिले में बिजली विभाग के कर्मचारी घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार हुआ। जेई फरार हो गया। एंटी करप्शन की कार्रवाई से विभाग में खलबली मच गई।
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मथुरा की महिला डीपीआरओ अफसर की गिरफ्तारी के बाद गोंडा जिले के बिजली विभाग में एंटी करप्शन की कार्रवाई हुई है। बिजली कनेक्शन के लिए आठ हजार रुपये की घूस लेते आवास विकास बिजलीघर के टेक्नीशियन ग्रेड-टू अंबेश कुमार श्रीवास्तव को एंटी करप्शन टीम ने बुधवार को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। उतरौला रोड पर सैलून पर हुई कार्रवाई से खलबली मच गई। मामले में आरोपी जेई जितेंद्र मिश्रा फरार हो गए। जेई और बिजली कर्मी के खिलाफ नगर कोतवाली में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। जानकारी होने पर बिजली कर्मी के परिजनों ने हंगामा किया। पुलिस ने समझा-बुझाकर उन्हें शांत कराया।
पुलिस के मुताबिक अंबेडकरनगर के थाना अकबरपुर अंतर्गत तमसा मार्ग निवासी अंबेश कुमार श्रीवास्तव टीजी-2 और मामले में फरार जेई विद्युत वितरण खंड प्रथम आवास विकास में तैनात है। बताया जा रहा है कि गरीबीपुरवा स्थित मकान में बिजली के कनेक्शन के लिए संजीव कुमार शुक्ला निवासी ग्राम चिड़ियापुर रेतवागाड़ा थाना धानेपुर से आठ हजार रुपये की मांग की थी। इस पर पीड़ित ने एंटी करप्शन थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद एंटी करप्शन टीम ने आरोपियों को दबोचने के लिए जाल बिछाया। बुधवार को उतरौला रोड स्थित सैलून पर राजीव कुमार ने घूस देने लिए दोनों कर्मियों को बुलाया। इस दौरान एंटी करप्शन टीम के सदस्य आसपास निगरानी कर रहे थे। पीड़ित से रिश्वत लेते ही आरोपी कर्मचारी को टीम ने रंगे हाथ दबोच लिया। बताया जा रहा है कि जेई ने उसे घूस लेने के लिए भेजा था। ट्रैप टीम में निरीक्षक धनंजय कुमार सिंह, निरीक्षक राम सहाय यादव, मुख्य आरक्षी प्रिंस सिंह, आरक्षी अनुराग शुक्ला, अनिल कुमार यादव, वीरेंद्र तिवारी, अखिलेश गुप्ता, पुष्पेंद्र शुक्ला शामिल रहे।
पीड़ित संजीव ने बताया कि उन्होंने नए बिजली कनेक्शन के लिए बीते आठ दिसंबर को आवेदन किया गया। इसके बाद से आरोपी जेई और टीजी टू उसे रिश्वत के लिए लगातार दौड़ा रहे थे। मौके का निरीक्षण करने के बाद भी बगैर पैसे दिए कनेक्शन देने के लिए राजी नहीं हुए। बिजली अफसरों से शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
आरोपी कर्मी के गिरफ्तारी के बाद बिजली कर्मचारी संगठन और परिवार के लोग कोतवाली पहुंचे। करीब दर्जनभर बिजली कर्मियों का कई घंटे कोतवाली में जमावड़ा रहा। आरोपी टीजी 2 की पत्नी दीक्षा श्रीवास्तव और रिश्तेदार भी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने हंगामा किया। चीफ इंजीनियर एमपी सिंह ने घटना की जानकारी न होने की बात कही।
दो साल में दर्जनभर से ज्यादा लोग दबोचे गए
एंटी करप्शन टीम ने गोंडा जिले में वर्ष 2023 में तीन लोगों को रिश्वत लेते दबोचा। इनमें धानेपुर के जेई संतोष कुमार मंडल भी शामिल थे। इसके बाद वर्ष 2024 में डुमरियाडीह में कुल नौ कर्मचारी रिश्वत लेते दबोचे गए। इनमें दो बिजली सब स्टेशनों के छह कर्मचारी शामिल थे। वर्ष 2025 में अब तक रिश्वत लेने के दो मामले में सामने आए हैं। इनमें दो बिजली कर्मचारी शामिल है। अब तक नौ लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।
मथुरा की महिला अफसर हुई थी गिरफ्तार
इससे पहले विजिलेंस टीम ने मथुरा में तैनात महिला अधिकारी को रंगे हाथ उनके आवास से रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया था। पीसीएस अधिकारी किरण चौधरी मथुरा में डीपीआरओ हैं। इंद्रप्रस्थ कॉलोनी स्थित इनका आवास है। शिकायतकर्ता ने उनके आवास पर पहुंचकर 70 हजार रुपये की रिश्वत दी।