मंत्री ओम प्रकाश राजभर के बेटे के घर से चोरी हुए 4.46 लाख मिले, ड्राइवर गिरफ्तार
- यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी) सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर के बेटे अरविंद राजभर के फ्लैट से ड्राइवर रामजीत ने पौने छह लाख रुपये, सोने की चेन और दो अंगूठी चोरी की थी।

यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी) सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर के बेटे अरविंद राजभर के फ्लैट से ड्राइवर रामजीत ने पौने छह लाख रुपये, सोने की चेन और दो अंगूठी चोरी की थी। हुसैनगंज पुलिस ने आरोपित के पास से चोरी के 4,46,500 रुपये बरामद उसे बुधवार दोपहर जेल भेज दिया।
मंगलवार को हुसैनगंज पुलिस ने अंबेडकर नगर पुलिस की मदद से टांडा जगदीशपुर मोहिद्दीनपुर से चालक रामजीत को गिरफ्तार किया था। देर रात उसे लेकर थाने पहुंची, पूछताछ की। रामजीत से पूछताछ में पता चला कि उसने अपने साथी गौरख साहनी के साथ मिलकर पौने छह लाख रुपये चोरी और जेवर चोरी किए थे। चोरी के रुपये लेकर वह अपने घर पहुंचा। वहां छुपा कर रख दिए थे। इंस्पेक्टर हुसैनगंज राम प्रकाश गुप्ता ने बताया कि इस मामले में मंत्री के बेटे के फ्लैट में रहने वाले ड्राइवर संजय ने मंगलवार को रामजीत और उसके साथी गौरख साहनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। गौरख साहनी फरार है। वह महाराजगंज के धानी गांव का रहने वाला है। उसकी तलाश में पुलिस टीम दबिश दे रही है।
राजभर के बेटे ने दी सफाई
दो महीने पहले योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुभासपा के प्रमुख ओपी राजभर के घर चोरी हुई थी। चोरी के आरोपी को भी पुलिस ने पकड़ लिया, लेकिन मंत्री के घर हुई चोरी की बात बाहर नहीं आई। दो महीने बाद अब मंत्री के घर हुई चोरी की जानकारी मिली तो क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया। चोरी के आरोपी के पकड़े जाने के तत्काल बाद ओपी राजभर के बेटे और पार्टी के महासचिव अरविंद राजभर ने वीडियो मैसेज जारी कर पूरे मामले से अवगत कराया और कुछ सफाई भी दी है। अरविंद राजभर ने कहा कि कुछ मीडिया में अंबेडकरनगर से ओपी राजभर की गाड़ी से एक करोड़ रुपए चोरी होने की बातें चल रही हैं। यह झूठ है। चोरी गाड़ी से नहीं बल्कि लखनऊ स्थित उनके डायमंड अपार्टमेंट से दो सितंबर को हुई थी। अरविंद ने कहा कि इसकी शिकायत भी लखनऊ के थाने में दी गई थी। पुलिस उसी समय से जांच में जुटी थी। अब चोरी करने वाले के बारे में पता चला तो उसकी गिरफ्तारी हुई है।
दो महीने पुराने डेट का शिकायती पत्र हुआ था वायरल
अरविंद राजभर की ही गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर संजय राजभर का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल है। इसमें थाना प्रभारी कोतवाली हुसैनगंज लखनऊ को सम्बोधित करते हुए अरविन्द राजभर की गाड़ी के पूर्व चालक रामजीत और खाना बनाने वाले गोरख निषाद पर चोरी का आरोप लगाते हुए जांच की बात कही गई है। पत्र में वही बातें लिखी गई हैं जो वीडियो में अरविंद राजभर ने बताई हैं। रामजीत को हिरासत में लेने पर कोतवाल दीपक सिंह रघुवंशी ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया, केवल इतना कहा कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर कार्यवाही की गई है। रामजीत राजभर को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की जा रही है।