Sawan Monday : इस समय सावन का पावन महीना चल रहा है। सावन के सोमवार का महत्व बहुत अधिक होता है। सावन का तीसरा सोमवार आज है। सावन माह भगवान शंकर को समर्पित होता है। इस माह में भगवान शंकर की विशेष पूजा- अर्चना की जाती है।
सावन में पड़ने वाली शिवरात्रि को सावन शिवरात्रि कहा जाता है। सावन शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। हर माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाता है।
हर माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि मनाई जाती है। धर्मशास्त्र के अनुसार जिस दिन अर्धरात्रि में चतुदर्शी हो, उसी दिन शिवरात्रि का व्रत करना चाहिए। इस समय सावन का महीना चल रहा है।
सावन के माह में सोमवार का विशेष महत्व होता है। सावन का महीना शिवजी को समर्पित होता है। इस माह में शिवजी की पूजा- अर्चना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
हिंदू धर्म में सावन के महीने का बहुत अधिक महत्व होता है। सावन का महीना हिंदू पंचांग का पांचवा महीना होता है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस महीने में भगवान शिव की रोजाना विधि- विधान से पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
इस वर्ष 22 जुलाई से 19 अगस्त तक चलेगा। यह हिंदू पंचांग के पांचवें माह के रूप में माना जाता है और विशेष रूप से भगवान शिव के भक्तों के लिए महत्वपूर्ण होता है।
सावन के महीने में इस बार पांच सोमवार पड़ेंगे। सावन महीने की शुरुआत व समाप्ति दोनों ही सोमवार के दिन होंगी। सावन के पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि, आयुष्मान व प्रीति योग भी बन रहा है।
धार्मिक मान्यता के मुताबिक सावन में की गई शिव पूजा कभी ना खत्म होने वाली मानी जाती है। साथ ही कई गुना पुण्य भी अर्जित होता है। सावन के महीने में अगर भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जाए तो ऐसा करने से सभी मनोवांछित मनोकामना पूरी भी होती है।
पंचांग के अनुसार सावन का महीना इस बार 22 जुलाई से आरंभ होगा। हालांकि सौर मास के अनुसार उत्तराखंड में 16 जुलाई से ही इसकी शुरुआत हो जाएगी। इसी दिन प्रकृति और हरीतिमा का प्रतीक हरेला पर्व भी मनाया जाएगा।
Sawan Last Tuesday 2022: सावन मास अब समाप्ति की ओर है। 9 अगस्त को सावन का अंतिम मंगलवार है। सावन मास के आखिरी मंगलवार को कुछ राशियों पर बजरंगबली की विशेष कृपा रहेगी।