दिल्ली की एक अदालत ने इनकम टैक्स विभाग के एक डिप्टी कमिश्नर और एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को तीन दिन की सीबीआई की कस्टडी में भेज दिया। इन दोनों को कथित तौर पर इनकम टैक्स असेसमेंट के लिए फेसलेस स्कीम में बाधा डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
आयकर विभाग के उप आयुक्त विजेंद्र और उनके सहयोगी पश्चिम चंपारण निवासी दिनेश कुमार अग्रवाल को शुक्रवार को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में दिल्ली, मुंबई, ठाणे, पश्चिम चंपारण, बेंगलुरू और केरल में छापेमारी की थी।
Old Tax Regime VS New Tax Regime - कुछ लोग अब भी ओल्ड या न्यू टैक्स रिजीम को लेकर कन्फ्यूज हैं। कई लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि उनके लिए इन दोनों में कौन सा ऑप्शन बेस्ट है। आइए हम आपको समझाने की कोशिश करते हैं।
आयकर विभाग ने गुजरात के साबरकांठा जिले के रतनपुर गांव के रहने वाले एक शख्स को नोटिस जारी किया है। हैरानी की बात यह है कि व्यक्ति की मासिक आय केवल 12,000 है और बैंक बैलेंस में सिर्फ 12 रुपए हैं। उसे 36 करोड़ का नोटिस भेजा गया है।
हदोई जिले के पाली थाना क्षेत्र के अतरजी गांव में रहने वाले राजेश कुमार को आयकर विभाग ने 26 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा है। नोटिस में बताया गया है कि उसके नाम पर हरियाणा और महाराष्ट्र के पुणे में दो कंपनियां चल रही हैं।
Tax Advice: ओल्ड टैक्स रिजीम तभी फायदेमेंद होगी, जब टैक्सपेयर लगभग 5.5 लाख रुपये की कटौती का दावा करने की स्थिति में हो।
अब कन्नौज में एक ट्रक ड्राइवर को 3.65 करोड़ रुपये और मथुरा में एक किसान को 30 करोड़ रुपए का नोटिस मिल गया है। नोटिस की वजह से दोनों के होश उड़े हुए हैं। वे इसे ठीक कराने के लिए अफसरों के चक्कर लगा रहे हैं। इसके पहले अलीगढ़ में एक जूस विक्रेता, ताला कारीगर और सफाई कर्मी को भी ऐसे ही नोटिस मिले थे।
आयकर विभाग की अजब गजब कहानी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही। यूपी के मथुरा में दो साल पहले जिस किसान को 14 करोड़ के कारोबार के आधार पर आयकर का नोटिस थमाया गया था, उसी किसान को एक बार फिर 30 करोड़ रुपये के टर्नओवर के आधार पर नोटिस भेज दिया गया।
कन्नौज की छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के हाथिन गांव में रहने वाले ट्रक ड्राइवर अवनेंद्र कुमार के उस समय होश फाख्ता हो गए, जब जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) विभाग की ओर से उसके नाम पर 3.65 करोड़ रुपये के नोटिस भेजे गए।
करन खैर तहसील की स्टेट बैंक आफ इंडिया ब्रांच में ठेके पर सफाई का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि शाम को घर पहुंचने पर परिजनों ने नोटिस दिखाया। उनकी कुछ समझ में नहीं आया। उन्होंने एक वकील को नोटिस भेजकर मामले की जानकारी की।