एक्सप्रेसवे और हाईवे पर टोल प्लाजा के जाम से जल्द छुटकारा मिल सकता है। सरकार एक नई टोल नीति ला रही है, जहां आपको सिर्फ उतना ही टोल देना होगा, जितनी दूरी आपने तय की है।
Fastag transactions: फास्टैग वॉलेट में पर्याप्त धनराशि होने के बावजूद तकनीकी या अन्य गड़बड़ी से पैसा नहीं कटता, जिस कारण टोल बैरियर नहीं खुलता है। आंकड़ों से पता चला है कि 12 प्रमुख बैंकों में से सिर्फ एक बैंक का फास्टैग का ट्रांजैक्शन सही समय पर शत प्रतिशत पूरा हुआ।
1 मई 2025 से FASTag नहीं हटेगा। जी हां, क्योंकि सरकार ने 1 मई 2025 से लागू होने वाली सैटेलाइट टोलिंग की अफवाहों का खंडन कर दिया है, जिसके मुताबिक 1 मई 2025 से FASTag नहीं हटेगा।
1 अप्रैल, 2025 से कई नियमों में बदलाव किया गया है। वहीं, कई नए नियम भी लागू हो गए हैं। फास्टैग (FASTag) को लेकर भी कुछ चेंजेस किए गए हैं।
FASTag के नए नियम आज से लागू हो गए हैं। आइए प्वाइंटर्स में समझते हैं कि FASTag के नए नियम में क्या बदलाव हुए हैं और कैसे आप दोगुना टोल चार्ज से बच सकते हैं। इसके साथ ही नए चार्जबैक और रिफंड नियम को भी जानते हैं।
Fastag Rules: अगर किसी का फास्टैग किन्ही कारणों से बंद या इनएक्टिव पड़ा है तो टोल बूथ पार करने से 60 मिनट पहले उसे रिचार्ज करवाना पड़ेगा। यह काम टोल पार करने के 10 मिनट बाद भी किया जा सकता है।
जिन फोर-व्हीलर पर फास्टैग (FASTag) लगा हुआ है उनके लिए 17 फरवरी से नियम बदलने वाला है। दरअसल, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की ओर से FASTag बैलेंस वैलिडेशन नियम लागू किए जा रहे हैं।