केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इतना ज्यादा है कि शहर में तीन दिन तक रहने से संक्रमण हो सकता है। गडकरी ने दिल्ली और मुंबई को प्रदूषण स्तर को रेड जोन में बताया है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने क्लाउड सीडिंग से कृत्रिम बारिश की योजना पर कहा कि पहले हम इसका ट्रायल करेंगे,क्लाउड सीडिंग कराकर हम दिल्ली के प्रदूषण को कम करना चाहते हैं।
इन कैमरों के जरिए राजधानी दिल्ली में पलूशन के स्तर को बढ़ने से रोकने में मदद मिलेगी। रेखा गुप्ता ने बताया कि इसके लिए हमने पूरा प्लान तैयार कर लिया है।
एक बार फिर से दिल्ली की हवा खराब हो गई है। प्रदूषण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने तत्काल प्रभाव से ग्रेडेड एक्शन प्लान यानी ग्रैप के पहले चरण को लागू कर दिया है। इसके तहत दिल्लीवालों के लिए कुछ बंदिशें लगाई जाएंगी।
दिल्ली में वाहनों के चलते होने वाले प्रदूषण की रोकथाम पर आई कैग रिपोर्ट ने प्रदूषण जांच में गंभीर खामियों का खुलासा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, एक लाख से ज्यादा वाहनों को तय सीमा से ज्यादा मात्रा में उत्सर्जन के बावजूद प्रदूषण सर्टिफिकेट जारी कर दिए गए।
राजधानी दिल्ली में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने और प्रदूषण के लिए कई अलग-अलग कारक जिम्मेदार हैं, लेकिन चार सेक्टर ऐसे हैं जिनसे पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुक्सान पहुंचा है।
दिल्ली में बढ़ती गर्मी के बीच तेज हवाओं ने लोगों को राहत का थोड़ा बूस्टर दिया है। 40 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही हवाओं ने पलूशन के असर को भी कम किया है। नतीजन, कई इलाकों में हवा का स्तर काफी सुधरा दिखा।
मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक 2024-25 की सर्दियों में औसत पीएम 2.5 सांद्रता 175 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज की गई थी
दिल्ली में भले बढ़ता तापमान लोगों के पसीने छुड़ा रहा है,लेकिन इस बीच राहत की सांस भी है। दिल्लीवालों को लगातार दूसरे दिन साफ हवा का अहसास हुआ। आज AQI 100 से नीचे यानी 99 दर्ज किया गया।
दिल्ली से वायु प्रदूषण को खत्म करने के लिए व्यापक अभियान शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने खुद इसकी बागडोर थामी है। सीएम ने कहा कि दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम दिल्लीवालों के लिए स्वच्छ और स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।