बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में फैंस की अटेंडेंस को देख रवि शास्त्री और रिकी पोंटिंग गदगद हो गए। एशेज के लिए अब एक नया टारगेट सेट हो गया है। इससे पता चलेगा कि कौन सी सीरीज कितनी बड़ी है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा ने भारतीय गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की तारीफ करते हुए कहा है कि अगर बीजीटी में बुमराह नहीं होती तो यह सीरीज एकतरफा ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में जा चुकी होती।
रवि शास्त्री MCG टेस्ट से बहुत ज्यादा प्रभावित नजर आए और इस बीच उन्होंने एक नया WTC फॉर्मेट सुझाया है और कहा है कि जब बेस्ट टीमें खेलती हैं तो लोग मैच को देखने के लिए आते हैं और इससे पता चलता है कि ये फॉर्मेट जीवित है।
गौतम गंभीर का सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने ड्रेसिंग रूम में कहा कि बहुत हो गया। गंभीर ने कहा है कि खिलाड़ी अब तक अपने रास्ते पर चले, लेकिन अब जो वे तय करेंगे, उसे खिलाड़ियों को फॉलो करना होगा।
टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में चेतेश्वर पुजारा को टीम में चाहते थे, लेकिन सिलेक्टर्स ने उनका साथ नहीं दिया। यहां तक कि पर्थ टेस्ट जीतने के बाद भी गंभीर पुजारा को टीम में चाह रहे थे।
पाकिस्तान के क्रिकेटर का भारतीय कोच पर हमला। उन्होंने ऋषभ पंत को भी खरी-खोटी सुनाई, क्योंकि वह खराब शॉट खेलकर आउट हुए। ट्रैविस हेड की गेंद पर छक्का मारने के चक्कर में वे आउट हुए।
पैट कमिंस ने इस बात को स्वीकार किया है कि भारत के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच उनके करियर का अब तक का सबसे बेस्ट टेस्ट मैच था। उन्होंने बताया कि हम मैच को जीतने की स्थिति में नहीं थे।
यशस्वी जायसवाल के कैच पर पूर्व अंपायर साइमन टॉफेल ने बयान दिया है और कहा है कि थर्ड अंपायर ने जो फैसला दिया, वह पूरी तरह सही फैसला था। आप तस्वीरों में देख सकते हैं कि स्पष्ट रूप से डिफ्लेक्शन था।
फर्क साफ दिख रहा है कि कैसे इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा आखिरी विकेट के लिए डिफेंसिव मोड मे थे, जबि ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी विकेटों के लिए खिलाड़ियों का 'झुंड' भारतीय बल्लेबाजों के आसपास खड़ा कर दिया था।
रोहित-विराट बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के सबसे बड़े गुनहगार हैं। इसी वजह से ऑस्ट्रेलिया ने भारत के चेहरे पर पंच जड़ दिया। इस मैच से जुड़ी 5 बड़ी बातें जान लीजिए, जिनके कारण भारत को हार मिली।