एक समय बच्चों में शतरंज का खेल कम था, लेकिन अब स्कूलों में बच्चों की रुचि बढ़ रही है। हालांकि, संसाधनों की कमी और कुशल प्रशिक्षकों की कमी के कारण बच्चे आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। जिला प्रशासन ने शतरंज...
योग एक ऐसा माध्यम है जो हमें निरोगी जीवन जीने में मदद करता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर, जिले के लोगों ने योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की अपील की है। सभी स्कूलों में योग शिक्षा...
बैंकों में कर्मचारियों की कमी के कारण काम का बोझ बढ़ रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें काम के लिए अधिक समय देना पड़ता है और छुट्टियों में भी काम करना पड़ता है। सुरक्षा की दृष्टि से गार्डों की...
मंडावर के दयालवाला और कोहरपुर गांव का मूढ़ा उद्योग संसाधनों की कमी के कारण संकट में है। करीब 400 परिवार इस उद्योग से जुड़े हैं, लेकिन उन्हें उचित दाम और अनुदान नहीं मिल पा रहा है। कारीगरों का कहना है...
नजीबाबाद में महिला कॉलेज के बाहर छात्राओं की असुरक्षा एक गंभीर समस्या बन चुकी है। कॉलेज के बाहर छेड़छाड़ और अतिक्रमण की घटनाएं बढ़ रही हैं। छात्राओं ने मांग की है कि सुरक्षा के लिए महिला सुरक्षाकर्मी,...
धामपुर की राजपूत विहार कॉलोनी को पॉश कॉलोनी का दर्जा तो मिला है, लेकिन यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। सड़कें खराब हैं, जल निकासी का उचित प्रबंध नहीं है, और स्ट्रीट लाइटें अक्सर खराब रहती...
बिजनौर में दस्तावेज लेखकों का काम महत्वपूर्ण है, लेकिन उन्हें उचित मान-सम्मान और सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। दस्तावेज लेखक पीपीपी मॉडल और ई-फ्रंट ऑफिस योजना का विरोध कर रहे हैं, जिससे उनके काम पर खतरा...
बिजनौर कचहरी के अधिवक्ता बुनियादी सुविधाओं के अभाव में परेशान हैं। चैंबरों की कमी, सुरक्षा की कमजोर व्यवस्था, गंदे शौचालय और पेयजल की खराब स्थिति ने उनके काम में कठिनाई उत्पन्न कर दी है। अधिवक्ताओं ने...
नगीना में प्राइवेट बस मालिकों के सामने जीविका का संकट उत्पन्न हो गया है। लगभग 100 प्राइवेट बसें संचालित हैं और चालान, अवैध वाहनों के कारण आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं। ई-रिक्शा की बढ़ती संख्या...
बिजनौर में किरायेदारों के सत्यापन की प्रक्रिया ठप है, जिससे नागरिक और आर्थिक सुरक्षा पर गंभीर चिंता है। सत्यापन न होने के कारण ठगों और अपराधियों को किराए पर रहना आसान हो गया है। पुलिस और मकान मालिकों...