दिल्ली में फ्लाईओवर के नीचे पढ़ते झुग्गी के बच्चे, मिलने पहुंचीं स्वाति मालिवाल तो क्या हुआ?VIDEO
स्वाति मालिवाल ने एक्स पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें झुग्गी में रहने वाले बच्चे फ्लाईओवर के नीचे पढ़ते हुए दिख रहे हैं। उन्होंने ट्वीट में लिखा- ये बच्चे स्कूल तो जाते हैं लेकिन दुखद है कि 7वीं तक के कुछ बच्चों को अपना नाम भी नहीं लिखना आता था।

दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को लेकर पिछली आप सरकार तमाम वादे करती रही। राज्यसभा सांसद स्वाति मालिवाल ने एक्स पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें झुग्गी में रहने वाले बच्चे फ्लाईओवर के नीचे पढ़ते हुए दिख रहे हैं। उन्होंने ट्वीट में लिखा- ये बच्चे स्कूल तो जाते हैं लेकिन दुखद है कि 7वीं तक के कुछ बच्चों को अपना नाम भी नहीं लिखना आता था। स्वाति मालिवाल ने जब बच्चों से पूछा कि आप बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं, तो आगे जानिए बच्चों ने क्या जवाब दिया। इसके अलावा मालिवाल ने बच्चों को सामान भी बांटे।
स्वाति मालिवाल द्वारा शेयर किया गया वीडियो दिल्ली के कीर्ति नगर का बताया गया है। यहां के एक फ्लाईओवर के नीचे पुनर्जागरण समिति द्वारा बच्चों को मुफ्त में ट्यूशन पढ़ाई जाती है। स्वाति मालिवाल ने बताया कि यहां करीब 100 से अधिक बच्चे फ्री में ट्यूशन पढ़ते हैं। ट्वीट के कैप्शन में लिखा- ये बच्चे स्कूल तो जाते हैं लेकिन दुखद है कि 7वीं तक के कुछ बच्चों को अपना नाम भी नहीं लिखना आता था। इन ट्यूशंस ने बच्चों का 0 से तैयार करना शुरू किया।
सांसद ने एक बच्ची से पूछा- आप क्या बनना चाहती हैं बड़े होकर? बच्चा ने मासूमियत भरे अंदाज में कहा- सीए। इसके बाद कई बच्चियों ने कहा कि वो बड़े होकर पुलिस बनना चाहती हैं। एक बच्चे ने कहा कि वो इंडियन आर्मी में जाना चाहता है। इसके बाद स्वाति मालिवाल ने पूछा कि इंडियन आर्मी कौन-कौन बनना चाहता है तो पीछे बैठे कई बच्चों ने एक साथ हांथ खड़े कर दिए।
बच्चों को पढ़ाने वाले टीचर ने अपनी समस्या बताते हुए कहा- आप आज आने वाली थीं, इसलिए यहां आज झाड़ू लगी है। मगर इससे पहले यहां कोई झाड़ू नहीं लगती है। इस पर स्वाति ने वहां मौजूद कर्मचारियों को हड़काते हुए कहा- ये पूरा एरिया साफ होना चाहिए। आपको मुझे प्रॉमिस करना होगा कि जब मैं दोबारा आऊं तो मुझे ये एरिया साफ चाहिए। कल सुबह से मेरे को हर दिन यहां सफाई चाहिए। क्योंकि, जब ये जगह साफ होगी, तभी बच्चे पढ़ पाएंगे।
स्वाति ने पढ़ाने वाले टीचरों को आश्वासन दिया कि यहां कल सब सफाई हो जाएगी। मैं प्रशासन से बात करती हूं कि किस तरह से यहां टीन की शेड डाली जाए। कूलर का आप मुझे बताइए, मैं उसका बंदोबस्त करा दूंगी। इसके बाद स्वाति मालिवाल बच्चों को किताबें, मिठाई और पढ़ाने के लिए बोर्ड बांटती दिखीं।