सुबह में राज ठाकरे तो शाम में उद्धव गुट से मुलाकात, CM फडणवीस का ये कैसा दांव; महाराष्ट्र में खलबली
ये बैठक और मुलाकात का दौर तब शुरू हुआ है, जब उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री फडणवीस और दूसरे उप मुख्यमंत्री और एनसीपी चीफ अजित पवार यानी दोनों से नाराज बताए जा रहे हैं।
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महाराष्ट्र में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। महायुति सरकार में उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की नाराजगी और गठबंधन में खटपट की खबरों के बीच राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ठाकरे परिवार और उनके विश्वस्तों से दो बैठकें और मुलाकात कर सियासी गलियारे में सनसनी मचा दी है। सीएम फडणवीस ने सोमवार की सुबह महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे के घर जाकर मुलाकात की तो शाम में अपने आवास पर उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (UBT) के तीन नेताओं (मिलिंद नार्वेकर, पूर्व मंत्री सुभाष देसाई और विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे) की मजबानी की।
इन बैठकों को सियासी जानकार इसलिए अहम मान रहे हैं क्योंकि इसकी टाइमिंग अहम है। ये बैठक और मुलाकात का दौर तब शुरू हुआ है, जब उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री फडणवीस और दूसरे उप मुख्यमंत्री और एनसीपी चीफ अजित पवार यानी दोनों से नाराज बताए जा रहे हैं। फडणवीस के हालिया बैठकों को बीएमसी चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है। भाजपा बीएमसी चुनावों में खुद को सफल साबित करना चाहती है क्योंकि बीएमसी शिवसेना का गढ़ माना जाता रहा है। सबसे अमीर नगरपालिका पर कब्जा करना भाजपा का सपना रहा है।
जब शिवसेना एकजुट थी, तब बीएमसी पर उसकी तूती बोलती थी लेकिन अब शिवसेना के टूटने से भाजपा की महत्वाकांक्षाएं जोर मारने लगी हैं। फडणवीस का ये दांव इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि महायुति और महाविकास अघाड़ी के घटक दलों ने पहले से ही अकेले बीएमसी चुनाव लड़ने का ऐलान कर रखा है। इसलिए फडणवीस उन संभानवाओं की तलाश कर रहे हैं, जिससे कि बीएमसी को आखिरी मोर्चे के रूप में फतह किया जा सके।
सियासी जानकारों का मानना है कि ठाकरे परिवार के दोनों गुटों से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा संपर्क करने का मकसद एकनाथ शिंदे को साफ संदेश देना भी है कि भाजपा के सामने कई विकल्प मौजूद हैं और सभी खुले हैं। एक तरह से फडणवीस शिंदे सेना पर प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं। हालांकि, फडणवीस और राज ठाकरे दोनों की तरफ से कहा गया है कि यह एक शिष्टाचार मुलाकात है। विधानसभा चुनावों के बाद राज ठाकरे और फडणवीस के बीच ये पहली मुलाकात थी।
सूत्रों के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि फडणवीस और राज ठाकरे के बीच बातचीत में माहिम चुनाव पर भी चर्चा हुई है। इसके अलावा भाजपा बीएमसी चुनावों के लिए रणनीतिक समझ बनाने के लिए अमित ठाकरे को विधान परिषद की एक सीट की पेशकश कर सकती है। जहां तक फडणवीस की शिवसेना (यूबीटी) के तीन नेताओं के साथ बैठक की बात है, तो यह आधिकारिक तौर पर दिवंगत बाल ठाकरे का स्मारक बनाने से संबंधित थी। हालांकि, लोग मीटिंग की टाइमिंग की चर्चा कर रहे हैं क्योंकि फडणवीस के आवास पर यह बैठक उद्योग मंत्री और शिंदे सेना नेता उदय सामंत के एक पत्र के सार्वजनिक होने के कुछ घंटों बाद हुई थी, जिसमें उनके विभाग के अधिकारियों को उनकी जानकारी के बिना किसी भी तरह के फैसले नहीं लेने का निर्देश दिया गया था।