कश्मीर तक आ पहुंचा हमास वाला खतरा, PoK में जैश और लश्कर भी साथ; अलर्ट पर एजेंसियां
- खुफिया सूत्रों के अनुसार पीओके में कार्यक्रम भी होना है, जिसे हमास के टॉप कमांडर द्वारा संबोधित किया जाना है। इस आयोजन में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी शामिल होंगे और इसमें हमास के प्रवक्ता खालिद कद्दूमी का भाषण होगा।
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जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाने के लिए दहशतगर्द संगठन एकजुट होते दिख रहे हैं। उनकी आतंक की एक नई उठाने की तैयारी है, जिससे खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर हैं। खुफिया सूत्रों के अनुसार पीओके में कार्यक्रम भी होना है, जिसे हमास के टॉप कमांडर द्वारा संबोधित किया जाना है। इस आयोजन में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी शामिल होंगे और इसमें हमास के प्रवक्ता खालिद कद्दूमी का भाषण होगा। इससे पता चलता है कि पाकिस्तान कितनी बड़ी साजिश जम्मू-कश्मीर को लेकर रच रहा है। उसकी धरती पर न सिर्फ जैश और लश्कर जैसे आतंकी संगठन मजबूत हो रहे हैं बल्कि फिलिस्तीन का उग्रवादी समूह हमास भी जड़ें मजबूत कर रहा है।
खुफिया एजेंसिया का कहना है कि पाकिस्तान इसके जरिए जम्मू-कश्मीर के मसले का अंतरराष्ट्रीयकरण करना चाहता है। उसकी कोशिश यह संदेश देने की है कि फिलिस्तीन और कश्मीर एक जैसे मसले हैं और दोनों स्थानों पर मुस्लिमों का उत्पीड़न हो रहा है। इन दोनों स्थानों की समानता बताते हुए वह अकसर इस्लामिक दुनिया से साथ देने की अपील करता रहा है। तुर्की, मलयेशिया जैसे देशों ने कई बार संयुक्त राष्ट्र संघ के मंच से भारत को चुभने वाली बातें कही भी हैं, लेकिन सऊदी अरब, यूएई, कतर और कुवैत जैसे देश पाकिस्तान के प्रोपेगेंडे से दूर रहे हैं। पाकिस्तान में 5 फरवरी को कश्मीर एकजुटता दिवस मनाया जाता है। इस दिन वहां सरकारी आयोजनों में कश्मीर को लेकर प्रोपेगेंडा रचा जाता है। इसी के तहत आतंकी संगठन आयोजन कर रहे हैं, जिसमें हमास के नेता का भाषण कराया जाएगा।
यहां अहम बात यह है कि पीओके में होने वाले आयोजन को अल अक्सा फ्लड के बैनर तले कराया जाएगा। इसी नाम से उस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया था, जिसके तहत 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में आतंकी हमला हुआ था। उस हमले में करीब 700 लोग मारे गए थे और सैकड़ों लोगों को हमास ने कैद कर लिया था। दरअसल अल अक्सा येरूशलम में स्थित एक मस्जिद है, जिस पर मुस्लिम और यहूदी दोनों दावे करते हैं। उसके नाम से चले ऑपरेशन के बैनर तले पीओके में आयोजन होना खतरनाक संकेत है। इसके माध्यम से आतंकी संगठन मुस्लिम उम्मा की एकता का संदेश देना चाहते हैं। बता दें कि अकसर फिलिस्तीन में इजरायल के हमलों की तस्वीरों को फर्जी प्रोपेगेंडा करते हुए पाकिस्तान ने कश्मीर का बताया था और उसका झूठ भी उजागर हो गया था।