4 दिनों से पाकिस्तान की गिरफ्त में है BSF जवान, कब होगी वापसी? गलती से पार की थी LoC
पर्णब कुमार शॉ पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रहने वाले हैं। बुधवार दोपहर को सीमा के पास किसानों की मदद करते समय अनजाने में पाकिस्तानी क्षेत्र में प्रवेश कर गए थे।

पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद बुधवार को बीएसएफ का एक जवान गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान चला गया था। वह चार दिनों से पाकिस्तान की गिरफ्त में है। अभी तक उसे छोड़ा नहीं गया है। भारत द्वारा कई बार अनुरोध किए जाने के बावजूद पर्णब कुमार शॉ की रिहाई पर पाकिस्तान ने अब तक सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी है। बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया, "बुधवार दोपहर से हम पाकिस्तान की ओर से किसी सकारात्मक कदम की प्रतीक्षा कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।"
शुक्रवार को बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच हुई फ्लैग मीटिंग भी बेनतीजा रही। यह घटना के बाद से तीसरी फ्लैग मीटिंग थी जो बीएसएफ ने बुलाई थी। एक अधिकारी ने बताया, "हमने तय स्थल पर झंडा उठाकर प्रोटोकॉल के तहत बैठक के लिए उपस्थिति दर्ज कराई, लेकिन शुरू में पाकिस्तान रेंजर्स की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। बाद में दोपहर में वे आए और सवाल किया कि जब स्थिति स्पष्ट है तो बैठक क्यों बुलाई गई है।"
उन्होंने आगे बताया, "पाकिस्तानी रेंजर्स ने सूचित किया कि वे अपने वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। एक बार फिर बातचीत बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई।"
पर्णब कुमार शॉ पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रहने वाले हैं। बुधवार दोपहर को सीमा के पास किसानों की मदद करते समय अनजाने में पाकिस्तानी क्षेत्र में प्रवेश कर गए थे। बीएसएफ के अन्य अधिकारी ने बताया, "भारतीय सीमा पर तो बाड़बंदी है, लेकिन वास्तविक अंतरराष्ट्रीय सीमा एक छोटे से पिलर द्वारा चिन्हित है, जिसे नए जवानों के लिए पहचानना मुश्किल हो सकता है।" उन्होंने यह भी कहा कि भारत समय-समय पर मानवीय आधार पर पाकिस्तानी नागरिकों और सुरक्षा कर्मियों को वापस करता रहा है, जो गलती से हमारी सीमा में प्रवेश कर जाते हैं।
यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है जब भारत-पाकिस्तान सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े राजनयिक कदमों की घोषणा भी की थी। इस घटना में 26 लोगों की मौत हो गई थी।