अपराधियों को घर में दी जगह तो खैर नहीं,रांची पुलिस रख रही नजर, डाटाबेस बनेगा
बैठक में नारकोटिक्स से जुड़े मामलों पर विशेष फोकस रहा। साथ ही महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों पर तुरंत और सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए। ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर भी आईजी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए, ताकि आम जनता को राहत मिल सके।

राजधानी रांची में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने के लिए सोमवार को समाहरणालय में एक अहम बैठक हुई। आईजी मनोज कौशिक की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में डीआईजी सह रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के अलावा डीएसपी समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में संगठित आपराधिक गिरोह के सरगना के करीबियों और उन्हें आश्रय देने वालों पर शिकंजा करने का निर्देश दिया गया।
कहा गया है कि गिरोह के सरगना के करीबियों,सहयोगियों,सपोर्ट करने वाले और आश्रय देने वालों का डाटाबेस तैयार किया जाए। साथ ही उनके विरुद्ध भी कठोर कार्रवाई करें। वहीं, फरार अपराधियों के विरुद्ध वारंट,इश्तेहार,कुर्की आदी की कार्रवाई निर्धारित समय से पहले पूरा करें। बैठक में आम अपराध के साथ-साथ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम पर भी कड़ा रुख अपनाने की बात कही गई। आईजी ने साफ कहा कि पुलिस और आम जनता के बीच भरोसे को मजबूत करना है।
महिलाओं और बच्चों पर हो रहे अपराध पर सख्ती करें
बैठक में नारकोटिक्स से जुड़े मामलों पर विशेष फोकस रहा। साथ ही महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों पर तुरंत और सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए। ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर भी आईजी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए, ताकि आम जनता को राहत मिल सके। साथ ही सिटीजन फ्रेंडली पुलिसिंग को प्राथमिकता देने की बात भी सामने आई।
साइबर अपराधियों को पकड़ कर सजा दिलाएं
आईजी ने पुलिस पदाधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि वे साइबर अपराधियों को प्रतिबिंब एप के जरिए पकड़ें। इसके बाद उन्हें हर हाल में गिरफ्तार कर न सिर्फ जेल भेजें,बल्कि उन्हें सजा दिलाएं। साइबर क्राइम मामले के अनुसंधान में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतें।
राजधानी रांची में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने के लिए सोमवार को समाहरणालय में एक अहम बैठक हुई। आईजी मनोज कौशिक की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में डीआईजी सह रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के अलावा डीएसपी समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में संगठित आपराधिक गिरोह के सरगना के करीबियों और उन्हें आश्रय देने वालों पर शिकंजा करने का निर्देश दिया गया।
कहा गया है कि गिरोह के सरगना के करीबियों,सहयोगियों,सपोर्ट करने वाले और आश्रय देने वालों का डाटाबेस तैयार किया जाए। साथ ही उनके विरुद्ध भी कठोर कार्रवाई करें। वहीं, फरार अपराधियों के विरुद्ध वारंट,इश्तेहार,कुर्की आदी की कार्रवाई निर्धारित समय से पहले पूरा करें। बैठक में आम अपराध के साथ-साथ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम पर भी कड़ा रुख अपनाने की बात कही गई। आईजी ने साफ कहा कि पुलिस और आम जनता के बीच भरोसे को मजबूत करना है।