झारखंड में नहीं बंटेगा PDS राशन, हड़ताल पर जा सकते हैं डीलर; क्या है वजह
झारखंड के पीडीएस डीलर सरकार से नाराज चल रहे हैं। डीलर्स की नाराजगी की कई वजहें हैं। पीडीएस डीलर्स का पिछले कई महीनों का कमीशन बकाया है। उन्होंने सरकार पर धोखेबाजी का आरोप लगाया है।

झारखंड में इस महीने से पीडीएस के तहत मिलने वाला राशन नहीं मिलेगा। प्रदेश के 25 हजार से अधिक पीडीएस डीलरों ने राज्य सरकार पर धोखा देने का आरोप लगाया है। डीलरों का कहना है कि खाद्य आपूर्ति एवं सार्वजनिक वितरण विभाग न केवल डीलरों की मांग की पूरी तरह से उपेक्षा कर रहा है, बल्कि प्रशासनिक दबाव बनाकर बिना कमीशन के काम करा रहा है। कोरोना अवधि की बकाया राशि भी राज्य सरकार द्वारा नहीं दी गई है। इसके अलावा डीलर्स में और कई वजहों से भी सरकार से नाराजगी है, जिसे लेकर डीलर स्ट्राइक पर जाने की योजना बना रहे हैं। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
फेयर प्राईश शॉप डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ओंकार नाथ झा ने कहा है कि इससे पीडीसी डीलर पूरी तरह से आहत हैं। कई बार विभागीय मंत्री और सचिव को ज्ञापन सौंप कर इस ओर ध्यान दिलाया गया, लेकिन इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई। ऐसे में सभी पीडीएस डीलर तालाबंदी करने पर भी विचार कर सकते हैं।
इन मांगों को नहीं माने जाने से नाराजगी
दिसंबर से अब तक (छह माह) कमीशन का भुगतान नहीं करना। पूर्व के तीन-चार माह का भी कमीशन बकाया है। कुल मिलाकर यह राशि एक वर्ष की बनती है। राज्य सरकार के पास पीडीएस डीलरों का 20 करोड़ रुपए से अधिक का बकाया है। बता दें कि राशन डीलरों को कमीशन 150 रुपये प्रति क्विंटल दिया जाता है।
और क्या वजह
राज्य के डीलर्स का पिछले 6 महीने से सरकार ने कमीशन नहीं दिया। इससे पहले का भी कमीशन डीलर्स का सरकार के ऊपर बकाया है। डीलर्स का कहना है कि सरकार ने कोरोना अवधि की बकाया राशि को भी रोककर रखा हुआ है। डीलर की आर्थिक स्थिति पर विभाग द्वारा कोई फैसला नहीं लिया जाना भी हड़ताल पर जाने की एक बड़ी वजह बन रही है। इसके आलावा टू जी पॉश मशीन और सर्वर की समस्या के समाधान को लेकर भी डीलर्स में नाराजगी है।। इसके कारण पीडीएस लाभुकों को न ही समय पर और न ही सही ढंग से अनाज दिया जा रहा है।